नई दिल्ली: किसान आंदोलन के दूसरे दिन दिल्ली के सभी प्रमुख बॉर्डर को सील कर दिया गया. इन बॉर्डरों बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है. कई लेयर वेरीगेटिंग की गई है. लेकिन इस बार मुख्य बॉर्डर के साथ-साथ हरियाणा को दिल्ली से जोड़ने वाली छोटे बॉर्डरों पर भी चौकसी देखने को मिल रही है. हरियाणा के जाटी गांव से दिल्ली को जोड़ने वाला बॉर्डर जहां पिछले आंदोलन के समय व्यवस्थाएं उतनी दुरुस्त नहीं थी, इस बार पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी है.
दरअसल, दिल्ली पुलिस ने तीन साल पहले हुए आंदोलन से सबक लिया है. यही वजह है कि इस तरीके के छोटे बॉर्डर्स को भी बैरिकेडिंग लगाकर सील कर दिया गया है. जाती बॉर्डर जो कि हरियाणा को दिल्ली से जोड़ने वाला छोटा बॉर्डर है. अगर किसान इस रास्ते से भी आने की कोशिश करते हैं तो उन्हें रोकने के लिए यहां बड़ी संख्या में पुलिस तैनात है.
हालांकि, छोटे और वैकल्पिक रास्तों के बॉर्डर को बंद करने से स्थानीय लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कई ऐसे लोग हैं जिन्हें काम पर जाना था लेकिन वह अपने काम पर नहीं जा पा रहे हैं. कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें अपने रिश्तेदार के शादी में जाना था लेकिन वह शादी समारोह में पहुंचने में असमर्थ दिखाई दिए. क्योंकि छोटे बॉर्डर जो वैकल्पिक रास्ता हुआ करता था उसको भी पूरी तरीके से सील कर दिया गया है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि केंद्र सरकार और किसान के बीच समझौता न हो पाने की वजह से लोग परेशान हो रहे हैं. यह कब तक खत्म होगी यह अभी कह पाना मुश्किल ही दिखाई दे रहा है.