झाबुआ। जनजाति महासभा में शामिल होने आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लेने शनिवार शाम मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव झाबुआ पहुंचे. उन्होंने पहले पूरे कार्यक्रम स्थल का जायजा लिया, फिर स्थानीय प्रशासन के साथ ही अपने मंत्रियों और व्यवस्था की बागडोर स्थल रहे भाजपा संगठन के पदाधिकारियों से व्यवस्थाओं का पूरा रोड मैप जाना. प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत प्रधानमंत्री हेलीपेड से अपने वाहन में सवार होकर रोड शो की तरह जनता के बीच से होते हुए मंच पर पहुचेंगे. स्थानीय आदिवासी नर्तक दल भी उनके स्वागत में आगे आगे नृत्य करते हुए चलेगा. इस दौरान सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाएगा. प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत में होने वाली पुष्प वर्षा भी सुरक्षा एजेंसियों की हरी झंडी मिलने के बाद ही की जाएगी.
आधे घंटे तक किया व्यवस्थाओं पर मंथन
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने आधे घंटे तक कार्यक्रम स्थल पर मीटिंग लेते हुए व्यवस्थाओं पर मंथन किया. किस तरह के इंतजाम रहेंगे यह सब जाना. मुख्यमंत्री ने कहा कि ''प्रधानमंत्री का स्वागत स्थानीय आदिवासी जनप्रतिनिधि करेंगे.'' उन्होंने एक एक व्यवस्था का पूरा ब्योरा लिया, साथ ही अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए. इस दौरान जब आईडीए अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा ने बताया कि ''प्रधानमंत्री जनता के बीच से होते हुए पीछे के हिस्से में विभिन्न योजनाओं और विकास कार्यों का शिलान्यास करेंगे.'' ऐसे में मौजूद अधिकारी बोले जनता के बीच से आकर यदि वे यहां रुकते हैं तो इसमें कुछ देरी हो सकती है. उनकी इस बात का मप्र लोकसभा चुनाव के प्रभारी डॉ महेंद्र सिंह ने भी समर्थन किया. उन्होंने कहा कि ''प्रधानमंत्री का सीधे मंच पर जाना ही सही होगा.'' चावड़ा ने दीप प्रज्वलन की बात कही तो डॉ महेंद्र सिंह ने इसके लिए साफ मना कह दिया.
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प्रधानमंत्री को बताया शुभंकर
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शुभंकर बताया. उन्होंने कहा, ''झाबुआ के इतिहास में एक नया स्वर्णिम अध्याय जुड़ने वाला है. हमारी सरकार के गठन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झाबुआ की धरती पर आकर मध्य प्रदेश को गौरवान्वित करेंगे. यह दिन इसलिए भी खास है क्योंकि इस दिन पंडित दीनदयाल उपाध्यायजी की पुण्यतिथि है. मुझे पूरा विश्वास है कि प्रधानमंत्री यहां आ रहे हैं तो निश्चित तौर पर वे इस क्षेत्र को और पूरे प्रदेश को सौगात देंगे. हम सब जानते हैं कि उनका आदिवासियों से अत्यंत प्रेम है. वे गुजरात में रहे हैं और पूरे क्षेत्र में उन्होंने बहुत काम किया है.'' मुख्यमंत्री ने उनके आयोजन की तैयारी पर संतोष व्यक्त किया.