रांची: झारखंड के दूसरे और अंतिम चरण का सियासी समर दिलचस्प होने वाला है. 20 नवंबर को होने वाले चुनाव में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, स्पीकर रबीन्द्रनाथ महतो, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी, सुदेश महतो, कल्पना सोरेन सहित कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है. पहले चरण से कुछ अलग दूसरे और अंतिम चरण का चुनाव होगा शायद यही वजह है कि सभी राजनेता अपनी ताकत झोंक रखी है.
झारखंड विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में 38 सीटों के लिए कुल 528 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. सबसे खास बात यह है कि राजनीतिक दृष्टि से अहम माना जाने वाला संथाल के सभी सीटों पर इस चरण में चुनाव होने हैं, जाहिर तौर पर यह वही इलाका है जो तय करेगा की झारखंड की कुर्सी पर वाकई में हकदार कौन है.
दूसरे चरण में इन सीटों पर रहेगी सबकी नजर
- बरहेट-हेमंत सोरेन (जेएमएम)Vs गमलियल हेम्ब्रम(बीजेपी)
- नाला-रबीन्द्रनाथ महतो (जेएमएम)Vs माधव चंद्र महतो(बीजेपी)
- धनबार-बाबूलाल मरांडी (बीजेपी)Vs निजामुद्दीन अंसारी(जेएमएम)
- गांडेय-कल्पना सोरेन (जेएमएम)Vs मुनिया देवी (बीजेपी)
- चंदनक्यारी-उमाकांत रजक (जेएमएम)Vs अमर कुमार बाउरी (बीजेपी)
- सिल्ली-सुदेश महतो(आजसू)Vs देवेंद्र महतो (JLKM)Vs अमित महतो(जेएमएम)
- डुमरी-बेबी देवी(जेएमएम)Vs जयराम महतो(JLKM)
- जामताड़ा-सीता सोरेन(बीजेपी)Vs इरफान अंसारी(कांग्रेस)
दूसरा और अंतिम चरण का चुनाव तय करेगा झारखंड का राजनीतिक भविष्य
झारखंड विधानसभा चुनाव का दूसरा चरण का चुनाव झारखंड का राजनीतिक भविष्य तय करने जा रहा है. इस चरण में कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है. एक तरफ जहां मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बरहेट की जनता से उम्मीद है कि एक बार फिर उन्हें आशीर्वाद मिलेगा, वहीं उनकी पत्नी गांडेय विधानसभा से चुनाव मैदान में हैं. इसके अलावा हेमंत मंत्रिमंडल के कई मंत्री सहित राज्य के विधानसभा अध्यक्ष के राजनीतिक भविष्य आगामी 20 नवंबर को होने वाले चुनाव में ही तय करने वाली है.
बात संताल की करें तो जामताड़ा सीट पर मंत्री इरफान अंसारी को टक्कर देने के लिए बीजेपी की ओर से सीता सोरेन चुनाव मैदान में हैं. इस सीट पर कड़ा मुकाबला होने के आसार हैं. वही मधुपुर सीट से मंत्री हफीजुल हसन एक बार फिर चुनाव मैदान में ताल ठोक रहे हैं. यहां भारतीय जनता पार्टी के गंगा नारायण सिंह से सीधी टक्कर होती हुई दिख रही है.
पाकुड़ सीट की करें तो यहां से कांग्रेस के आलमगीर आलम चुनाव जीतने में सफल होते रहे हैं इस बार कांग्रेस ने आलमगीर आलम की पत्नी चुनाव मैदान में उतारा है इस सीट पर एनडीए प्रत्याशी के रूप में आजसू के अजहर इस्लाम चुनाव मैदान में हैं. हेमंत सरकार में लगातार अपनी पार्टी और सुरेंद्र परिवार पर सवाल खड़ा करने वाले लोबिन हेंब्रम चुनाव से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद बोरियो सीट से किस्मत आजमा रहे हैं. यहां झारखंड मुक्ति मोर्चा के धनंजय सोरेन कड़ी टक्कर देते नजर आ रहे हैं.
दुमका सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने सुनील सोरेन को चुनाव मैदान में उतारा है, इस सीट पर पिछली बार चुनाव जीतने में सफल रहे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के भाई बसंत सोरेन एक बार फिर किस्मत आजमाने के लिए चुनाव मैदान में हैं. जरमुंडी सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व मंत्री बादल की प्रतिष्ठा दाव पर लगी हुई है भारतीय जनता पार्टी के देवेंद्र कुंवर से उनका जबरदस्त मुकाबला है. बहरहाल चुनावी रणभूमि में जनता का फैसला सर्वोपरि होता है 20 नवंबर को झारखंड विधानसभा के 38 सीटों पर जनता इन प्रत्याशियों के किस्मत का फैसला करने वाली है जिसका निर्णय 23 नवंबर को होने वाले मतगणना के दौरान होगा.
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