गिरिडीह: झारखंड विधानसभा चुनाव में प्रचार अपने चरम पर है और नेता एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं. सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार की सुबह एक्स पर पोस्ट कर केंद्र की सरकार पर पिछली राज्य सरकार पर कई आरोप लगाए हैं. कहा है कि हिम्मत है तो सामने से लड़ो कायर अंग्रेजो की तरह पीछे से वार क्यों करते हो. हेमंत का आरोप है कि उनकी छवि खराब करने के लिए अरबों फूंक दिए गए. हेमंत ने कहा है कि 11 साल से केंद्र में भाजपा तो पिछली बार पांच साल तक सूबे में राज किया. इस दौरान 13 हजार स्कूल बंद कर दिए गए, 11 लाख राशन कार्ड रद्द कर दिया गया. वृद्ध-विधवा पेंशन नहीं बढ़ाया गया. झारखंड से बिजली बांग्लादेश में बेची गई.
अब हेमंत के पोस्ट पर बाबूलाल ने पलटवार किया है. बाबूलाल ने कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार जानेवाली है. यही कारण है कि हेमंत परेशान हैं और जो सो बोल रहे हैं. कहा कि जब कोई चोरी करेगा, भ्रष्ट नेता-अधिकारी पर कार्रवाई की जगह उन्हें बचाने का काम करेगा तो जांच एजेंसी अपना काम करेगी. कहा कि हेमंत ने भ्रष्टाचारी को बचाने का काम किया. उन्हें तो पहले ही समझ लेना चाहिए था.
बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि अभी 7-8 महीने से विधवाओं को वृद्ध को पेंशन नहीं मिल रहा है. हेमंत के विधानसभा क्षेत्र में पहाड़िया जाति के लोगों को राशन नहीं मिल रहा है. बाबूलाल ने आरोप लगाया कि हेमंत अफसरों के माध्यम से गरीबों का अनाज बेचवाने का काम करते रहे. अब बोलते हैं कि मेरे पीछे पड़ा हुआ है. हेमंत को पूरा एहसास हो गया है कि उनकी कुर्सी जाने वाली है. हेमंत छटपटाहट में हैं इसलिए जो मन में आ रहा है अल बल बोल रहे हैं.
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हेमंत ने कहा था कि पारा शिक्षक को स्थायी कर देंगे किया क्या. सहायक पुलिस को धरना पर बैठने को मजबूर किया और लाठियों से पिटवाने का काम किया. ये बातें बाबूलाल मरांडी ने अपने विधानसभा क्षेत्र की जनता से मिलने के दौरान कही. बाबूलाल गुरुवार को अपने क्षेत्र के तिसरी प्रखंड की जनता से मिल रहे थे. इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से बात की और उनकी समस्या को सुना.
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