पलामू: झारखंड के पलामू का छतरपुर विधानसभा क्षेत्र अनुसूचित जाति की राजनीति की राजनीतिक दिशा और दशा तय करता है. पाटन छतरपुर विधानसभा क्षेत्र महिला सशक्तीकरण का भी बड़ा केंद्र बनता जा रहा है. इसके पीछे का कारण यहां की महिला विधायक रही हैं. वर्तमान में पाटन छतरपुर से भारतीय जनता पार्टी की पुष्पा देवी विधायक हैं. अन्य महिला उम्मीदवार भी इस बार पाटन छतरपुर से अपनी किस्मत आजमाना चाह रही हैं.
छतरपुर विधानसभा क्षेत्र के इतिहास में दो बार महिलाएं विधायक चुनी गई हैं. 2009 में जीतने के बाद सुधा चौधरी झारखंड सरकार में मंत्री भी बनीं. वहीं 2019 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर पुष्पा देवी विधायक का चुनाव जीतीं. 2024 का विधानसभा चुनाव पाटन छतरपुर के लिए काफी दिलचस्प होने वाला है.
भारतीय जनता पार्टी और इंडिया ब्लॉक की ओर से उम्मीदवारों की आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है. लेकिन जानकारों का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी से पुष्पा देवी और इंडिया ब्लॉक से ममता भुइयां उम्मीदवार हो सकती हैं. जानकार ये भी बता रहे हैं कि ममता भुइयां, विजय राम, प्रकाश राम, चंचला देवी राजद से टिकट के बड़े दावेदार हैं. वहीं पाटन छतरपुर से पांच बार विधायक का चुनाव जीत चुके राधाकृष्ण किशोर ने अभी तक अपना रुख जाहिर नहीं किया है. लोकसभा चुनाव से पहले राधाकृष्ण किशोर ने राष्ट्रीय जनता दल से इस्तीफा दे दिया था. जनता दल यूनाइटेड छतरपुर विधानसभा से चुनाव लड़ना चाहती है. सुधा चौधरी जदयू के टिकट पर छतरपुर से चुनाव जीत भी चुकी हैं.
पाटन छतरपुर विधानसभा से कौन उम्मीदवार होगा, यह अभी स्पष्ट नहीं है. लेकिन यह विधानसभा क्षेत्र महिलाओं के राजनीतिक सशक्तिकरण का बड़ा उदाहरण बन रहा है. विधानसभा क्षेत्र में चुनावी माहौल बन चुका है, राजद, बीजेपी, जदयू की ओर से कई उम्मीदवार अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं. उम्मीदवार की घोषणा के बाद ही पूरी तस्वीर साफ होगी. - सुरेंद्र कुमार, राजनीतिक मामलों के जानकार
पाटन-छतरपुर से अब तक के विधायक
- 1977 में जोरावर राम
- 1980 और 1985 में राधाकृष्ण किशोर
- 1990 में लक्ष्मण राम
- 1995 में राधाकृष्ण किशोर
- 2000 में मनोज कुमार
- 2005 में राधाकृष्ण किशोर
- 2009 में सुधा चौधरी
- 2014 में राधाकृष्ण किशोर
- 2019 में पुष्पा देवी
बिहार सीमा से सटा है विधानसभा क्षेत्र
पाटन छतरपुर विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या 316061 है. पुरुष 162627 जबकि महिला 153434 हैं. इस विधानसभा क्षेत्र में पाटन, छतरपुर, नौडीहा बाजार, पड़वा प्रखंड आते हैं, जिसमें कुल 335 मतदान केंद्र हैं. विधानसभा क्षेत्र की सीमा बिहार से सटी हुई है. इस विधानसभा क्षेत्र को पूरे राज्य में सबसे ज्यादा नक्सल प्रभावित क्षेत्र माना जाता रहा है. पूरे पलामू में सबसे ज्यादा पुलिस बल की तैनाती पाटन छतरपुर विधानसभा क्षेत्र में है.
पत्थर खदान कारोबार का हब बना पाटन छतरपुर
पिछले एक दशक में पाटन छतरपुर का इलाका पत्थर खदान कारोबार का हब बन गया है. पूरे विधानसभा क्षेत्र में कई पत्थर खदानें हैं, जिसने छतरपुर को पलामू की आर्थिक राजधानी के रूप में विकसित किया है. हालांकि, इसके बावजूद पाटन छतरपुर विधानसभा क्षेत्र पलायन और सूखे के लिए मशहूर है. इस क्षेत्र का ज्यादातर हिस्सा कृषि आधारित अर्थव्यवस्था पर निर्भर है, लेकिन सिंचाई के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध नहीं हैं. रोजगार की तलाश में बड़ी संख्या में लोग इस क्षेत्र से पलायन करते हैं.
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