झालावाड़. इन दिनों पड़ रही भीषण गर्मी के बीच प्रदेश वासियों के लिए एक बुरी खबर सामने आई है. झालावाड़ कालीसिंध के थर्मल पावर प्लांट की दूसरी यूनिट एक बार फिर से शटडाउन हो गई. ऐसे में दूसरी यूनिट से होने वाला 600 मेगावाट का बिजली उत्पादन पूरी तरह से ठप हो गया है, जिससे प्रदेश वासियों को आने वाले दिनों में पावर कट का सामना करना पड़ सकता है.
2-3 दिनों का लगेगा वक्त : थर्मल पावर प्लांट के चीफ के. एल. मीणा ने बताया कि कालीसिंध थर्मल पावर प्लांट की दूसरी यूनिट फिर से बाॅयलर ट्यूब लीकेज होने के चलते बंद हो गई है. ऐसे में थर्मल की दूसरी यूनिट से 600 मेगावाट विद्युत उत्पादन बंद हो गया है, जिससे प्रदेश में 600 मेगावाट बिजली की सीधी कमी हो गई है. उन्होंने कहा कि बंद हुई यूनिट को ठंडा होने में करीब दो से तीन दिनों का वक्त लगेगा. इसके बाद जिले के बाहर से बुलाए गए थर्मल के इंजीनियर्स फिर से तकनीकी खाने को दुरुस्त करने के प्रयास में जुटेंगे. ऐसे में आने वाले कुछ दिनों तक थर्मल से 600 मेगावाट विद्युत का उत्पादन बंद ही रहेगा.
15 दिन में तीसरी बार बंद हुई यूनिट : झालावाड़ जिले का काली सिंध थर्मल पावर प्लांट चाइनीज टेक्नोलॉजी पर आधारित है. यहां 600-600 मेगावाट की दो यूनिट लगी हुई हैं, जिससे करीब 1200 मेगावाट की बिजली का उत्पादन होता आया है. बार-बार थर्मल की यूनिट ट्रिप होने की समस्या आ रही है. बीते 15 दिनों के भीतर ही थर्मल की दूसरी यूनिट तीसरी बार बंद हुई है. ऐसे में सरकार को करोड़ों रुपए का फटका लग रहा है. वहीं, प्रदेश में भीषण गर्मी के दौर में विद्युत कटौती की मार झेल रहे उपभोक्ताओं की परेशानी भी बढ़ रही है.