रांची: भारतीय जनता पार्टी ने राज्य में हर साल पांच लाख सरकारी नौकरी देने का युवाओं से वादा कर सत्ता में आई महागठबंधन की सरकार पर राज्य के युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ का आरोप लगाया है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता और विधायक अमित मंडल ने प्रदेश कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन कर कहा कि हर साल पांच लाख नौकरी देने का वादा कर सत्ता में आई झामुमो, कांग्रेस और राजद की सरकार ने चार वर्षों में जेपीएससी और जेएसएससी के माध्यम से सिर्फ 3328 युवाओं को ही नौकरी दी. इसके अलावा जो अन्य नौकरियां राज्य के युवाओं को मिली है वह पूर्व की सरकार के द्वारा सृजित की गई थी या फिर अदालती आदेशों के बाद नियुक्तियां हुई हैं.
हेमंत सरकार में झारखंड में बाहरी युवाओं को मिली नौकरी
अमित मंडल भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय में प्रदेश मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक, सचेतक, पूर्व मंत्री और विधायक जयप्रकाश भाई पटेल की उपस्थिति में मीडिया संवाद के दौरान राज्य में 2019 के बाद हुई नियुक्तियों की संख्या का जिक्र करते हुए विधायक अमित मंडल ने कहा कि नगर विकास विभाग की हालिया बहाली में 70 प्रतिशत बहाली बाहरी लोगों की हुई है. वजह साफ है कि राज्य की सरकार नहीं चाहती कि राज्य के युवाओं को नौकरी मिले. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अमित मंडल ने कहा कि 2019 में जेएमएम के तत्कालीन कार्यकारी अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष के रूप में जनता से यह वादा किया था कि सत्ता के आने के बाद वह एक ऐसी स्थानीय नीति बनाएंगे जिसमें स्थानीय लोगों को नौकरियों में प्राथमिकता मिले. राज्य के युवा उनके झांसे में आ गए और 2019 के दिसंबर में महागठबंधन की सरकार बन गई. सत्ता में आने के बाद झामुमो के नेतृत्व वाली महागठबंधन की सरकार ने ठीक इसके उलट काम किया.
विधानसभा सदन में हेमंत सोरेन ने कहा था हम बाहरी लोगों को नौकरी नहीं देंगे, लेकिन महागठबंधन की सरकार में हुई नियुक्तियों में 70 प्रतिशत से ज्यादा बाहरी लोगों ने नौकरी पा ली. विधायक अमित मंडल ने कहा कि उत्तर प्रदेश, बिहार यहां तक कि तमिलनाडु राज्य के लोग भी राज्य में नौकरी पा जा रहे हैं. भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि रघुवर दास की सरकार में एक लाख युवाओं को नौकरी दी गई थी, जिसमें 20 से 40 प्रतिशत ही बाहरी लोगों को नौकरी दी गई थी, लेकिन हेमंत और चंपाई सरकार में 70 प्रतिशत बाहरी लोगों को नौकरी मिली है.
महागठबंधन सरकार में सिर्फ 3328 नियुक्तियां हुईः भाजपा
भारतीय जनता पार्टी के गोड्डा से विधायक और प्रदेश प्रवक्ता अमित मंडल ने कहा कि राज्य में पिछले चार वर्षों में जेपीएससी और जेएसएससी के माध्यम से सिर्फ 3328 नियुक्तियां हुईं हैं. इनमें जेपीएससी के माध्यम से 2995 और जेएसएससी के माध्यम से 333 नियुक्तियां हुईं हैं. विधायक अमित मंडल ने कहा कि राज्य में महागठबंधन की सरकार में सहायक लोक अभियोजक (एपीपी) की 107, कृषि पदाधिकारियों की 129, प्रयोगशाला सहायक की 37, स्वास्थ्य विभाग में चिकित्सक और सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी(सीएचओ) की 470, आयुष की 217, पशु चिकित्सक की 32, जेई की 617 और जेपीएससी की अन्य 252 पदों पर ही नियुक्ति हुई ,उसमें भी ज्यादातर पद पर राज्य के बाहर के युवा बहाल हो गए. यह दर्शाता है कि वर्तमान राज्य की सरकार को यहां के युवाओं के भविष्य को लेकर कोई चिंता नहीं है.
ये भी पढ़ें-
झारखंड में संवैधानिक संकट जैसी स्थिति, किसी को सीएम बनाना लोकतंत्र का मजाकः बाबूलाल मरांडी