पटना: जनता दल यूनाइटेड कोटे के मंत्रियों का 1 जुलाई से फिर जनता दरबार लगेगा. पार्टी कार्यलय में जनता दरबार लगेगा. लोकसभा चुनाव के कारण मंत्रियों का जनता दरबार स्थगित हो गया था. अब लोकसभा चुनाव समाप्त हो चुका है. आदर्श आचार संहिता खत्म हो गया है. सरकार के कामकाज भी शुरू हो गये हैं. ऐसे में जदयू की तरफ से फिर से जनता दरबार लगाने की कार्यवाही शुरू हो रही है.
तीन-तीन मंत्री रहेंगे जनता दरबार मेंः जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने सभी मंत्रियों के जनता दरबार लगाने का दिन तय कर दिया है. इसकी सूची भी जारी कर दी है. मंगलवार से शुक्रवार तक जदयू कार्यालय में जदयू कोटे के मंत्री बैठेंगे और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ अन्य लोगों की शिकायत सुनेंगे. प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा की ओर से जारी लेटर में मंगलवार से शुक्रवार तक तीन-तीन मंत्री पार्टी कार्यालय में बैठेंगे.
कौन मंत्री किस दिन सुनेंगे समस्याएंः मंगलवार को विजय कुमार चौधरी, लेसी सिंह और जमा खान पार्टी कार्यालय में कार्यकर्ताओं और लोगों की शिकायत सुनेंगे और उसका निदान करेंगे. बुधवार को श्रवण कुमार, सुनील कुमार और जयंत राज पार्टी कार्यालय में लोगों की समस्याएं सुनेंगे. गुरुवार को बिजेंद्र प्रसाद यादव, शीला मंडल और रत्नेश सदा जनता दरबार में हाजिर होंगे. शुक्रवार को अशोक चौधरी, मदन सहनी और सुमित कुमार सिंह लोगों की शिकायतें सुनेंगे.
राजनीतिक सुगबुगाहट शुरूः जदयू कोटे के मंत्री जो जनता दरबार में समस्या सुनेंगे उनमें महेश्वर हजारी का नाम शामिल नहीं है. हालांकि महेश्वर हजारी का नाम क्यों नहीं शामिल किया गया है, इस बाबत किसी भी पार्टी पदाधिकारी ने कोई जानकारी नहीं दी है. वहीं निर्दलीय विधायक चुने गये सुमित सिंह का नाम भी जदयू कार्यालय में होने वाले जनता दरबार में शामिल होने वाले मंत्रियों की सूची में है. इसके बाद से राजनीतिक सुगबुगाहट भी शुरू हो गयी है.