गया: 3 दिन पहले आरजेडी नेता तेजस्वी यादव की जमुई में आयोजित चुनावी सभा के दौरान एलजेपीआर चीफ चिराग पासवान की मां पर किए गए अपशब्द को लेकर बिहार की राजनीति गरमायी हुई है. पहले एनडीए नेताओं ने चुनाव आयोग से शिकायत की. अब पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने इसके लिए सीधे तौर पर तेजस्वी को जिम्मेदार ठहराते हुए एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज करने की मांग की है. अगर ऐसा होता है तो नेता प्रतिपक्ष मुश्किल में फंस जाएंगे.
तेजस्वी यादव के खिलाफ केस दर्ज हो: गया लोकसभा सीट से एनडीए कैंडिडेट जीतनराम मांझी ने कहा कि यह न केवल महिला का अपमान है, बल्कि दलितों का भी घोर अपमान है. उन्होंने कहा कि इसके लिए गाली देने वाले शख्स के साथ ही मंच पर मौजूद पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के खिलाफ भी एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज होना चाहिए.
"इस मामले में जिसने ऐसी टिप्पणी की है, उसपर और तेजस्वी यादव पर भी एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज होना चाहिए. जैसे द्रोपदी का चीर हरण हो रहा था तो देखने वालों को भी सजा हुई. उसी तरह एसटी और दलितों का जो चीर हरण हुआ है तो इसमें भी सजा होनी चाहिए."- जीतनराम मांझी, एनडीए कैंडिडेट, गया लोकसभा सीट
तेजस्वी यादव ने क्या बोला?: इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए गुरुवार को तेजस्वी यादव ने कहा था, 'मंच से किसी ने गाली नहीं दी. अब पब्लिक में अगर कोई गाली दे रहा है तो हम क्या कर सकते हैं. कोई भी वीडियो बनाकर गाली दे सकता है. मेरे बारे में भी देता होगा. कौन बेवकूफ होगा, जो इलेक्शन के समय जानबूझकर ऐसी बातें करेगा. मैं भाषण दे रहा था और कोई मंच के नीचे से गाली देकर वीडियो बना रहा है. इसलिए इसपर राजनीति का कोई मतलब नहीं है.'
क्या है मामला?: दरअसल, तीन पहले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो जमुई का है. जहां आरजेडी कैंडिडेट अर्चना रविदास के पक्ष में तेजस्वी यादव मंच से भाषण दे रहे थे. उसी दौरान मंच के नीचे से कुछ युवक चिराग पासवान की मां और बहन को गाली देते सुनाई पड़ रहे हैं. हालांकि उनकी शक्ल दिखाई नहीं दे रही है. इसको लेकर गुरुवार को एनडीए की महिला नेताओं ने चुनाव आयोग से शिकायत भी की है.
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