रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के लिए NDA ने भले ही सीट शेयरिंग पर एक फार्मूला बना लिया है, जिसके तहत भाजपा 68, आजसू 10, जदयू 02 और लोजपा 01 सीट पर चुनाव लड़ेगी. जबकि इंडिया ब्लॉक के महागठबंधन में अभी तक कुछ भी साफ नहीं हुआ है. झामुमो और कांग्रेस के नेता महागठबंधन में 'ऑल इज वेल' कह रहे हैं लेकिन कहीं न कहीं महागठबंधन में कम से कम लालू प्रसाद की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल 05 या 06 सीट पर समझौता करने के मूड में नहीं दिख रही है.
सीट शेयरिंग को लेकर बैठक
इसी बीच बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव आज जमुई से रांची पहुंचेंगे. पार्टी के उपाध्यक्ष अनिता यादव से मिली जानकारी के अनुसार आज 12 बजे तेजस्वी यादव होटल रेडिशन ब्लू में झारखंड राजद के वरिष्ठ पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे. इसके बाद इस बात की प्रबल संभावना है कि तेजस्वी यादव सीट शेयरिंग को लेकर कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं के साथ भी बात करें.
महागठबंधन में अधिक की हिस्सेदारी मांग रहा राजद कितनी सीटों पर तैयार होगा यह देखना इसलिए भी दिलचस्प होगा, क्योंकि 17 अक्टूबर को ही पार्टी के प्रदेश संसदीय बोर्ड ने 22 विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ने, सीट और प्रत्याशी चयन जैसे फैसला लेने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद को अधिकृत किया है. लालू प्रसाद के बेहद करीबी भोला यादव भी 17 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी जैसा बयान दे चुके हैं. ऐसे में राज्य की राजनीति के लिए 19 अक्टूबर के दिन महागठबंधन के लिए बेहद महत्वपूर्ण होगा. हालांकि आज पता चल सकेगा कि राजद आने वाले दिनों में विधानसभा चुनाव में 2019 से भी कम सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार होकर महागठबंधन में बना रहेगा या फिर किसी नए रास्ते पर निकल जाएगा.
2019 में राजद को मिली थी महज 7 सीट
2019 के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के तहत झारखंड मुक्ति मोर्चा को 43, कांग्रेस को 31 और राष्ट्रीय जनता दल को 07 सीटें मिली थी. तब राज्य में भाजपा की सरकार थी और उसे सत्ता से बाहर करने के लिए तेजस्वी यादव को मनाकर लालू प्रसाद ने 07 सीटें स्वीकार कर ली थी. 2019 में महागठबंधन के सीट शेयरिंग के लिए प्रेस क्लब में साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस रखा गया था, जिसमें हेमंत सोरेन, आलमगीर आलम और तेजस्वी यादव को मौजूद रहना था लेकिन तब रांची में होते हुए भी तेजस्वी यादव उस प्रेस कॉन्फ्रेंस से दूरी बनाकर अपनी नाराजगी से सबको अवगत करा दिया था. उस समय राजनीति के दिग्गज लालू प्रसाद की वजह से तब महागठबंधन कायम रहा था. अब देखना होगा कि इस बार तेजस्वी का क्या रुख रहता है? वह भाजपा को सत्ता में आने से रोकने के लिए 2019 से भी कम सीटों पर चुनाव लड़ने के लिये तैयार हो जाते हैं या फ़िर वर्तमान स्वरूप में महागठबंधन का अस्तित्व पर ही सवालिया निशान खड़ा हो जाता है.
बिहार राजद के कई दिग्गज पहुंच चुके हैं रांची
राजद नेता तेजस्वी यादव सड़क मार्ग के जरिए जमुई से रांची पहुंचेंगे. वहीं, पहले से ही राजद के झारखंड प्रदेश प्रभारी पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश यादव, बिहार के पूर्व वित्त मंत्री और राजद के प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिदिकी, राज्यसभा सांसद मनोज झा, संजय यादव और भोला यादव रांची में है.
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