पटना: प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी के आ जाने से अब बिहार की सभी पार्टियों ने अपनी-अपनी रणनीतियों में बदलाव करना शुरू कर दिया है. सबसे ज्यादा पीके की पार्टी से चुनौती जेडीयू और आरजेडी को मिलती दिख रही है. ऐसे में 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टियां रणनीति बनाने में लग गई है. शनिवार को जनता दल यूनाइटेड की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में कई अहम फैसले लिए गए.
NDA और JDU साथ लड़ेंगे 2025 का चुनाव: जनता दल यूनाइटेड की ओर से 2025 के विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीति तैयार कर ली गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य कार्यकारिणी की बैठक में कार्यकर्ताओं को टिप्स दिए साथ ही नीतीश कुमार ने यह भी संकेत दिया कि 2025 का चुनाव एनडीए के साथ लड़ेंगे.
"2025 का विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जाएगा. तमाम सहयोगी दलों के साथ बेहतर सामंजस्य स्थापित किया जाएगा. एनडीए के अंदर जितने घटक दल हैं, सभी विधानसभा चुनाव के दौरान साथ रहेंगे."- विजय चौधरी, जल संसाधन मंत्री, बिहार
नीतीश ही होंगे बिहार में NDA का चेहरा: जेडीयू की इस बैठक में जो सबसे बड़ा फैसला लिया गया वो है नीतीश कुमार को लेकर. पार्टी ने साफ कर दिया है कि नीतीश कुमार ही 2025 के चुनाव में जेडीयू-बीजेपी गठबंधन का चेहरा होंगे. जेडीयू की बैठक में सर्वसम्मति से फैसला लिया गया कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही 2025 का चुनाव लड़ा जाएगा. नीतीश कुमार के लगभग दो दशक के कामकाज को पार्टी जनता के सामने रख रही है और स्वच्छ प्रशासन का दावा चुनाव का बड़ा हथियार होगा.
"नीतीश कुमार के नेतृत्व में आगामी विधानसभा चुनाव में हम 225 से अधिक सीट जीतने जा रहे हैं, पार्टी ने यह लक्ष्य निर्धारित किया है. बिहार सरकार ने युवाओं को रोजगार दिया है और आने वाले दिनों में बड़ी संख्या में युवाओं को रोजगार दिया जाएगा. 2005 के पहले बिहार में जंगल राज था लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार को जंगल राज से बाहर निकाला है."- लवली आनंद,जदयू सांसद
225 विधानसभा सीट जीतने का लक्ष्य: जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश कार्यालय स्थित कर्पूरी सभागार में विधानसभा चुनाव को लेकर मंथन हुआ. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी बैठक में हिस्सा लिया. राज्य कार्यकारिणी के तमाम सदस्यों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संबोधित किया और 2025 के चुनाव को लेकर टिप्स दिए. जनता दल यूनाइटेड ने 2025 के चुनाव में 225 से अधिक विधानसभा सीट जीतने का लक्ष्य रखा है.
"दो बार मैं महागठबंधन में गया मुझसे गलती हो गई, आप लोग मुझे क्षमा कीजिएगा. आगामी चुनाव एनडीए के साथ लड़ेंगे और पिछली बार के मुकाबले अधिक सीटों पर जीत हासिल करेंगे."- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
ललन सिंह बैठक में नहीं हुए शामिल: जदायू नेता और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह राज्य कार्यकारिणी की बैठक में हिस्सा नहीं ले सके. ललन सिंह महाराष्ट्र में प्रधानमंत्री के साथ कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे थे. ललन सिंह को छोड़ जदयू के तमाम राज्य कार्यकारिणी के सदस्यों ने बैठक में हिस्सा लिया. स्पेशल स्टेटस के मुद्दे को जदयू नेताओं ने जोर-जोर से उठाया.
34 लाख युवाओं को रोजगार देने का वायदा: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कार्यकर्ताओं से कहा कि अभी से विधानसभा चुनाव में लग जाएं. सरकार की जो उपलब्धियां हैं उसे जन-जन तक ले जाने का काम करें. सरकार ने अल्पसंख्यकों के लिए जो कुछ किया है उसे भी अल्पसंख्यक समुदाय तक पहुंचाने की जरूरत है. मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक 24 लाख युवाओं को हमारी सरकार ने रोजगार दिया है और विधानसभा चुनाव से पहले 10 लाख युवाओं को रोजगार दिया जाएगा.
"नीतीश सरकार ने अल्पसंख्यकों के लिए बहुत काम किया है. कब्रिस्तान की घेराबंदी कराई गई है. इसके अलावा कई कल्याणकारी योजनाएं शुरू की गई हैं. मुख्यमंत्री ने कहा है कि अल्पसंख्यकों के बीच जाकर सरकार की उपलब्धियां बताएं."- संतोष निराला,पूर्व मंत्री, बिहार
फिर उठी स्पेशल स्टेटस की मांग: जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने कहा कि स्पेशल स्टेटस हमारी पुरानी मांग रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस बात को दोहराया है. मुख्यमंत्री ने कहा है की स्पेशल स्टेटस या स्पेशल पैकेज हमारी मांग है. केंद्र सरकार लगातार पैकेज दे रही है. इसके लिए हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का साधुवाद करते हैं.
"बाढ़ राहत को लेकर केंद्र सरकार सहयोग कर रही है, इसके लिए भी नीतीश कुमार ने आभार व्यक्त किया है, जहां तक सम्मान का सवाल है तो अगर नीतीश कुमार को भारत रत्न सम्मान दिया जाता है तो बिहार के लोगों को खुशी होगी."- संजय झा, कार्यकारी अध्यक्ष, जेडीयू
नीतीश का नेतृत्व बीजेपी को मान्य !: नीतीश कुमार ने जो फैसले लिए हैं, लगता है बीजेपी को भी वो मान्य है. तभी तो बीजेपी के पूर्व भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने नीतीश कुमार के सत्ता से हटे बिना ही अपना मुरैठा खोल दिया था. माना जा रहा है कि बिहार में बीजेपी ने अपने दम पर चुनाव लड़ने का इरादा छोड़ दिया है. सम्राट चौधरी ने नीतीश कुमार को सीएम पद से हटाने के बाद मुरैठा खोलने का प्रण लिया था, लेकिन केंद्रीय नेतृत्व के इशारे पर उन्होंने अपनी पगड़ी नदी की धारा में प्रवाहित कर दी.
ये भी पढ़ें
JDU प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक खत्म, सीएम कैंडिडेट के नाम पर लगी मुहर - Nitish Kumar
'CM नीतीश को दिया जाए भारत रत्न', पटना में JDU नेताओं ने लगाया पोस्टर - Nitish Kumar