देवघर/रांची: मधुपुर में विधानसभा सीट के मतदान पदाधिकारी रामानंद पासवान को हिरासत में लिया गया है. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने इसकी पुष्टि की है. गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने पहले ही दावा किया था कि मधुपुर में विधानसभा सीट के बूथ नंबर 111 के पीठासीन पदाधिकारी को झामुमो के पक्ष में मतदान करवाने के लिए मतदान पदाधिकारी को कस्टडी में लिया गया है. हालांकि झामुमो की ओर से खंडन किया गया था.
बता दें कि मधुपुर विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्र संख्या 111 के पीठासीन पदाधिकारी रामानंद पासवान को झामुमो के पक्ष में मतदान कराने के आरोप में हिरासत में ले लिया गया है. अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डॉ नेहा अरोड़ा ने मीडियाकर्मियों को जानकारी देते हुए कहा कि रामानंद पासवान पर चुनाव की गोपनीयता भंग करने के आरोप में कांड दर्ज करते हुए उन्हें हिरासत में ले लिया गया है. आरोपी मतदान पदाधिकारी रमानंद पासवान के स्थान पर दूसरे पदाधिकारी को प्रतिनियुक्त किया गया है.
दरअसल, मधुपुर के बूथ संख्या 111 पर मतदान कर्मी के द्वारा जेएमएम के पक्ष में लोगों से वोट करवाने के मामले पर निशिकांत दुबे ने ट्वीट के माध्यम से चुनाव आयोग को जानकारी दी. ट्ववीट में उन्होंने कहा कि प्रीजाइडिंग अफसर के द्वारा हफीजुल हसन के पक्ष में वोट कराया जा रहा था. उन्होंने दावा किया कि बूथ संख्या 111 और 112 पर प्रीजाइडिंग ऑफिसर की मदद से दस साल के बच्चे से वोटिंग कराई जा रही थी. इस मामले पर उन्होंने चुनाव आयोग से शिकायत की थी, जिसके बाद दिल्ली में बैठे चुनाव आयोग के अधिकारी ने आरोपी प्रीजाइडिंग ऑफिसर पर संज्ञान लेते हुए उन पर कार्रवाई की. सांसद निशिकांत दुबे ने चुनाव आयोग के इस कार्रवाई पर धन्यवाद भी किया है.
गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे और उनकी पत्नी अनु दुबे ने देवघर के बीएड कॉलेज में बने मतदान केंद्र पर अपना वोट दिया. वोट देने के बाद में निशिकांत दुबे ने कहा कि वोट प्रत्येक व्यक्ति का अधिकार है और आम जनता ही अपने नेताओं से हर तरह के लाभ लेती है. इसीलिए अपने लाभ के लिए आम जनता अपना वोट जरूर दें. वहीं, शहरी क्षेत्र में कम मतदान होने को लेकर सांसद की पत्नी अनु दुबे ने लोगों से अपील की कि ग्रामीण क्षेत्र की तरह ज्यादा से ज्यादा लोग घरों से निकलकर अपना मताधिकार का प्रयोग करें.
ये भी पढ़ें: Jharkhand Assembly Election 2024: सांसद निशिकांत दुबे ने मुख्यमंत्री को सुनाई खरी खोटी, लगाया ये आरोप!