रांची: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने झामुमो की उलगुलान न्याय महारैली को आदिवासी अपमान रैली बताते हुए सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट डाला था. उस पोस्ट को लेकर झारखंड का राजनीतिक पारा भी मौसम के समान बेहद गर्म हो गया है.
बाबूलाल के एक्स पर किये गए पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए झामुमो ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को दृष्टिहीन और जमीर का सौदागर करार दिया तो झामुमो के पक्ष में कांग्रेस भी आ गई. उधर, बाबूलाल मरांडी के एक्स पर किए पोस्ट को सही बताते हुए प्रदेश भाजपा के मीडिया प्रभारी ने कहा कि दरअसल, झामुमो और कांग्रेस के नेताओं को मतिभ्रम हो गया है. ये लोग अपने भ्रष्टाचार और झूठ की राजनीति को छुपाने के लिए महारैली कर रहे हैं. इससे जनता का कोई फायदा नहीं होने वाला है.
क्या है बाबूलाल के सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर उलगुलान महारैली को लेकर 19 अप्रैल का पोस्ट
बाबूलाल मरांडी ने लिखा है कि "उलगुलान रैली नहीं, आदिवासी अपमान रैली कहिए! अपने पोस्ट में उलगुलान महारैली से जुड़े झामुमो के होर्डिंग्स की तस्वीर के साथ बाबूलाल आगे लिखते हैं कि रांची में होने वाले इंडी एलायंस की रैली से झामुमो के संस्थापक सदस्य, झारखंड के आदिवासी मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन जी को पोस्टर से गायब कर हजारों करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार के आरोपी व्यक्ति हेमंत सोरेन को महिमामंडित किया जा रहा है.
अब झामुमो का मतलब सिर्फ हेमंत सोरेन परिवार तक ही सीमित रह गया है. स्पष्ट है, इंडी की रैली में जमीन से जुड़े नेताओं को दरकिनार कर सिर्फ परिवारवादियों को ही जगह दिया जा रहा है. जनता इस परिवार तंत्र का जवाब लोकतांत्रिक तरीके से देगी. जनता इनके भ्रष्टाचार का जवाब मोदी जी के विकास पर मुहर लगा कर देगी.
दृष्टिहीन और निकृष्टम मानसिकता की हद पार कर चुके हैं बाबूलाल- सुप्रियो
उलगुलान महारैली के होर्डिंग्स से चंपाई सोरेन की तस्वीर तक गायब कर दिए जाने के आरोप को राजनीति की निकृष्टम सीमा लांघ जाना बताते हुए झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि दरअसल, वह दृष्टिहीन भी हो गए हैं, इसलिए उन्हें अन्य बैनर-होर्डिंग्स नहीं दिखे, जिस पर दिशोम गुरु के साथ मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन की तस्वीर लगी हैं. सुप्रियो ने होर्डिंग्स में चंपाई सोरेन की तस्वीर वाला फोटो बाबूलाल को भेजने की बात कही है.
सुप्रियो ने कहा कि सोरेन परिवार और हेमंत सोरेन को भ्रष्टाचार का आरोपी बताने वाले बाबूलाल मरांडी क्या समझेंगे कि संघर्ष क्या होता है. पहले जब वह जेवीएम में हुआ करते थे तब विधायकों का सौदा करते थे, अब भाजपा में आकर जमीर का सौदा उन्होंने कर लिया है. सुप्रियो ने कहा कि मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन की तस्वीर वाली होर्डिंग्स का फोटो वह बाबूलाल को भेज रहे हैं.
बाबूलाल की राजनीति मजबूरी है उल-जलूल सोशल मीडिया पर लिखनाः कांग्रेस
झारखंड कांग्रेस के नेता राकेश किरण महतो ने बाबूलाल मरांडी के सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट को सत्य से परे और राजनीतिक से प्रेरित बताया. उन्होंने कहा कि आप हेमंत सोरेन पर कटाक्ष कर रहे हैं. आपको मालूम होना चाहिए कि हमारे युवा आदिवासी नेता हेमंत सोरेन को ही 2019 में जनादेश मिला था और भाजपा सत्ता से बाहर हुई थी. राकेश किरण महतो ने कहा कि आदिवासी संघर्ष की उपज सोरेन परिवार के एक व्यक्ति हेमंत सोरेन की बढ़ती लोकप्रियता से भयभीत होकर भाजपा ने साजिश रचकर गलत मामलों में उन्हें जेल भेजा गया. कांग्रेस नेता ने कहा कि बाबूलाल राज्य की राजनीति में साख खो चुके हैं.
मतिभ्रम के शिकार हैं इंडी गठबंधन के नेता- शिवपूजन पाठक
बाबूलाल मरांडी को झामुमो नेताओं द्वारा दृष्टिहीन और ओछी मानसिकता वाला बताने पर प्रतिक्रिया देते हुए झारखंड प्रदेश भाजपा के मीडिया प्रभारी ने कहा कि बाबूलाल मरांडी ने सच कहा है जो इन्हें बर्दाश्त नहीं हो रहा है. ये लोग मतिभ्रम के शिकार हो गए हैं और येन केन प्रकरेण अपने कुकृत्यों को छुपाने के लिए उलगुलान महारैली कर रहे हैं.
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