मथुरा: 28 अगस्त की मध्य रात्रि 12:00 बजे वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर और दक्षिण भारत शैली रंगनाथ मंदिर में जन्माष्टमी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. मंदिर में मंगला आरती का भी आयोजन किया गया. दूर दराज से आए श्रद्धालुओं ने जन्माष्टमी बांके बिहारी मंदिर के दर्शन किए. जिला प्रशासन ने इसको लेकर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए है.
बांके बिहारी मंदिर में जन्माष्टमी और मंगला आरती: प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में कल मध्य रात्रि 12:00 बजे जन्माष्टमी का पर्व मनाया गया. ठाकुर बांके बिहारी जी का दूध, दही, शहद, पंचामृत से अभिषेक किया गया. एक दर्जन से अधिक नदियों के जल से स्नान कराया गया. भगवान का श्रृंगार किया गया, उसके बाद पीतांबरी वस्त्र धारण करके भक्तों को ठाकुर जी ने दर्शन दिए. मंदिर परिसर में रात 2:00 बजे मंगला आरती का आयोजन किया गया, जो कि वर्ष में एक बार आरती की जाती है. हजारों भक्त जन्माष्टमी के साक्षी बने मंदिर के एक नंबर गेट से श्रद्धालुओं के आने की व्यवस्था की गई थी. दो नंबर तीन नंबर गेट से निकासी द्वारा बनाए गए थे.
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रंगनाथ मंदिर में जन्माष्टमी: दक्षिण भारत शैली के बने हुए रंगनाथ मंदिर में भी जन्माष्टमी का पर्व 28 अगस्त को मध्य रात्रि मनाया गया. श्रद्धालुओं ने ठाकुर जी के दर्शन किए और प्रसाद भी ग्रहण किया गया. बता दें, कि इस बार जन्माष्टमी का पर्व दो दिन मनाया गया. 27 अगस्त मध्य रात्रि को श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर मथुरा में जन्माष्टमी पर्व की धूम रही, तो वहीं दूसरे दिन 28 अगस्त की मध्य रात्रि को वृंदावन में जन्माष्टमी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया.
वृंदावन में जन्माष्टमी को लेकर जिला प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे. बांके बिहारी मंदिर प्रेम मंदिर और रंगनाथ मंदिर परिसर को कई सेक्टर में बांटा गया था. श्रद्धालुओं के आने और जाने की व्यवस्था के लिए अलग-अलग मार्ग बनाए गए थे, ताकि कोई असुविधा न हो. जन्माष्टमी को लेकर पुलिस प्रशासन ने 1000 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए थे. तो वही, मुख्य द्वार के पास अपर पुलिस अधीक्षक और क्षेत्र पुलिस अधिकारी थे.