चरखी दादरी/फतेहाबाद: लोक सभा चुनाव को लेकर जेजेपी सुप्रीमो अजय चौटाला और महासचिव दिग्विजय चौटाला पार्टी की राजनीतिक जमीन को मजबूत करने के लिए लगातार हरियाणा के विभिन्न जिलों का दौरा कर रहे हैं. फतेहाबाद पहुंचे दिग्विजय चौटाला ने कहा कि भूपेन्द्र हुड्डा जेजेपी और दुष्यंत चौटाला को राजनीतिक तौर पर खत्म करना चाहते थे. लेकिन दुष्यंत के सूझबूझ के कारण वे इसमें सफल नहीं हो पाए. वहीं चरखी दादरी में अजय चौटाला ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जिस पार्टी का 10 साल से संगठन नहीं बन पाया वह आगे कैसे बढ़ पाएगी.
चरखी दादरी में अजय चौटाला: जेजेपी सुप्रीमो अजय चौटाला ने चरखी दादरी के गांव बरसाना, नरसिंहवास, रासीवास सहित कई गांवों में सभाओं को संबोधित किया और लोगों से पार्टी को मजबूत बनाने और आगामी चुनावों में समर्थन का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि जेजेपी अपने मिशन 2024 को लेकर फील्ड में है और जनता का समर्थन मिल भी रहा है. आगामी दिनों में पार्टी का वोट बैंक बढ़ाने के लिए पार्टी के नेता पूरे हरियाणा में जनसभाएं भी करेंगे.
अजय चौटाला की मुराद: चरखी दादरी पहुंचे अजय चौटाला ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हरियाणा में हम बीजेपी के साथ गठबंधन धर्म निभा रहे हैं और इसी गठबंधन के बूते आगामी चुनाव भी मिलकर लड़ेंगे. हालांकि बातचीत के क्रम में अपने बेटे दुष्यंत चौटाला को सीएम के तौर पर देखने की उनकी इच्छा भी सामने आयी. उन्होंने कहा कि मेरा बस चले तो कल ही दुष्यंत को सीएम बना दूं. दुष्यंत चौटाला को हरियाणा का सीएम प्रदेश की जनता बनाएगी.फिलहाल पार्टी को मजबूत करने के लिए फील्ड में उतरे हुए हैं.
फतेहाबाद में भूपेन्द्र हुड्डा पर बरसे दिग्विजय: फतेहाबाद में मीडिया से बात करते हुए दिग्विजय चौटाला ने कांग्रेस और भूपेंद्र सिंह हुड्डा को आड़े हाथ लिया. उन्होंने कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा जेजेपी और दुष्यंत की राजनैतिक मौत देखना चाहते थे. मगर दुष्यंत के सूझबूझ के कारण वे इसमें सफल नहीं हो पाए. दिग्विजय चौटाला ने कहा कि अक्सर कुछ लोग जेजेपी पर बीजेपी की गोदी में जाने की बात करते हैं लेकिन सच्चाई यह है कि चुनाव के बाद उनकी पार्टी सबसे पहले कांग्रेस और हुड्डा के पास गयी थी. उन्होंने आरोप लगाया कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा न तो हमें कांग्रेस के साथ सत्ता का हिस्सेदार बनाना चाहते थे और न ही बीजेपी के खिलाफ सरकार. वे तो खुद विपक्ष का नेता रह कर खुश थे. बीजेपी और निर्दलियों की सरकार देखना चाहते थे. उन्होंने कहा कि हुड्डा जनता को गुमराह करना बंद करें.