रांचीः इस बार के चुनावी समर में सबसे ज्यादा कोई शब्द का इस्तेमाल होने वाला है तो वह है गारंटी. यह गारंटी राजनीतिक दलों के द्वारा जनता को कई तरह से दिए जाएंगे. इन सबके बीच सबसे ज्यादा गारंटी शब्द का सबसे ज्यादा इस्तेमाल कोई दल कर रहा है तो वह भारतीय जनता पार्टी है.
पिछले दिनों छत्तीसगढ़ सहित देश के विभिन्न राज्यों में हुए चुनाव में Modi ki guarantee का जादू चलने के बाद लोकसभा चुनाव में भी भारतीय जनता पार्टी ने इसे व्यापक प्रचार प्रसार करने में लगी है. जिसके तहत 2047 में विकसित भारत का मोदी का संकल्प के साथ कई तरह की गारंटी का आश्वासन दिया जा रहा है. रांची के बीजेपी सांसद संजय सेठ कहते हैं कि मोदी है तो मुमकिन है भर नहीं बल्कि मोदी की गारंटी है तो जमीन पर विकास योजना के उतरने की भी गारंटी है.
लोकसभा चुनाव को लेकर झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी की गारंटीः
- किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी.
- जातीय जनगणना कराकर भागीदारी की गारंटी.
- युवाओं को रोजगार की गारंटी.
- सेना के अग्निवीर योजना को रद्द कर पक्की भर्ती की गारंटी.
- महंगाई पर राहत देने की गारंटी.
- महिला सुरक्षा की गारंटी.
- श्रमिकों के हितों के रक्षा की गारंटी.
- आदिवासी दलित पिछड़ों के अधिकारों के रक्षा की गारंटी.
- सत्ता में आते ही सरना धर्म कोड लागू करने की गारंटी.
- यूपीए सरकार द्वारा पारित वन अधिकार अधिनियम की गारंटी.
- 2013 के भूमि अधिग्रहण कानून की गारंटी.
मोदी की गारंटी की काट में झारखंड कांग्रेस की गारंटीः
मोदी की गारंटी को रोकने के लिए कांग्रेस ने भी गारंटी को लोकसभा चुनाव के केंद्र बिंदु में रखना शुरू कर दिया है कई स्थानों पर राहुल गांधी भी पीएम मोदी की तरह गारंटी शब्द का इस्तेमाल करते नजर आ रहे हैं. बात अगर झारखंड की करें तो यहां भी प्रदेश स्तर पर कांग्रेस ने कांग्रेस की गारंटी तैयार कर ली है. जिससे झारखंड की सभी 14 सीटों पर जनता के बीच स्थानीय मुद्दे की गारंटी दी जाए. कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता सोनल शांति कहते हैं कि राज्य में कांग्रेस के सहयोग से चल रही सरकार ने जो 2019 में जनता से वादा किया था उसे पूरा कर गारंटी को चरितार्थ किया है. भारतीय जनता पार्टी पर जनता से झूठा वादा और गारंटी की बात करने का आरोप लगाया है.
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