गोड्डा: महगामा विधान सभा को अल्पसंख्यक बाहुल्य क्षेत्र माना जाता है. यहां बीजेपी और कांग्रेस की सीधी टक्कर होती रही है. 2024 के झारखंड विधानसभा चुनाव में भी महगामा सीट पर कांग्रेस और बीजेपी आमने सामने है. विशेषज्ञों की मानें तो यहां जीत और हार में अल्पसंख्यक वोटरों की खास भूमिका होती है.
महगामा विधानसभा सीट पर कुल मतदाताओं का करीब 40 प्रतिशत हिस्सा अल्पसंख्यक समाज से आता है. जाहिर है ऐसे में अल्पसंख्यकों के वोट पर सबकी नजर रहती है. इस सीट पर चुनावी मैदान में कुल 10 प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रहे हैं. जिनमे 4 उम्मीदवार मुस्लिम हैं.
महगामा विधानसभा सीट पर 2000, 2005 और 2014 में भाजपा के अशोक भगत ने जीत जीत दर्ज की. इस बार भी अशोक भगत भाजपा से प्रत्याशी बनाए गए हैं. दूसरी तरफ 2009 में यहां से कांग्रेस के राजेश रंजन और 2019 में कांग्रेस की दीपिका पांडेय सिंह ने जीत दर्ज की. दीपिका एक बार फिर से महागठबंधन की ओर से कांग्रेस प्रत्याशी हैं.
महगामा में विधानसभा चुनाव परिणाम
वर्ष 2019 में महगामा विधानसभा चुनाव परिणाम | ||
प्रत्याशी के नाम | पार्टी | प्राप्त मत |
दीपिका पांडे सिंह | कांग्रेस | 89,224 |
अशोक कुमार | बीजेपी | 76,725 |
अशोक कुमार सिंह | एआईएमआईएम | 5,719 |
2014 में महगामा विधानसभा चुनाव परिणाम | ||
प्रत्याशी के नाम | पार्टी | प्राप्त मत |
अशोक कुमार | बीजेपी | 70,635 |
सईद इक्बाल- | जेवीएम | 39,075 |
राजेश रंजन | कांग्रेस | 18,355 |
सुरेन्द्र .केशरी | जेएमएम | 13,770 |
2009 में महगामा विधानसभा चुनाव परिणाम | ||
प्रत्याशी के नाम | पार्टी | प्राप्त मत |
राजेश रंजन | कांग्रेस | 43,834, |
अशोक कुमार | बीजेपी | 35,684 |
लाल बिहारी साह | जेएमएम | 12,237 |
2005 में महगामा विधानसभा चुनाव परिणाम | ||
प्रत्याशी के नाम | पार्टी | प्राप्त मत |
अशोक कुमार | बीजेपी | 46,253 |
अताउर सिद्धीकी | राजद | 39,825 |
अशोक कुमार सिंंह | बीएसपी | 12,885 |
महगामा विधानसभा सीट पर मुस्लिम उम्मीदवारों की बात करें तो साल 2000 और 2005 में तीन, 2009 में एक, 2014 में दो और 2019 में एक उम्मीदवार थे. इस हिसाब से देखें तो जब भी यहां दो से ज्यादा मुस्लिम उम्मीदवार हुए तब यहां बीजेपी ने जीत दर्ज की. ऐसे में कई विश्लेषकों का मानना है कि इस बार चार मुस्लिम उम्मीदवार हैं और ऐसे में अल्पसंख्यक समाज के वोटों का बंटवारा होगा और इसकी सीधा फायदा बीजेपी को हो सकता है.
महगामा सीट पर असद्दुदीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के उम्मीदवार कमरान को छोड़ दें तो सभी निर्दलीय भाग्य आजमा है. इनमें से कुछ को डमी कैंडिडेट भी कहा जा रहा है. ऐसे में 2024 विधानसभा चुनाव में भी महगामा में कांग्रेस और बीजेपी के बीत आमने सामने की लड़ाई है. जानकारों का मानना है कि अगर अल्पसंख्यक मतों का बिखराव नहीं होता है तो इसका सीधा फायदा महागठबंधन को होगा, लेकिन अगर इनका मत बिखरता है तो यहां से कांग्रेस का जीत पाना मुश्किल है.
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