जमशेदपुर: लोकसभा चुनाव की तारीख की घोषणा के बाद से ही नेताओं के बीच जुबानी जंग जारी है. इस बीच, जमशेदपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान झारखंड बीजेपी प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी की जुबान फिसल गई और उन्होंने ऐसी बात कह दी, जो झारखंड के राजनीतिक गलियारे में चर्चा का विषय बन गई है.
दरअसल, शनिवार को झारखंड बीजेपी प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी बिस्टुपुर स्थित तुलसी भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे. संवाददाता सम्मेलन के दौरान जब वे गीता-सीता का झारखंड में क्या असर होगा, इसका जवाब देने लगे तो उन्होंने कहा कि दोनों सीटें हमारी पक्की हैं. सीता-गीता जीत दर्ज करेंगी.
इसके बाद वे अपना एक पुराना किस्सा सुनाते हुए उत्तर प्रदेश में कार्यकर्ताओं से अपने जुड़ाव के बारे में बताने लगे. इस दौरान उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार के दौरान वो हमेशा अपने कार्यकर्ताओं के साथ खड़े रहते थे. प्रेस कॉन्फ्रेंस में बात करने के दौरान बीजेपी प्रदेश प्रभारी शब्दों की मर्यादा लाघ गए.
"मैंने स्कूटर पर काम किया है. उत्तर प्रदेश में जब समाजवादी पार्टी की सरकार थी तो किसी जिले में अधिकारियों ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर अत्याचार करने की कोशिश की. तो जितना समय मुझे उस जिले में पहुंचने में लगा है, उतना लगाया है,फिर कोई कसर नहीं छोड़ी और कार्यकर्ताओं को बेदाग बरी कराकर लेकर आया हूं. मौत एक ही दिन आनी है. भगवान ने जिस दिन लिख रखी है, मां के पेट से जन्म हैं, कोई तारीख तय नहीं कर सकता ." - लक्ष्मीकांत वाजपेयी, प्रदेश प्रभारी, भाजपा
उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष के रूप में मेरे कार्यकाल के दौरान, भाजपा और उसके सहयोगियों ने यूपी की 80 लोकसभा सीटों में से 73 सीटें जीती थीं.
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