गिरिडीह: जमुआ विधानसभा क्षेत्र में केदार हाजरा बड़ा नाम है. केदार भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर यहां से तीन बार विधायक बन चुके हैं. 2005, 2014 और 2019 में उन्होंने यहां से जीत हासिल की. 2019 में जब भारतीय जनता पार्टी गिरिडीह की 6 सीटों में से 5 सीट हार गई तो एकलौती जमुआ ही सीट थी जिस पर केदार हाजरा जीते थे. केदार हाजरा भारतीय जनता पार्टी के बहुत पुराने नेता थे, लेकिन भाजपा द्वारा उम्मीदवारों की घोषणा किए जाने से ठीक पहले केदार हाजरा ने झारखंड मुक्ति मोर्चा का दामन थाम लिया. अब केदार हाजरा ने केसरिया की जगह हरा चोला ओढ़ लिया है.
केदार हाजरा ने क्यों छोड़ी पार्टी
केदार ने पार्टी क्यों छोड़ी और इस चुनाव में उनकी कैसी तैयारी है, इस पर ईटीवी भारत के संवाददाता ने केदार से बात की. केदार हाजरा ने कहा कि वह जीत के प्रति पूरी तरह से आश्वस्त हैं. उन्होंने जनता की सेवा की है और यहां पर विकास के कई काम किए हैं. उनका कहना है कि वे जनता के लिए बेहतर काम करना चाहते हैं. यही कारण है कि उन्होंने हेमंत पर विश्वास जताया है. केदार कहते हैं कि इस बार हेमंत सोरेन की लहर चल रही है और कोई भी ताकत हेमंत सोरेन को फिर से मुख्यमंत्री बनने से नहीं रोक सकती है.
केदार हाजरा ने बाबूलाल से पूछा धनवार का हाल
केदार हाजरा के सामने भारतीय जनता पार्टी ने मंजू देवी को उम्मीदवार बनाया है. भाजपा की उम्मीदवार लगातार कह रही है कि केदार हाजरा ने विकास का कोई काम नहीं किया है. यहां न शैक्षणिक व्यवस्था बेहतर है और न ही स्वास्थ्य की व्यवस्था. ग्रामीण सड़कों की बदहाल स्थिति पर भी भाजपा नेता के द्वारा लगातार सवाल उठाया जा रहा है. भाजपा नेता के इन आरोपों पर केदार हाजरा का कहना है कि उन्होंने एक से एक बेहतरीन कार्य किए हैं. उनके यहां तो स्वास्थ्य की सेवा बेहतर है. यहां सौ बेड का अस्पताल भी बन रहा है. अस्पताल का उद्घाटन चुनाव के ठीक बाद होगा लेकिन बीजेपी वाले यह बताएं कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के विधानसभा क्षेत्र धनवार में कैसी व्यवस्था है.
केदार का कहना है कि धनवार की स्थिति काफी बदतर है. वहां से बेहतरीन व्यवस्था जमुआ में है. वे कहते हैं कि शिक्षा के क्षेत्र में भी उनके द्वारा कई कार्य किए गए. कई स्कूलों को अपग्रेड किया गया. केदार ने बताया कि जल्द ही यहां पर कॉलेज का निर्माण कार्य शुरू होगा. इसे लेकर जमीन भी चिन्हित कर ली गई है. उन्होंने कहा कि 2005 से पहले जमुआ प्रखंड में चार और देवरी में दो हाई स्कूल था. मेरे विधायक बनने के बाद जमुआ विधानसभा में 22 उच्च विद्यालय है. उन्होंने कहा कि देवरी प्रखंड मुख्यालय में उच्च विद्यालय नहीं था. इस कलंक को दूर किया और देवरी मुख्यालय क्षेत्र में मध्य विद्यालय को उच्च विद्यालय में तब्दील करवाया. इसलिए जनता केदार हाजरा के साथ खड़ी है.
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