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रंगदारी के लिए स्प्लिंटर ग्रुप हुए एक्टिव, आगजनी और गोलीबारी कर फैला रहे दशहत!

झारखंड पुलिस राज्य के आपराधिक गिरोह और उग्रवादियों के स्प्लिंटर ग्रुप्स पर शिकंजा कसेगा.

Jharkhand Police will take action on splinter groups of naxalites and criminal gangs in state
प्रतीकात्मक तस्वीर (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Nov 30, 2024, 4:52 PM IST

रांचीः झारखंड के कुछ जिलों में पिछले दो महीने से कुछ आपराधिक गिरोह और उग्रवादियों के स्प्लिंटर ग्रुप दहशत फैला रहे हैं. रंगदारी और वसूली करने के लिए आगजनी और फायरिंग की वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है. डीजीपी झारखंड अनुराग गुप्ता की तरफ से ऐसे गुटों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए गए हैं.

लातेहार, खूंटी, रांची और चाईबासा में वारदात

राजधानी रांची के ग्रामीण इलाके के अलावा खूंटी, चतरा, गुमला और लातेहार और लोहरदगा जैसे जिलों में उग्रवादी संगठन टीपीसी, पीएलएफआई, जेजेएमपी के साथ साथ अमन साव गिरोह दहशत फैलाने में लगा हुआ है. इन पर नकेल कसने के लिए कड़े निर्देश डीजीपी के द्वारा जिलों को दिया गया है.

जानकारी देते झारखंड डीजीपी अनुराग गुप्ता (ETV Bharat)

नक्सलियों के खात्मे में लगी झारखंड पुलिस के लिए ये स्प्लिंटर ग्रुप परेशानी का सबक बने हुए हैं. सिर्फ स्प्लिंटर ग्रुप ही नहीं बल्कि अमन साव, अमन श्रीवास्तव और सुजीत श्रीवास्तव गिरोह भी उग्रवादियों की तर्ज पर फायरिंग और आगजनी कर रहा है. 25 नवंबर को पीएलएफआई के हथियार बंद दस्ते ने चाईबासा के गुदड़ी में बालू तस्करी को लेकर दो युवकों की हत्या कर दी थी. 26 नवंबर को पीएलएफआई के द्वारा खूंटी में कई वाहनों में आगजनी की गई.

लातेहार में ज्यादा दहशत

सबसे ज्यादा दहशत झारखंड के लातेहार जिला में कायम किया जा रहा है. यहां एक महीने के भीतर आगजनी और गोलाबारी की चार वारदातें सामने आ चुकी हैं. लातेहार में 20 नवंबर को जेजेएमपी के उग्रवादियों ने चार हाइवा वाहनों को आग के हवाले कर दिया था. लातेहार में ही 24 नवंबर को अमन साव के गुर्गों के द्वारा एके 47 से एक कोयला ट्रक पर फायरिंग की गई. 15 नवंबर को लातेहार के चंदवा में पेट्रोल पंप पर फायरिंग की, वहीं नवंबर महीने में ही बालूमाथ स्थित कोयला साइडिंग पर भी फायरिंग की गई. पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि फायरिंग और आगजनी करने वाले उग्रवादी संगठनों के स्प्लिंटर ग्रुप हैं जो सिर्फ पैसे वसूलने के लिए घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं.

टीपीसी, जेजेएमपी और पीएलएफआई पुलिस के रडार पर

झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने बताया कि झारखंड में नक्सलवाद की समस्या 95% खत्म हो चुकी है. फिलहाल हमारे लिए स्प्लिंटर ग्रुप का सफाया करना बेहद जरूरी है. झारखंड के कुछ जिलों में पिछले दो महीने के दौरान उग्रवादियों के स्प्लिंटर ग्रुप के द्वारा कई हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया गया है. छोटे-छोटे समूह में तब्दील होकर स्प्लिंटर ग्रुप आगजनी के साथ-साथ व्हाट्सएप कॉल कर कारोबारियों से रंगदारी की डिमांड कर रहे हैं.

समर्थकों के साथ एक्टिव उग्रवादियों की लिस्ट तैयार

डीजीपी अनुराग गुप्ता ने बताया कि कुछ आपराधिक गिरोह के साथ साथ टीपीसी, पीएलएफआई, जेजेएमपी और भाकपा माओवादिओं का छोटा ग्रुप एक्टिव है. ऐसे उग्रवादियों के द्वारा कुछ घटनाओं को जरूर अंजाम दिया गया है लेकिन पिछले एक साल के दौरान उनके संगठन के अधिकांश बड़े उग्रवादी या तो मारे गए या फिर पकड़े गए. लेकिन इन संगठनों के कुछ स्प्लिंटर ग्रुप बचे हुए हैं जिन पर कार्रवाई की जा रही है.

स्प्लिंटर ग्रुप में शामिल उग्रवादी छोटे हथियार के साथ सिविल ड्रेस में वारदात को अंजाम दे रहे हैं. ऐसे उग्रवादियों की लिस्ट तैयार की गई है साथ ही उनके समर्थकों को भी चिन्हित किया गया है जो उनके लिए मोबाइल सहित दूसरे समान उपलब्ध करवाते हैं. सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को यह निर्देश दिया गया है कि वह एक टीम बनाकर ऐसे स्प्लिंटर्स ग्रुप के खिलाफ कार्रवाई करें. खासकर पलामू आईजी को कड़ा निर्देश जारी किया गया है कि न सिर्फ कार्रवाई करें बल्कि फरार उग्रवादियों और अपराधियों के खिलाफ जमकर कुर्की भी करें.

इसे भी पढ़ें- स्प्लिंटर ग्रुप पर होगी सख्ती, पुलिस के दुश्मनों की तस्वीर के साथ होगी लिस्टिंग - Naxalism in Jharkhand

इसे भी पढ़ें- राजधानी में सक्रिय नक्सलियों के स्प्लिंटर ग्रुप का होगा सफाया! बना सेंट्रलाइज प्लान - action against splinters group

इसे भी पढ़ें- Video: लोकसभा चुनाव को लेकर इंटर स्टेट बॉर्डर पर विशेष निगरानी, नक्सलियों के खिलाफ अभियान की तैयारी

रांचीः झारखंड के कुछ जिलों में पिछले दो महीने से कुछ आपराधिक गिरोह और उग्रवादियों के स्प्लिंटर ग्रुप दहशत फैला रहे हैं. रंगदारी और वसूली करने के लिए आगजनी और फायरिंग की वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है. डीजीपी झारखंड अनुराग गुप्ता की तरफ से ऐसे गुटों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए गए हैं.

लातेहार, खूंटी, रांची और चाईबासा में वारदात

राजधानी रांची के ग्रामीण इलाके के अलावा खूंटी, चतरा, गुमला और लातेहार और लोहरदगा जैसे जिलों में उग्रवादी संगठन टीपीसी, पीएलएफआई, जेजेएमपी के साथ साथ अमन साव गिरोह दहशत फैलाने में लगा हुआ है. इन पर नकेल कसने के लिए कड़े निर्देश डीजीपी के द्वारा जिलों को दिया गया है.

जानकारी देते झारखंड डीजीपी अनुराग गुप्ता (ETV Bharat)

नक्सलियों के खात्मे में लगी झारखंड पुलिस के लिए ये स्प्लिंटर ग्रुप परेशानी का सबक बने हुए हैं. सिर्फ स्प्लिंटर ग्रुप ही नहीं बल्कि अमन साव, अमन श्रीवास्तव और सुजीत श्रीवास्तव गिरोह भी उग्रवादियों की तर्ज पर फायरिंग और आगजनी कर रहा है. 25 नवंबर को पीएलएफआई के हथियार बंद दस्ते ने चाईबासा के गुदड़ी में बालू तस्करी को लेकर दो युवकों की हत्या कर दी थी. 26 नवंबर को पीएलएफआई के द्वारा खूंटी में कई वाहनों में आगजनी की गई.

लातेहार में ज्यादा दहशत

सबसे ज्यादा दहशत झारखंड के लातेहार जिला में कायम किया जा रहा है. यहां एक महीने के भीतर आगजनी और गोलाबारी की चार वारदातें सामने आ चुकी हैं. लातेहार में 20 नवंबर को जेजेएमपी के उग्रवादियों ने चार हाइवा वाहनों को आग के हवाले कर दिया था. लातेहार में ही 24 नवंबर को अमन साव के गुर्गों के द्वारा एके 47 से एक कोयला ट्रक पर फायरिंग की गई. 15 नवंबर को लातेहार के चंदवा में पेट्रोल पंप पर फायरिंग की, वहीं नवंबर महीने में ही बालूमाथ स्थित कोयला साइडिंग पर भी फायरिंग की गई. पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि फायरिंग और आगजनी करने वाले उग्रवादी संगठनों के स्प्लिंटर ग्रुप हैं जो सिर्फ पैसे वसूलने के लिए घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं.

टीपीसी, जेजेएमपी और पीएलएफआई पुलिस के रडार पर

झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने बताया कि झारखंड में नक्सलवाद की समस्या 95% खत्म हो चुकी है. फिलहाल हमारे लिए स्प्लिंटर ग्रुप का सफाया करना बेहद जरूरी है. झारखंड के कुछ जिलों में पिछले दो महीने के दौरान उग्रवादियों के स्प्लिंटर ग्रुप के द्वारा कई हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया गया है. छोटे-छोटे समूह में तब्दील होकर स्प्लिंटर ग्रुप आगजनी के साथ-साथ व्हाट्सएप कॉल कर कारोबारियों से रंगदारी की डिमांड कर रहे हैं.

समर्थकों के साथ एक्टिव उग्रवादियों की लिस्ट तैयार

डीजीपी अनुराग गुप्ता ने बताया कि कुछ आपराधिक गिरोह के साथ साथ टीपीसी, पीएलएफआई, जेजेएमपी और भाकपा माओवादिओं का छोटा ग्रुप एक्टिव है. ऐसे उग्रवादियों के द्वारा कुछ घटनाओं को जरूर अंजाम दिया गया है लेकिन पिछले एक साल के दौरान उनके संगठन के अधिकांश बड़े उग्रवादी या तो मारे गए या फिर पकड़े गए. लेकिन इन संगठनों के कुछ स्प्लिंटर ग्रुप बचे हुए हैं जिन पर कार्रवाई की जा रही है.

स्प्लिंटर ग्रुप में शामिल उग्रवादी छोटे हथियार के साथ सिविल ड्रेस में वारदात को अंजाम दे रहे हैं. ऐसे उग्रवादियों की लिस्ट तैयार की गई है साथ ही उनके समर्थकों को भी चिन्हित किया गया है जो उनके लिए मोबाइल सहित दूसरे समान उपलब्ध करवाते हैं. सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को यह निर्देश दिया गया है कि वह एक टीम बनाकर ऐसे स्प्लिंटर्स ग्रुप के खिलाफ कार्रवाई करें. खासकर पलामू आईजी को कड़ा निर्देश जारी किया गया है कि न सिर्फ कार्रवाई करें बल्कि फरार उग्रवादियों और अपराधियों के खिलाफ जमकर कुर्की भी करें.

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