झुंझुनू : जिले के नवलगढ़ तहसील के गोठड़ा गांव का एक किसान परिवार मुआवजे को लेकर विरोध जता रहा है. परिवार ने श्री सीमेंट फैक्ट्री पर गंभीर आरोप लगाया है. किसान विद्याधर यादव ने आरोप लगाया कि उनकी जमीन और मकान फैक्ट्री के माइनिंग क्षेत्र में आते थे, जिसे प्रशासन और कंपनी ने मिलकर अतिक्रमण के नाम पर तोड़ दिया. उन्होंने दावा किया कि इस दौरान उन्हें और उनके परिवार को बंधक बनाकर जबरन बेदखल किया गया और उनकी संपत्ति का कोई मुआवजा नहीं दिया गया.
परिवार को मिल रहीं धमकियां : किसान विद्याधर यादव ने फैक्ट्री और प्रशासन के अधिकारियों पर उनके परिवार को लगातार धमकियां देने का भी आरोप लगाया है. यादव ने कहा कि न्याय के लिए कई बार प्रशासनिक अधिकारियों से संपर्क किया, लेकिन हर बार उनकी शिकायत को अनसुना कर दिया गया. उन्होंने कहा कि प्रशासन कंपनी का ही पक्ष ले रहा है, जिससे उनका परिवार मानसिक और आर्थिक रूप से टूट चुका है. वहीं, किसान विद्याधर यादव ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर पूरे परिवार के लिए इच्छामृत्यु की अनुमति मांगी है.
इस मामले में नवलगढ़ उपखंड अधिकारी जय सिंह ने बताया कि किसान विद्याधर यादव ने जब फैक्ट्री को जमीन दी, उस समय पर किसानों का विरोध-प्रदर्शन हुआ, तब जो मुआवजा तय हुआ वो मुआवजा दे रहे हैं. साथ ही मकानों का मुआवजा अलग से दिलवा रहे हैं, लेकिन किसान विद्याधर यादव इस मुआवजे पर सहमत नहीं हो रहे हैं. स्थानीय प्रशासन किसान के साथ है.
कंपनी के यूनिट हेड ने क्या कहा ? : इस पूरे विवाद पर कंपनी के यूनिट हेड एसची गुप्ता ने बताया कि किसान विद्याधर यादव को जमीन का पूरा मुआवजा व मकान का मुआवजा जो तय हुआ था, उसको देने के लिए कंपनी आज भी तैयार है.