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'AAP और BJP ने हमारा इस्तेमाल किया...' पूर्व बस मार्शल ने बताया इन मुद्दों पर लड़ेंगे चुनाव - DELHI ASSEMBLY ELECTION 2025

जनहित दल के नई दिल्ली सीट से प्रत्याशी आदित्य राय से ईटीवी भारत के संवाददाता राहुल चौहान ने विभिन्न मुद्दों पर खास बातचीत की.

पूर्व बस मार्शल ने बताया इन मुद्दों पर लड़ेंगे चुनाव
पूर्व बस मार्शल ने बताया इन मुद्दों पर लड़ेंगे चुनाव (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : 5 hours ago

नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनावों की तैयारियां जोरों पर हैं, और इस बार राजधानी की तीन प्रमुख राजनीतिक पार्टियों के अलावा अन्य दल भी चुनावी मैदान में कूद चुके हैं. इनमें से एक महत्वपूर्ण नाम है जनहित दल, जिसने शनिवार को दिल्ली की छह विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए. विशेष यह है कि इनमें से पांच प्रत्याशी सिविल डिफेंस में कार्यरत रहे बस मार्शल हैं.

वहीं, आदित्य राय, जो जनहित दल नई दिल्ली सीट से प्रत्याशी हैं, ने संवाददाता राहुल चौहान से बातचीत में बताया कि उनका मुख्य उद्देश्य सिविल डिफेंस वॉलिंटियर्स को पुनः नौकरी पर वापस लाना है, लेकिन इसके साथ-साथ बेरोजगारी और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दे भी उनकी चुनावी प्राथमिकताओं में शामिल हैं. आदित्य ने कहा, "केजरीवाल ने आलीशान शीश महल बनवाया और भ्रष्टाचार में जेल भी गए, यह सब हमारे लिए चुनाव में मुद्दा है." पढ़िए उन्होंने और क्या कहा....

पूर्व बस मार्शल आदित्य राय का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू (etv bharat)

सवाल: आप सिविल डिफेंस वालंटियर की नौकरी को पुनः प्राप्त करने के लिए उच्च न्यायालय में संघर्ष कर रहे हैं, तो अचानक चुनावी दौड़ में शामिल होने की आवश्यकता क्यों पड़ी?

जवाब: हमारी 10,000 से अधिक सिविल डिफेंस वॉलिंटियर्स पिछले 14 महीने से अपनी नौकरियों के लिए संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन हमारी समस्याओं का कोई सुनवाई नहीं हो रही है. आम आदमी पार्टी का कहना है कि बीजेपी हमें नौकरी पर वापस नहीं आने देना चाहती. दोनों ने हमें फुटबॉल की तरह इस्तेमाल किया. इसी वजह से हम चुनाव लड़ने का निर्णय लिए हैं.

सवाल: क्या चुनाव में केवल सिविल डिफेंस वॉलिंटियर्स की नौकरी को पुनः बहाल करवाना ही मुख्य मुद्दा है, या और भी मुद्दे हैं?

जवाब: चुनाव में सिविल डिफेंस वॉलिंटियर्स के लिए भर्ती संबंधी बिल पारित कराना हमारे लिए प्राथमिकता है. बेरोजगारी और भ्रष्टाचार भी हमारे लिए महत्वपूर्ण विषय हैं. अरविंद केजरीवाल ने आलीशन शीश महल बनवाकर और भ्रष्टाचार के मामलों में जेल जाकर हमारे लिए समस्याएं खड़ी की हैं. ये सब हमारे चुनावी मुद्दे हैं.

सवाल: आपने नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र को चुनाव लडने के लिए ही क्यों चुना?

जवाब: नई दिल्ली विधानसभा सीट पर अरविंद केजरीवाल खुद चुनाव लड़ रहे हैं. हमारी सीधी लड़ाई उन्हीं से है. मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने हमें नौकरी से हटाया और तब से हमारी कोई सुनवाई नहीं हुई. आम आदमी पार्टी के किसी विधायक ने भी हमसे संपर्क नहीं किया. इसलिए हम केजरीवाल को हराकर अपनी बात साबित करना चाहते हैं.

सवाल: चुनाव लड़ने के लिए पैसे और संसाधनों की व्यवस्था कैसे करेंगे?

जवाब: चुनावी दौड़ के लिए वित्तीय सहायता के साथ-साथ लोगों का समर्थन और सही मुद्दों की जरूरत होती है. हमारे पास लोगों का समर्थन है. बेरोजगारी, 10,000 से अधिक वॉलिंटियर्स की नौकरी जाना और भ्रष्टाचार हमारे प्रमुख मुद्दे हैं. इन मुद्दों पर हम डोर-टू-डोर जाएंगे और लोगों से समर्थन और वोट मांगेंगे.

सवाल: जनहित दल पहली बार दिल्ली में चुनाव लड़ रहा है. ऐसे में संगठन और कार्यकर्ताओं की कमी कैसे पूरी करेंगे?

जवाब: जनहित दल वास्तव में पहली बार चुनावी मैदान में है, लेकिन हमारे पास दिल्ली में 10,000 से अधिक सिविल डिफेंस वालंटियर्स हैं, जो विभिन्न विभागों में सेवा दे चुके हैं. हमने लोगों के बीच रहकर काम किया है. हर विधानसभा क्षेत्र में लगभग 3,700 सिविल डिफेंस वॉलिंटियर्स के परिवार के सदस्यों के वोट होंगे. इस प्रकार, हम सभी 70 सीटों पर प्रभाव डालते हैं. सभी बस मार्शल चुनाव में जनहित दल के कार्यकर्ताओं के रूप में सहयोग करेंगे.

सवाल: क्या आपकी चुनावी प्रतिस्पर्धा केवल आम आदमी पार्टी से है, या बीजेपी और कांग्रेस के खिलाफ भी है?
जवाब: हमारी लड़ाई आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस तीनों के खिलाफ है. हम दिल्लीवासियों को एक नया राजनीतिक विकल्प प्रदान करना चाहते हैं. इसके अलावा, तीनों पार्टियों ने अपने किए हुए वादों को कभी नहीं निभाया है. इसीलिए, हम चाहते हैं कि लोग बेरोजगारी और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर हमें वोट दें. आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस सभी एक समान हैं, और वे एक-दूसरे पर कार्य न करने का आरोप लगाते रहते हैं, जबकि जनता इन सबके बीच दुख सहती है.

सवाल: क्या चुनाव में भागीदारी के लिए पार्टी अपना चुनावी घोषणा पत्र भी जारी करेगी?
जवाब: पार्टी जनता के मुद्दों को ध्यान में रखते हुए अपना चुनावी घोषणा पत्र तैयार कर रही है. जल्द ही अन्य सीटों के उम्मीदवारों की सूची और चुनावी घोषणा पत्र भी सार्वजनिक किया जाएगा। हम अपने घोषणा पत्र में सीधे जनता से जुड़े मुद्दों को उठाने की योजना बना रहे हैं.

सिविल डिफेंस वालंटियर्स का मुद्दा

जनहित दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष अंशुमान जोशी ने इस मौके पर कहा कि बस मार्शलों का नौकरी से निकाला जाना एक बड़ा मुद्दा है. उनका ये भी आरोप है कि आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) दोनों ने इस मुद्दे पर राजनीति की है, लेकिन किसी भी पार्टी ने इनकी मदद नहीं की. जोशी ने कहा, "लगातार 14 महीने तक बस मार्शलों ने सड़क पर अपनी नौकरी के लिए संघर्ष किया, लेकिन अब तक उनकी आवाज को अनसुना किया गया है. आम आदमी पार्टी की सरकार ने उनकी बात नहीं सुनी और न ही उन्हें नौकरी पर बहाल किया।"

राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप

आम आदमी पार्टी का कहना है कि बीजेपी इस मुद्दे को लेकर गंभीर नहीं है, जबकि भाजपा का आरोप है कि AAP की मंशा ही साफ नहीं है। दोनों पार्टियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप के चलते सिविल डिफेंस वॉलिंटियर्स की कठोर परिस्थितियों की अनदेखी हुई है। जनहित दल ने इस खाई को भरने और सिविल डिफेंस वॉलिंटियर्स की लड़ाई को उचित मंच देने का निर्णय लिया है। जोशी ने कहा, "हम 10,000 से ज्यादा सिविल डिफेंस वॉलिंटियर्स की लड़ाई को लड़ने का बीड़ा उठाने जा रहे हैं."

दिल्ली के बस मार्शलों ने केजरीवाल के खिलाफ उतारा प्रत्याशी, आदित्य राय नई दिल्ली से लड़ेंगे

दिल्ली विधानसभा चुनाव: जनता पार्टी, जनहित दल और दिल्ली जनता पार्टी मिलकर लड़ेगी चुनाव

नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनावों की तैयारियां जोरों पर हैं, और इस बार राजधानी की तीन प्रमुख राजनीतिक पार्टियों के अलावा अन्य दल भी चुनावी मैदान में कूद चुके हैं. इनमें से एक महत्वपूर्ण नाम है जनहित दल, जिसने शनिवार को दिल्ली की छह विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए. विशेष यह है कि इनमें से पांच प्रत्याशी सिविल डिफेंस में कार्यरत रहे बस मार्शल हैं.

वहीं, आदित्य राय, जो जनहित दल नई दिल्ली सीट से प्रत्याशी हैं, ने संवाददाता राहुल चौहान से बातचीत में बताया कि उनका मुख्य उद्देश्य सिविल डिफेंस वॉलिंटियर्स को पुनः नौकरी पर वापस लाना है, लेकिन इसके साथ-साथ बेरोजगारी और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दे भी उनकी चुनावी प्राथमिकताओं में शामिल हैं. आदित्य ने कहा, "केजरीवाल ने आलीशान शीश महल बनवाया और भ्रष्टाचार में जेल भी गए, यह सब हमारे लिए चुनाव में मुद्दा है." पढ़िए उन्होंने और क्या कहा....

पूर्व बस मार्शल आदित्य राय का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू (etv bharat)

सवाल: आप सिविल डिफेंस वालंटियर की नौकरी को पुनः प्राप्त करने के लिए उच्च न्यायालय में संघर्ष कर रहे हैं, तो अचानक चुनावी दौड़ में शामिल होने की आवश्यकता क्यों पड़ी?

जवाब: हमारी 10,000 से अधिक सिविल डिफेंस वॉलिंटियर्स पिछले 14 महीने से अपनी नौकरियों के लिए संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन हमारी समस्याओं का कोई सुनवाई नहीं हो रही है. आम आदमी पार्टी का कहना है कि बीजेपी हमें नौकरी पर वापस नहीं आने देना चाहती. दोनों ने हमें फुटबॉल की तरह इस्तेमाल किया. इसी वजह से हम चुनाव लड़ने का निर्णय लिए हैं.

सवाल: क्या चुनाव में केवल सिविल डिफेंस वॉलिंटियर्स की नौकरी को पुनः बहाल करवाना ही मुख्य मुद्दा है, या और भी मुद्दे हैं?

जवाब: चुनाव में सिविल डिफेंस वॉलिंटियर्स के लिए भर्ती संबंधी बिल पारित कराना हमारे लिए प्राथमिकता है. बेरोजगारी और भ्रष्टाचार भी हमारे लिए महत्वपूर्ण विषय हैं. अरविंद केजरीवाल ने आलीशन शीश महल बनवाकर और भ्रष्टाचार के मामलों में जेल जाकर हमारे लिए समस्याएं खड़ी की हैं. ये सब हमारे चुनावी मुद्दे हैं.

सवाल: आपने नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र को चुनाव लडने के लिए ही क्यों चुना?

जवाब: नई दिल्ली विधानसभा सीट पर अरविंद केजरीवाल खुद चुनाव लड़ रहे हैं. हमारी सीधी लड़ाई उन्हीं से है. मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने हमें नौकरी से हटाया और तब से हमारी कोई सुनवाई नहीं हुई. आम आदमी पार्टी के किसी विधायक ने भी हमसे संपर्क नहीं किया. इसलिए हम केजरीवाल को हराकर अपनी बात साबित करना चाहते हैं.

सवाल: चुनाव लड़ने के लिए पैसे और संसाधनों की व्यवस्था कैसे करेंगे?

जवाब: चुनावी दौड़ के लिए वित्तीय सहायता के साथ-साथ लोगों का समर्थन और सही मुद्दों की जरूरत होती है. हमारे पास लोगों का समर्थन है. बेरोजगारी, 10,000 से अधिक वॉलिंटियर्स की नौकरी जाना और भ्रष्टाचार हमारे प्रमुख मुद्दे हैं. इन मुद्दों पर हम डोर-टू-डोर जाएंगे और लोगों से समर्थन और वोट मांगेंगे.

सवाल: जनहित दल पहली बार दिल्ली में चुनाव लड़ रहा है. ऐसे में संगठन और कार्यकर्ताओं की कमी कैसे पूरी करेंगे?

जवाब: जनहित दल वास्तव में पहली बार चुनावी मैदान में है, लेकिन हमारे पास दिल्ली में 10,000 से अधिक सिविल डिफेंस वालंटियर्स हैं, जो विभिन्न विभागों में सेवा दे चुके हैं. हमने लोगों के बीच रहकर काम किया है. हर विधानसभा क्षेत्र में लगभग 3,700 सिविल डिफेंस वॉलिंटियर्स के परिवार के सदस्यों के वोट होंगे. इस प्रकार, हम सभी 70 सीटों पर प्रभाव डालते हैं. सभी बस मार्शल चुनाव में जनहित दल के कार्यकर्ताओं के रूप में सहयोग करेंगे.

सवाल: क्या आपकी चुनावी प्रतिस्पर्धा केवल आम आदमी पार्टी से है, या बीजेपी और कांग्रेस के खिलाफ भी है?
जवाब: हमारी लड़ाई आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस तीनों के खिलाफ है. हम दिल्लीवासियों को एक नया राजनीतिक विकल्प प्रदान करना चाहते हैं. इसके अलावा, तीनों पार्टियों ने अपने किए हुए वादों को कभी नहीं निभाया है. इसीलिए, हम चाहते हैं कि लोग बेरोजगारी और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर हमें वोट दें. आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस सभी एक समान हैं, और वे एक-दूसरे पर कार्य न करने का आरोप लगाते रहते हैं, जबकि जनता इन सबके बीच दुख सहती है.

सवाल: क्या चुनाव में भागीदारी के लिए पार्टी अपना चुनावी घोषणा पत्र भी जारी करेगी?
जवाब: पार्टी जनता के मुद्दों को ध्यान में रखते हुए अपना चुनावी घोषणा पत्र तैयार कर रही है. जल्द ही अन्य सीटों के उम्मीदवारों की सूची और चुनावी घोषणा पत्र भी सार्वजनिक किया जाएगा। हम अपने घोषणा पत्र में सीधे जनता से जुड़े मुद्दों को उठाने की योजना बना रहे हैं.

सिविल डिफेंस वालंटियर्स का मुद्दा

जनहित दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष अंशुमान जोशी ने इस मौके पर कहा कि बस मार्शलों का नौकरी से निकाला जाना एक बड़ा मुद्दा है. उनका ये भी आरोप है कि आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) दोनों ने इस मुद्दे पर राजनीति की है, लेकिन किसी भी पार्टी ने इनकी मदद नहीं की. जोशी ने कहा, "लगातार 14 महीने तक बस मार्शलों ने सड़क पर अपनी नौकरी के लिए संघर्ष किया, लेकिन अब तक उनकी आवाज को अनसुना किया गया है. आम आदमी पार्टी की सरकार ने उनकी बात नहीं सुनी और न ही उन्हें नौकरी पर बहाल किया।"

राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप

आम आदमी पार्टी का कहना है कि बीजेपी इस मुद्दे को लेकर गंभीर नहीं है, जबकि भाजपा का आरोप है कि AAP की मंशा ही साफ नहीं है। दोनों पार्टियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप के चलते सिविल डिफेंस वॉलिंटियर्स की कठोर परिस्थितियों की अनदेखी हुई है। जनहित दल ने इस खाई को भरने और सिविल डिफेंस वॉलिंटियर्स की लड़ाई को उचित मंच देने का निर्णय लिया है। जोशी ने कहा, "हम 10,000 से ज्यादा सिविल डिफेंस वॉलिंटियर्स की लड़ाई को लड़ने का बीड़ा उठाने जा रहे हैं."

दिल्ली के बस मार्शलों ने केजरीवाल के खिलाफ उतारा प्रत्याशी, आदित्य राय नई दिल्ली से लड़ेंगे

दिल्ली विधानसभा चुनाव: जनता पार्टी, जनहित दल और दिल्ली जनता पार्टी मिलकर लड़ेगी चुनाव

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