खूंटीः कटहल की प्रोसेसिंग कर चिप्स, पापड़, अचार, आटा समेत विभिन्न खाद्य सामग्रियां बनाकर बाजार में बेहतर पैकेजिंग रोजगार भी किया जा सकता है. इसकी जानकारी झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार को पहले नहीं थी. राज्यपाल ने दिए बयान में कहा कि खूंटी में देखा कि इससे मुनाफा भी कमाया जा सकता है और महिलाएं इससे जुड़कर आत्मनिर्भर भी बन रही हैं.
खूंटी में गुरुवार को कटहल प्रोसेसिंग यूनिट का झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने अवलोकन किया. खूंटी के कदमा में कटहल प्रोसेसिंग यूनिट का निर्माण जिला प्रशासन की पहल पर कराया गया है. कटहल प्रोसेसिंग यूनिट का संचालन सखी मंडल की दीदियों द्वारा किया जाएगा. कटहल से चिप्स, पापड़, आचार, आटा समेत विभिन्न खाद्य सामग्रियों को बनाकर बाजार में बेहतर पैकेजिंग कर बेचा जाएगा.
खूंटी के कदमा में निर्मित कटहल प्रोसेसिंग यूनिट के अवलोकन के मौके पर राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने सखी मंडल की दीदियों को केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से संबंधित चेक सौंपा. बता दें कि जेएसएलपीएस के मध्यम से सखी मंडल की दीदियां लगातार बैंक से ऋण लेकर अपने समूह की आय बढ़ाने में लगी हैं. बैंक ऋण के मध्यम से दीदियां स्वरोजगार कर आमदनी भी दोगुनी कर रही हैं.
राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने बताया कि यहां ग्रामीण इलाकों की महिलाएं किस तरह स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ रही हैं और अपनी आमदनी बढ़ा रही हैं. साथ ही पहली बार कटहल के प्रोसेसिंग प्लांट की जानकारी मिली. प्रोसेसिंग प्लांट के बनने से महिलाओं की कार्यकुशलता बढ़ेगी और आमदनी होगी. राज्यपाल ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार की विभिन्न योजनाएं आमजन के उत्थान व कल्याणार्थ संचालित हैं.
उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य यह है कि प्रत्येक पात्र व्यक्ति को इन योजनाओं का पूर्ण लाभ मिले. उन्होंने कहा कि एक समय था जब केंद्र से भेजी गई राशि लोगों तक सही रूप में नहीं पहुंच पाती थी, लेकिन अब व्यवस्था में सुधार हुआ है. आज प्रधानमंत्री जी की दूरदर्शिता से योजनाओं का लाभ सीधे लोगों के बैंक खातों में पहुंच रहा है. साथ ही आजीविका एवं उनके जीवन स्तर में सुधार लाने की दिशा में सरकार द्वारा प्रयास किया जा रहा है.
उन्होंने उपस्थित लोगों से प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, अबुआ आवास योजना और पेयजल योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति के बारे में भी जानकारी प्राप्त की. इस दौरान उन्होंने यूनिट में कार्यरत दीदियों से संवाद कर उनकी आर्थिक स्थिति पर चर्चा की. उन्होंने वहां निर्मित विभिन्न उत्पादों को देखा तथा उनका उत्साहवर्धन किया. राज्यपाल ने दीदियों से संवाद के दौरान जानना चाहा कि इस प्रोसेसिंग यूनिट से जुड़ने के बाद उनकी आर्थिक स्थिति में किस प्रकार का सुधार हुआ है.
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