पाकुड़: झारखंड राज्य के चर्चित व्यवसायी शंभूनंदन कुमार पाकुड़ विधानसभा सीट से अपना भाग्य अजमाने के लिए चुनाव मैदान में उतरेंगे. इस बात की जानकारी शंभूनंदन कुमार ने पत्रकार सम्मेलन के दौरान दी. व्यवसायी शंभूनंदन कुमार ने बताया कि हम भ्रष्टाचार और शोषण के खिलाफ आवाज उठाये हैं और हमारी यह लड़ाई आगे भी चलती रहेगी.
शंभूनंदन कुमार ने बताया कि इंडिया गठबंधन की सरकार में शामिल अधिकांश नेताओं ने सिर्फ भ्रष्टाचार, अपराध को बढ़ावा दिया है, जिसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है. व्यवसायी शंभूनंदन ने कहा हमारे पाकुड़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री बने और जनता की गढ़ी कमाई को लूटने और लुटवाने का काम किया है, जिस कारण से आज वे जेल की हवा खा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि ऐसे नेताओं के मस्त रहने के कारण मजदूर, किसान, गरीब, दलित पस्त हो गए हैं. यहां की जनता ने यदि मेरा साथ दिया तो इस विधानसभा क्षेत्र में पड़ने वाले पाकुड़ और बरहरवा का नक्शा बदल देंगे. व्यवसायी ने कहा कि जिस विधानसभा क्षेत्र के विधायक ग्रामीण विकास मंत्री हो और उस विधानसभा के लोगों को पानी, बिजली, सड़क और स्वास्थ्य जैसी सुविधाओं के लिए परेशानी उठानी पड़े, इससे शर्म की बात कुछ भी नहीं हो सकती है.
पूछे गए सवाल पर व्यवसायी शंभूनंदन ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे और समझौता के तहत यह सीट आजसू के खाते में चली गई है. इसलिए हम निर्दलीय चुनावी मैदान में उतर गए हैं और जनता के बीच पहुंचकर प्रचार प्रसार कर रहे हैं. हमें लोगों का भरपूर सहयोग भी मिल रहा है.
बता दें कि व्यवसायी शंभूनंदन कुमार ने साहिबगंज जिले के बरहरवा नगर पालिका का टोल टैक्स का टेंडर डाला था. इस टेंडर को मैनेज करने के लिए सीएम हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा ने तत्कालीन मंत्री आलमगीर आलम के मोबाइल से धमकी दी गई थी और टेंडर के दौरान बरहरवा नगर पालिका में उनके साथ मारपीट हुई. मारपीट के बाद व्यवसायी शंभूनंदन ने बरहरवा थाने में सीएम के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा, ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम सहित कई लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई था.
इस मामले को ईडी ने लिया और जांच के दौरान विधायक प्रतिनिधि पर कई अवैध कारोबार कराने का आरोप लगा, जिसके बाद जेल भेज दिया गया. जबकि ईडी ने ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के पीएस के नौकर के आवास में छापेमारी की, जिसमें करोड़ों रुपये नकद समेत कई दस्तावेज पाए. इसके बाद विधायक आलमगीर आलम को भी जेल भेज दिया गया. इस घटना के बाद से व्यवसायी शंभूनंदन कुमार की चर्चा राज्य ही नहीं बल्कि पूरे देश में होने लगी.
ये भी पढ़ें: जेल से बाहर आए विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा पहुंचे पाकुड़, कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से किया स्वागत
ये भी पढ़ें: आलमगीर आलम ने दिया मंत्री पद से इस्तीफा, जेल प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री को सौंपा त्याग पत्र
ये भी पढ़ें: पाकुड़ विधानसभा सीट पर टिकट खींचतान, कांग्रेस में आलमगीर आलम और भाजपा में आजसू न बन जाए ग्रहण