धनबाद: युवा संगम कार्यक्रम के तहत 28 नवंबर को उत्तराखंड की शैक्षणिक और सांस्कृतिक यात्रा पर गए झारखंड के विभिन्न जिलों के दल के सभी 43 सदस्य वापस लौट आए हैं. गुरुवार को आईआईटी आईएसएम के गोल्डन जुबली हॉल में उन सभी छात्रों के लिए स्वागत कार्यक्रम का आयोजन किया गया. सभी को स्मृति चिह्न देकर उनका उत्साहवर्धन किया गया. इस कार्यक्रम में छात्रों ने अपनी सात दिवसीय यात्रा के दौरान के अनुभव साझा किए.
युवा संगम फेज 5 के झारखंड समन्वयक और आईआईटी आईएसएम के गणित एवं कंप्यूटिंग विभाग के प्रोफेसर संजीव साहू ने कहा कि छात्रों की यह सात दिवसीय यात्रा काफी उत्साहवर्धक रही. इस बीच उन्हें उत्तराखंड की संस्कृति को करीब से जानने का मौका मिला. हमें उम्मीद है कि छात्रों को इससे काफी कुछ सीखने को मिलेगा. आईआईटी आईएसएम को भी इस बात पर गर्व है कि हमें इस युवा संगम फेज 5 की मेजबानी का मौका मिला.
यात्रा से लौटे छात्रों ने कहा कि उन्होंने उत्तराखंड में कई जगहों का भ्रमण किया. उत्तराखंड जिसे देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है, अपने मनमोहक प्राकृतिक दृश्यों और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करता है.
आपको बता दें कि युवा संगम फेज 5 का आयोजन एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम के तहत किया गया था. इस यात्रा में छात्रों ने उत्तराखंड के प्रमुख स्थानों भगवानपुर, सिडकुल, हरिद्वार, ऋषिकेश, पतंजलि ग्राम, कोटद्वार, लैंसडाउन और देहरादून का भ्रमण किया और आईआईटी रुड़की की प्रयोगशालाओं में जाकर ज्ञान भी अर्जित किया. अब उत्तराखंड के छात्रों का एक दल जनवरी में धनबाद आने वाला है. इस आदान-प्रदान कार्यक्रम का उद्देश्य दोनों राज्यों के युवाओं के बीच सांस्कृतिक समझ और सहयोग को और बढ़ाना है.
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