पटनाः बिहार विधानसभा में 12 फरवरी को नीतीश सरकार अपना बहुमत साबित करने वाली है. विधानसभा अध्यक्ष को लेकर भी फैसला होगा. उससे पहले दलों के टूटने को लेकर लगातार बयानबाजी और दावे हो रहे हैं. जदयू के सुल्तानगंज से विधायक ललित मंडल का कहना है कि टूट हम लोगों के यहां नहीं राजद और कांग्रेस में होने वाली है. इसीलिए ये लोग परेशान हैं और विधायकों को लेकर भागे-भागे फिर रहे हैं.
फ्लोर टेस्ट से पहले जदयू विधायक का दावाः जदयू विधायक ललित मंडल ने कहा कि 12 फरवरी को जो होगा वह निश्चित है, सरकार बहुमत में है और जदयू विधायक में कोई गड़बड़ी नहीं है. हमारी पार्टी के विधायक कार्यकर्ता से विधायक बने हैं. हम लोगों ने बहुत खून पसीने से पार्टी को सींचा हैं. इसलिए पार्टी को बर्बाद नहीं करने जा रहे हैं. ललित मंडल ने कहा कि 11 फरवरी को जदयू की बैठक बुलाई गई है उसमें आगे की रणनीति भी तय होगी.
"हम लोग नीतीश कुमार के साथ चट्टानी एकता के साथ खड़े हैं. 12 तारीख को बहुमत समझिए मिल गया. 12 तारीख को देखिएगा हमारा एक भी विधायक इधर-उधर नहीं जाएगा. टूट हम लोगों के यहां नहीं बल्कि राजद और कांग्रेस में होने वाली है"- ललित मंडल, विधायक
अविश्वास प्रस्ताव पर भी जीत का दावाः विधानसभा अध्यक्ष ने भी इस्तीफा नहीं दिया है. इस पर ललित मंडल ने कहा कि ये संवैधानिक प्रक्रिया है और उसी के हिसाब से अविश्वास प्रस्ताव पर बहस होगी. उसमें भी हम लोग बहुमत से आगे बढ़ेंगे. राजद की तरफ से खेला होने का दावा किया जा रहा है, इस सवाल के जवाब में उन्होंने ने कहा कि ये बात वो अपने विधायकों को बचाने के लिए बोल रहे हैं.
'नीतीश खरीद बिक्री करने वाले आदमी नहीं': भाजपा, जदयू और मांझी जी की पार्टी में कहीं कोई टूट होने की संभावना नहीं है. राजद और कांग्रेस के लोग क्या आप लोग के संपर्क में हैं, इस पर जदयू विधायक ने कहा कि वे लोग तो आना चाहते हैं, लेकिन हम लोगों को जरूरत नहीं है. हम लोगों के पास 128 विधायक हैं हम लोगों के पास बहुमत है और नीतीश कुमार खरीद बिक्री करने वाले आदमी नहीं है.
जदयू और राजद के अपने-अपने दावेः आपको बता दें कि मंत्री श्रवण कुमार ने भी बयान दिया था कि जदयू विधायकों को प्रलोभन दिया जा रहा है. ठेकेदार तक को भेजा जा रहा है. दूसरी तरफ आरजेडी नेताओं की तरफ से लगातार यह दवा हो रहा है कि 12 तारीख को पता चल जाएगा, तब तक इंतजार कीजिए. फिलहाल तो जदयू और राजद दोनों नेताओं की तरफ से अपने-अपने दावे हो रहे हैं और आरोप भी लगाए जा रहे हैं.
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