ETV Bharat / state

झारखंड सरकारी महिला मजदूर मोर्चा ने बुलंद की न्यूनतम मजदूरी की मांग, थाली बजाकर राज्य सरकार को जगाने का किया प्रयास

Mahila Mazdoor Morcha protest in Giridih. झारखंड में विभिन्न विभागों में मानदेय पर सेवा दे रही महिलाएं पिछले कई माह से न्यूनतम मजदूरी की मांग कर रही हैं, पर अब तक इनकी मांगें पूरी नहीं हुई हैं. इसका कारण अब इनका आंदोलन तेज हो गया है. इसके तहत गिरिडीह में सरकारी महिला मजदूर मोर्चा के बैनर तले प्रदर्शन किया गया.

http://10.10.50.75//jharkhand/10-February-2024/jhgir01thalibajaopkgjh10006_10022024153023_1002f_1707559223_713.jpg
Mahila Mazdoor Morcha Protest
author img

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Feb 10, 2024, 5:44 PM IST

गिरिडीह में झारखंड सरकारी महिला मजदूर मोर्चा का प्रदर्शन और जानकारी देते कर्मचारी नेता.

गिरिडीहः न्यूनतम मजदूरी और छंटनी की गई महिला कर्मियों को काम पर वापस लेने की मांग आंगनबाड़ी सेविका, जलसाहिया, स्वास्थ्य सहिया, रसोइया, पोषण सखी लगातार कर रही हैं. इसे लेकर कई दफा आंदोलन भी किया गया है, लेकिन अब तक मांगें पूरी नहीं की गई हैं. अब इन महिला कर्मियों ने आंदोलन को तेज करने का निर्णय लिया है.

हर माह दो दिन प्रदर्शन करने का लिया गया निर्णय

नए निर्णय के अनुसार महीने में दो दिन संविदा पर सेवा देने वाली महिलाएं जिला मुख्यालय और प्रखंड मुख्यालय में थाली बजाकर प्रदर्शन करेंगी और राज्य सरकार को जगाने का काम करेंगी. शनिवार को इस आंदोलन की शुरुआत गिरिडीह से की गई. गिरिडीह में झारखंड सरकारी महिला मजदूर मोर्चा के बैनर तले महिलाओं ने रैली निकाली और थाली बजाकर सरकार को जगाने का काम किया.

झामुमो ने नहीं पूरा किया वादाः अशोक

इस दौरान कर्मचारी नेता अशोक सिंह ने कहा कि सरकार बनने से पूर्व झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से कहा गया था कि एक-डेढ़ हजार रुपए मानदेय पर काम कर रही दीदियों को न्यूनतम मजदूरी दी जाएगी, पर ऐसा हुआ नहीं. बल्कि जिन महिलाएं सेवा में थीं उनमें से कई को काम से हटा दिया गया है. यह कहां का इंसाफ है.

जो महिलाओं से जो टकराएगा, पांच साल तक पछताएगा

इस दौरान कर्मचारी नेता ने कहा कि राज्य सरकार की वादाखिलाफी के विरोध में शनिवार से गिरिडीह से समूचे राज्य में थाली बजाने का कार्यक्रम शुरू हुआ है. इसके बाद हर माह एक दिन ब्लॉक में और एक दिन जिला मुख्यालय ने थाली बजाकर राज्य सरकार को जगाने का काम किया जाएगा. उन्होंने कहा कि तब तक थाली बजेगा, जब तक मांगें पूरी नहीं होती हैं. कर्मचारी नेता अशोक सिंह ने आगे कहा कि महिलाओं से जो टकराएगा वह पांच साल तक पछताएगा. इस दौरान महिला कर्मियों ने कहा कि सरकार का बजट हमलोगों के मानदेय से ही बिगड़ रहा है. बाकी सभी लोगों को वेतन मिल रहा है.

मौके पर ये भी थे मौजूद

इस कार्यक्रम की अध्यक्षता अंशुलता स्वरूप ने की. जबकि इस दौरान झारखंड मजदूर मोर्चा के अशोक सिंह, रघुनंदन विश्वकर्मा, रुपलाल महतो, सरिता देवी, दिव्या देवी, सितारा प्रवीण, संपा सिंह, प्रमिला देवी समेत कई महिला संविदा कर्मचारी मौजूद थीं.

ये भी पढ़ें-

Sahiya Protest In Giridih: 100 नंबर डायल कर सुरक्षा मांगने पर शर्मसार हुई सहिया, दूसरी तरफ से दी गयी भद्दी-भद्दी गालियां

हड़ताल पर गिरिडीह नगर निगम के कर्मचारी, मशाल जुलूस निकालकर किया प्रदर्शन

हड़ताली डाक कर्मचारियों का छलका दर्द, कहा- काम करते जवानी गुजार देने के बाद भी नहीं मिलता पेंशन

गिरिडीह में झारखंड सरकारी महिला मजदूर मोर्चा का प्रदर्शन और जानकारी देते कर्मचारी नेता.

गिरिडीहः न्यूनतम मजदूरी और छंटनी की गई महिला कर्मियों को काम पर वापस लेने की मांग आंगनबाड़ी सेविका, जलसाहिया, स्वास्थ्य सहिया, रसोइया, पोषण सखी लगातार कर रही हैं. इसे लेकर कई दफा आंदोलन भी किया गया है, लेकिन अब तक मांगें पूरी नहीं की गई हैं. अब इन महिला कर्मियों ने आंदोलन को तेज करने का निर्णय लिया है.

हर माह दो दिन प्रदर्शन करने का लिया गया निर्णय

नए निर्णय के अनुसार महीने में दो दिन संविदा पर सेवा देने वाली महिलाएं जिला मुख्यालय और प्रखंड मुख्यालय में थाली बजाकर प्रदर्शन करेंगी और राज्य सरकार को जगाने का काम करेंगी. शनिवार को इस आंदोलन की शुरुआत गिरिडीह से की गई. गिरिडीह में झारखंड सरकारी महिला मजदूर मोर्चा के बैनर तले महिलाओं ने रैली निकाली और थाली बजाकर सरकार को जगाने का काम किया.

झामुमो ने नहीं पूरा किया वादाः अशोक

इस दौरान कर्मचारी नेता अशोक सिंह ने कहा कि सरकार बनने से पूर्व झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से कहा गया था कि एक-डेढ़ हजार रुपए मानदेय पर काम कर रही दीदियों को न्यूनतम मजदूरी दी जाएगी, पर ऐसा हुआ नहीं. बल्कि जिन महिलाएं सेवा में थीं उनमें से कई को काम से हटा दिया गया है. यह कहां का इंसाफ है.

जो महिलाओं से जो टकराएगा, पांच साल तक पछताएगा

इस दौरान कर्मचारी नेता ने कहा कि राज्य सरकार की वादाखिलाफी के विरोध में शनिवार से गिरिडीह से समूचे राज्य में थाली बजाने का कार्यक्रम शुरू हुआ है. इसके बाद हर माह एक दिन ब्लॉक में और एक दिन जिला मुख्यालय ने थाली बजाकर राज्य सरकार को जगाने का काम किया जाएगा. उन्होंने कहा कि तब तक थाली बजेगा, जब तक मांगें पूरी नहीं होती हैं. कर्मचारी नेता अशोक सिंह ने आगे कहा कि महिलाओं से जो टकराएगा वह पांच साल तक पछताएगा. इस दौरान महिला कर्मियों ने कहा कि सरकार का बजट हमलोगों के मानदेय से ही बिगड़ रहा है. बाकी सभी लोगों को वेतन मिल रहा है.

मौके पर ये भी थे मौजूद

इस कार्यक्रम की अध्यक्षता अंशुलता स्वरूप ने की. जबकि इस दौरान झारखंड मजदूर मोर्चा के अशोक सिंह, रघुनंदन विश्वकर्मा, रुपलाल महतो, सरिता देवी, दिव्या देवी, सितारा प्रवीण, संपा सिंह, प्रमिला देवी समेत कई महिला संविदा कर्मचारी मौजूद थीं.

ये भी पढ़ें-

Sahiya Protest In Giridih: 100 नंबर डायल कर सुरक्षा मांगने पर शर्मसार हुई सहिया, दूसरी तरफ से दी गयी भद्दी-भद्दी गालियां

हड़ताल पर गिरिडीह नगर निगम के कर्मचारी, मशाल जुलूस निकालकर किया प्रदर्शन

हड़ताली डाक कर्मचारियों का छलका दर्द, कहा- काम करते जवानी गुजार देने के बाद भी नहीं मिलता पेंशन

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.