रायपुर: जनजातीय गौरव दिवस पर रायपुर में रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है. देशभर से आए कलाकार जनजातीय गौरव दिवस के आयोजन में शामिल हो रहे हैं. गुरुवार को मंत्री रामविचार नेताम भी कलाकारों से मिलने कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे. मंत्री नेताम ने कलाकारों के प्रदर्शन को भी देखा और उनके प्रदर्शन की जमकर तारीफ भी की. मंत्री जी ने खुद मंच पर चढ़कर कहा कि आपका कमाल देखकर मैं भी दंग रहा गया.
जनजातीय गौरव दिवस: रायपुर में चल रहे जनजाति गौरव दिवस और अंतर्राज्यीय आदिवासी लोक नृत्य महोत्सव की धूम है. देश भर से पहुंचे कलाकार अपनी अपनी प्रस्तुति दे रहे हैं. कार्यक्रम में गुजरात से आए कलाकारों के दल ने भी समां बांधा. आदिवासी पोशाक पहने नर्तक दल के कलाकारों ऐसा रंगारंग कार्यक्रम पेश किया कि लोग काफी देर तक तालियों से उनका स्वागत करते रहे. आयोजन में देशभर से कलाकार पहुंचे हैं.
''सिर है पत्थर, कमाल है भाई'': ढोल नगाड़ों के साथ आदिवासी पोषक पहने हुए कलाकारों ने जब मंच पर अलग अलग तरह की आवाजें निकालनी शुरु की तो दंग रह गए. इसी बीच एक कलाकार ने हवा में नारियल उछालकर अपने सिर से तोड़ दिया. सिर से नारियल फोड़ने वाले कलाकार की तारीफ के लिए खुद मंत्री रामविचार नेताम मंच पर पहुंचे. नेताम ने कहा कि आपकी कला अदभुत है. आपका सिर तो पत्थर से भी मजबूत है. मंत्री नेताम ने कार्यक्रम में शिरकत कर रहे सभी कलाकारों का हौसला भी बढ़ाया.
सीएम साय ने किया उदघाटन: इससे पहले सीएम विष्णु देव साय ने गुरुवार को दो दिवसीय जनजातीय गौरव दिवस का विधिवत उदघाटन किया. भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के मौके पर रायपुर के साइंस कॉलेज ग्राउंड में जनजातीय गौरव दिवस और नृत्य महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. कार्यक्रम में 21 राज्यों के 28 दल भाग ले रहे हैं. सीएण ने कहा कि केंद्र ने आदिवासी बहुल गांवों के एकीकृत विकास के लिए ''धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान'' शुरू किया है. इसके तहत 80,000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है. सीएम ने कहा कि इस योजना से छत्तीसगढ़ के 6,691 गांवों को लाभ मिलेगा, जिससे बुनियादी सुविधाएं बढेंगी.
शहीदों को किया नमन: सीएम साय ने भगवान बिरसा मुंडा, शहीद वीर नारायण सिंह, शहीद गेंद सिंह, गुंडाधुर को श्रद्धांजलि दी. सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने की घोषणा कर आदिवासी समुदाय का गौरव बढ़ाया. पीएम मोदी और अटल जी ने आदिवासी समुदाय का जितना ख्याल रखा है, उतना किसी और ने नहीं रखा. सीएम ने कहा कि वाजपेयी जी ने देश की 10 करोड़ आदिवासी आबादी के कल्याण के लिए अलग मंत्रालय बनाया.