रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के लिए बीजेपी ने अपने 66 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी है. हालांकि अभी भी बीजेपी ने बरहेट और टुंडी के लिए किसी भी नाम का एलान नहीं किया है. ऐसे में कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं.
बरहेट से झामुमो की तरफ से हेमंत सोरेन उम्मीदवार होंगे ये लगभग तय माना जा रहा है. लेकिन बीजेपी की तरफ से यहां कौन उम्मीदवार होगा ये सस्पेंस बना हुआ है. राजनीतिक गलियारों में ये चर्चा है कि बीजेपी यहां से लुईस मरांडी को टिकट देना चाहती है, लेकिन लुईस बरहेट से चुनाव नहीं लड़ना चाहती हैं. ऐसे में बीजेपी यहां सरप्राइज कर सकती है.
बरहेट विधानसभा सीट का इतिहास
2019 में बरहेट विधानसभा चुनाव परिणाम | ||
प्रत्याशी का नाम | पार्टी | प्राप्त मत |
हेमंत सोरेन | झामुमो | 73,725 |
सिमन मालतो | भाजपा | 47,985 |
होपना टुडू | झाविमो | 2622 |
2014 में बरहेट विधानसभा चुनाव परिणाम | ||
प्रत्याशी का नाम | पार्टी | प्राप्त मत |
हेमंत सोरेन | झामुमो | 62,515 |
हेमलाल मुर्मू | भाजपा | 38,428 |
सिमन मालतो | झाविमो | 14,161 |
2009 में बरहेट विधानसभा चुनाव परिणाम | ||
प्रत्याशी का नाम | पार्टी | प्राप्त मत |
हेमलाल मुर्मू | झामुमो | 40,621 |
विजय हांसदा | निर्दलीय | 20,303 |
2005 में बरहेट विधानसभा चुनाव परिणाम | ||
प्रत्याशी का नाम | पार्टी | प्राप्त मत |
थॉमस सोरेन | झामुमो | 42332 |
सिमन मालतो | बीजेपी | 28,593 |
बरहेट विधानसभा चुनाव परिणाम 2000 | ||
प्रत्याशी का नाम | पार्टी का नाम | प्राप्त मत |
हेमलाल मुर्मू | झामुमो | 66,599 |
लोरेंस हांसदा | कांग्रेस | 28,473 |
हेमंत सोरेन लगातार दो बार से जीत रहे चुनाव
बरहेट विधानसभा सीट झामुमो की दबदबे वाली सीट मानी जाती है. पिछले दो बार से यहां से लगातार हेमंत सोरेन चुनाव जीतते आ रहे हैं. इस बार भी कहा जा रहा है कि हेमंत सोरेन बरहेट से ही चुनाव लड़ेंगे. झामुमो को उम्मीद है कि हेमंत हैट्रिक जरूर लगाएंगे. बरहेट में दूसरे चरण में मतदान होना है. माना जा रहा है कि हेमंत सोरेन 24 अक्टूबर को यहां से नॉमिनेशन फाइल करेंगे. हालांकि बीजेपी की तरफ से उन्हें कौन टक्कर देगा ये साफ नहीं है.
बरहेट में आज तक नहीं जीत पाई बीजेपी
बरहेट विधानसभा सीट पर बीजेपी आज तक अपना खाता नहीं खोल पाई है. 1957 में बनी इस सीट पर पहले दो चुनावों में यहां से झारखंड पार्टी के उम्मीदवार को जीत मिली, जबकि यहां से दो बार कांग्रेस पार्टी ने भी जीत दर्ज की. यहां ये एक बार जनता पार्टी के उम्मीदवार ने भी सफलता हासिल की है. लेकिन 1990 के बाद से इस सीट पर झामुमो का कब्जा है. पिछले दो बार से यहां से हेमंत सोरेन विधायक बने हैं, जबकि उससे पहले लगातार चार बार हेमलाल मुर्मू और एक बार थॉमस हांसदा ने जीत दर्ज की थी.
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