नई दिल्ली: सनातन धर्म के अनुसार इस साल भगवान श्री कृष्ण के जन्म उत्सव का 5251 वर्ष मनाया जा रहा है. सुबह से ही मंदिरों पर भगवान श्री कृष्ण के बाल रूप के दर्शन और मंदिर की साज सज्जा को देखने के लिए भक्तों का तांता लगा हुआ है. राजधानी के तमाम मंदिरों में भक्तों की भीड़ को देखते हुए विशेष सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं.
मध्य रात्रि में श्री कृष्ण जन्माष्टमी का मनाया जाएगा पर्व
सनातन धर्म के मुताबिक मध्य रात्रि में श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाता है. भगवान की आरती और जलाभिषेक किया जाता है. सुबह से ही मंदिरों में माताएं अपने बच्चों को श्री कृष्ण की पोशाक पहना कर पहुंच रही हैं, वहीं कई माताओं ने अपनी बेटियों को राधा का रूप दिया है,और भगवान श्री कृष्ण के दर्शन करने मंदिर पहुंचे हैं.
विशेष मंदिरों में जन्माष्टमी के पर्व पर भव्य आयोजन
राजधानी के कुछ विशेष मंदिरों में जन्माष्टमी के पर्व पर भव्य आयोजन किए गए हैं. दिल्ली के द्वारका स्थित ISKCON मंदिर में भक्तों को भीड़ देखते ही बनती है. इस बार भगवान कृष्ण को 1 लाख व्यंजनों का भोग लगाया जाएगा. इसकी तैयारियां भी शुरू हो चुकी हैं. मंदिर प्रबंधन कमेटी का अनुमान है कि 5 लाख से ज्यादा श्रद्धालु मंदिर में आएंगे.जन्माष्टमी के पर्व पर मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा व्यवस्था भी दुरुस्त की गई है.
मंदिरों में चारों तरफ सीसीटीवी कैमरे लगाकर सुरक्षा के विशेष प्रबंध
मंदिरों में चारों तरफ सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.इसके अलावा यातायात बाधित न हो इसके लिए स्थानीय प्रशासन से बात की गई है. इस बार मंदिर कमेटी ने निर्णय लिया है कि भगवान की शिक्षाओं पर आधारित पुस्तकों का मुफ्त वितरण भी किया जाएगा. ताकि भक्त उनकी बातों को पढ़कर अपने जीवन को न केवल जन्माष्टमी के दिन बल्कि उम्र भर सफल बना सकें.
गोल मार्किट स्थित ऐतिहासिक श्री लक्ष्मी नारायण बिरला मंदिर में विशेष तैयारी
वहीं राजधानी के गोल मार्किट स्थित ऐतिहासिक श्री लक्ष्मी नारायण बिरला मंदिर में विशेष तैयारी की गई है. इस बार भगवान लक्ष्मी नारायण का श्रृंगार राजस्थान से मंगाए 11,000 मोर पंखों से हुआ है. मंदिर के सजावट कार्य को भी पूरा कर दिया गया है. भक्तों को किसी तरह की असुविधा न हो, इसके लिए भी विशेष इंतजाम किए गए हैं.
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जन्माष्टमी की पूर्व संध्या पर शोभायात्रा का किया गया आयोजन
जन्माष्टमी की पूर्व संध्या पर शोभायात्रा का आयोजन किया गया. शोभा यात्रा से पहले मंदिर के मौजूद सभी पुजारियों ने लड्डू गोपाल जी की पूजा अर्चना की. मंदिर में कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें वृंदावन और साउथ से आए कलाकार भगवान कृष्ण की लीलाओं पर नृत्य नाटक प्रस्तुत करेंगे. जन्माष्टमी कार्यक्रम रात 12:00 बजे तक चलेगा. मंदिर में आने वाले भक्तों की भीड़ को देखते हुए विशेष सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं. मंदिर के चारों तरफ सीसीटीवी कैमरा लगाए गए हैं.
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