चंडीगढ़: हरियाणा महिला आयोग ने मुख्यमंत्री नायब सैनी से यौन उत्पीड़न के आरोपी आईपीएस अधिकारी का तबादला करने का आग्रह किया है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पत्र सामने आया था. जिसमें हरियाणा के एक आईपीएस अधिकारी पर कुछ महिला पुलिसकर्मियों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया ने मामले में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को पत्र लिखा है.
महिला आयोग का सीएम सैनी को पत्र: महिला आयोग ने आग्रह किया कि जांच पूरी होने तक अधिकारी का तबादला किया जाए या उन्हें छुट्टी पर भेजा जाए. अपने पत्र में भाटिया ने ये भी कहा कि मंगलवार को आईपीएस अधिकारी व्यक्तिगत रूप से आयोग के समक्ष पेश हुए और आयोग के समक्ष अपना पक्ष रखा. मुख्यमंत्री को लिखे अपने पत्र में भाटिया ने कहा कि आयोग ने इस गंभीर मुद्दे का संज्ञान लिया है, जो विभिन्न सोशल मीडिया नेटवर्क और समाचार चैनलों पर वायरल है.
#WATCH | Chandigarh | Renu W Bhatia, Chairperson, Haryana State Commission For Women says, " haryana state commission for women has written to cm nayab singh saini requesting him to transfer sp jind from his current posting over allegations of sexual harassment against him...we… pic.twitter.com/al3deVIKwL
— ANI (@ANI) October 30, 2024
आरोपी IPS के तबादले की मांग: हरियाणा महिला आयोग की अध्यक्ष ने लिखा, "आप स्वयं जानते हैं कि ये मामला समाचारों में बहुत तेजी से फैल रहा है. सुनवाई के दौरान और तथ्यों पर विचार करने के बाद, आयोग आपसे अनुरोध करता है कि जब तक इस मामले में जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक आईपीएस अधिकारी का तबादला किया जाए या मुख्यालय में तैनात किया जाए या छुट्टी पर भेजा जाए, ताकि उनके प्रभाव के कारण जांच प्रभावित न हो."
महिला पुलिस कर्मियों ने लगाया है आरोप: हरियाणा पुलिस ने रविवार को कहा था कि उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पत्र सामने आने के बाद जांच शुरू की है, जिसमें एक आईपीएस अधिकारी पर कुछ महिला पुलिसकर्मियों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया गया है. हिसार रेंज के अतिरिक्त डीजीपी एम रवि किरण ने पहले कहा था, "तथ्य-खोजी जांच शुरू कर दी गई है. मामले की जांच चल रही है."
करीब 60 लोगों को बयान दर्ज: दूसरी ओर, आस्था मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हरियाणा महिला आयोग के समक्ष पेश हुईं. मोदी उस जिले में तैनात सभी महिला पुलिसकर्मियों के बयान दर्ज कर रही हैं, जहां आईपीएस अधिकारी के खिलाफ आरोप लगाए गए हैं. जिले में तैनात करीब 150 ऐसी महिला कर्मियों में से आस्था मोदी ने जांच के तहत करीब 60 के बयान दर्ज किए हैं.
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