गोड्डा: जेएलकेएम द्वारा गोड्डा विधानसभा सीट से परिमल ठाकुर को प्रत्याशी बनाए जाने के फैसले का कार्यकर्ताओं ने विरोध किया है. कार्यकर्ताओं का कहना है कि टाइगर ने चाल चली है. अगर प्रत्याशी नहीं बदला गया तो विरोध होगा.
दरअसल, इस बार त्रिकोणीय मुकाबला बनाने के लिए जेएलकेएम सुप्रीमो जयराम महतो टाइगर लगातार सक्रिय हैं. गोड्डा में संकल्प सभा की भीड़ के जरिए उन्होंने अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराई है. साथ ही गोड्डा से अपना उम्मीदवार भी घोषित कर दिया है. लेकिन, दूसरी सूची में गोड्डा से उम्मीदवार की घोषणा के बाद पार्टी के अंदर ही विरोध के स्वर उठने लगे हैं. पार्टी की ओर से जारी सूची में परिमल ठाकुर को गोड्डा विधानसभा से जेएलकेएम उम्मीदवार घोषित किया गया है.
जेएलकेएम के जिला सह सचिव कुंदन महतो ने कहा कि संकल्प सभा में खास तौर पर महतो जाति के लोगों ने जयराम महतो को पूरा समर्थन दिया था. साथ ही उम्मीद थी कि पार्टी महतो समुदाय से कोई उम्मीदवार उतारेगी. लेकिन पार्टी ने किसी और टिकट दे दिया. हम इसका विरोध करते हैं. सही व्यक्ति को टिकट मिलना चाहिए. वहीं जेएलकेएम के प्रखंड अध्यक्ष सुमन महतो ने कहा कि जयराम महतो ने उन्हें ठगने का काम किया है. गलत प्रत्याशी को टिकट दिया गया है.
दरअसल, लोगों को जयराम महतो की पार्टी से काफी उम्मीदें थीं कि उनके बीच से कोई उम्मीदवार होगा. इससे महतो मतदाताओं को एक विकल्प मिलेगा. जिनकी संख्या गोड्डा विधानसभा में चालीस हजार के आसपास बताई जाती है.
इस पूरे मामले पर वरिष्ठ पत्रकार नरेंद्र महतो गांधी कहते हैं कि शायद जयराम महतो ने यह सोचकर ब्राह्मण उम्मीदवार दिया है कि महतो मतदाता उनके साथ रहेंगे और ब्राह्मण खास के साथ सवर्ण वोटों के जुड़ने से उन्हें और मजबूती मिलेगी. लेकिन ऐसा नहीं होगा क्योंकि उम्मीदवार की घोषणा के बाद से ही जेएलकेएम में उम्मीदवारी का विरोध शुरू हो गया है. कई लोग हैं जो सोशल मीडिया पर खुलकर अपना विरोध जता रहे हैं. ऐसे में संभव है कि पार्टी अंदरूनी कलह का शिकार हो जाए. जिसके चलते कार्यकर्ता अपने पुराने नेता सुदेश महतो के साथ एनडीए में शामिल हो जाएं, जिसका फायदा भाजपा को मिलेगा. हालांकि चुनाव की तारीख घोषित होने में अभी समय है, ऐसे में संभव है कि काफी कुछ बदलाव देखने को मिले.
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