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दिल्ली विधानसभा चुनाव: जनता पार्टी, जनहित दल और दिल्ली जनता पार्टी मिलकर लड़ेगी चुनाव - DELHI ASSEMBLY ELECTIONS 2025

500 यूनिट बिजली और गरीब बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में मुफ्त शिक्षा देने का वादा. सिविल डिफेंस कर्मियों को उम्मीदवार बनाने की योजना.

जनता पार्टी,जनहित दल और दिल्ली जनता पार्टी का हुआ गठजोड़
जनता पार्टी,जनहित दल और दिल्ली जनता पार्टी का हुआ गठजोड़ (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Dec 7, 2024, 12:19 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली की राजनीति में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच हलचल तेज हो गई है. जहां एक ओर आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस चुनाव प्रचार में जुटी हुई हैं, वहीं दूसरी ओर जनता पार्टी, जनहित दल और दिल्ली जनता पार्टी ने मिलकर चुनावी मोर्चा बनाने की घोषणा की है.

गठबंधन का ऐलान: दिल्ली के रफी मार्ग स्थित कांस्टीट्यूशन क्लब में शुक्रवार को आयोजित एक कार्यक्रम में तीनों पार्टियों ने अपने ऐतिहासिक गठबंधन का ऐलान किया. जनहित दल के अध्यक्ष अंशुमन जोशी, जनता पार्टी के अध्यक्ष नवनीत चतुर्वेदी, और दिल्ली जनता पार्टी के नेता संजय जोशी ने एकसाथ मंच साझा करते हुए अपनी नीतियों और चुनावी लक्ष्यों को साझा किया. उन्होंने कहा कि इस गठबंधन का प्रमुख उद्देश्य दिल्ली की सभी विधानसभा सीटों पर चुनाव लडऩा और लोगों के बीच बेहतर सेवाएं प्रदान करना है.

दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन का ऐलान (ETV BHARAT)

सिविल डिफेंस कर्मियों का समर्थन: गठबंधन को लेकर हुई चर्चा में एक महत्वपूर्ण बिंदु यह रहा कि वे लगभग 10 से 15 विधानसभा सीटों पर सिविल डिफेंस कर्मियों को उम्मीदवार बनाने की योजना बना रहे हैं. तीनों दलों के नेताओं ने कहा कि वर्तमान सरकार ने सिविल डिफेंस कर्मियों के साथ सौतेला व्यवहार किया है, जो उनके अधिकारों और सम्मान का उल्लंघन है. यदि गठबंधन की सरकार बनती है, तो ये कर्मी अपनी योग्यता के अनुसार आगे आ सकेंगे.

चुनावी मुद्दे और वादे: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए इस गठबंधन ने कुछ महत्वपूर्ण वादे भी किए हैं. अगर ये दल सरकार बनाते हैं, तो दिल्ली के नागरिकों को 500 यूनिट बिजली फ्री करने का आश्वासन दिया गया है. इसके साथ ही, गरीब बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में मुफ्त शिक्षा उपलब्ध कराने की योजना भी है. इन मुद्दों को लेकर गठबंधन के सदस्य जनता के बीच जाएंगे और उनकी आवश्यकताओं को समझेंगे.

जनता पार्टी के अध्यक्ष नवनीत चतुर्वेदी ने बताया कि उनकी पार्टी का लक्ष्य लोकतांत्रिक संस्थाओं की रक्षा करना और नागरिकों के कल्याण को प्राथमिकता देना है. उन्होंने कहा कि इस गठबंधन के माध्यम से दिल्ली के लोगों के लिए एक बेहतर भविष्य की दिशा में कदम बढ़ाए जाएंगे.

जनहित दल के अध्यक्ष अंशुमन जोशी ने घोषणा की कि इस गठबंधन में शामिल होने वाले पूर्व विधायक धर्मेंद्र कोहली और अशोक चौहान जैसे नेताओं ने जनहित दल को नई ताकत दी है. ये नेता वंचित वर्गों की आवाज उठाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.

दिल्ली जनता पार्टी का दृष्टिकोण

दिल्ली जनता पार्टी, जिसके नेता संजय जोशी हैं, ने नागरिकों के कल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रकट की है. उन्होंने पारदर्शिता, जवाबदेही और समावेशी विकास पर जोर दिया. तीनों दलों ने एकजुट होकर चुनावी लड़ाई में उतरने का निर्णय लिया है, जिसका मुख्य उद्देश्य लोकतंत्र को मजबूत करना, सामाजिक न्याय सुनिश्चित करना और दिल्ली के विकास को गति देना है.
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नई दिल्ली: दिल्ली की राजनीति में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच हलचल तेज हो गई है. जहां एक ओर आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस चुनाव प्रचार में जुटी हुई हैं, वहीं दूसरी ओर जनता पार्टी, जनहित दल और दिल्ली जनता पार्टी ने मिलकर चुनावी मोर्चा बनाने की घोषणा की है.

गठबंधन का ऐलान: दिल्ली के रफी मार्ग स्थित कांस्टीट्यूशन क्लब में शुक्रवार को आयोजित एक कार्यक्रम में तीनों पार्टियों ने अपने ऐतिहासिक गठबंधन का ऐलान किया. जनहित दल के अध्यक्ष अंशुमन जोशी, जनता पार्टी के अध्यक्ष नवनीत चतुर्वेदी, और दिल्ली जनता पार्टी के नेता संजय जोशी ने एकसाथ मंच साझा करते हुए अपनी नीतियों और चुनावी लक्ष्यों को साझा किया. उन्होंने कहा कि इस गठबंधन का प्रमुख उद्देश्य दिल्ली की सभी विधानसभा सीटों पर चुनाव लडऩा और लोगों के बीच बेहतर सेवाएं प्रदान करना है.

दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन का ऐलान (ETV BHARAT)

सिविल डिफेंस कर्मियों का समर्थन: गठबंधन को लेकर हुई चर्चा में एक महत्वपूर्ण बिंदु यह रहा कि वे लगभग 10 से 15 विधानसभा सीटों पर सिविल डिफेंस कर्मियों को उम्मीदवार बनाने की योजना बना रहे हैं. तीनों दलों के नेताओं ने कहा कि वर्तमान सरकार ने सिविल डिफेंस कर्मियों के साथ सौतेला व्यवहार किया है, जो उनके अधिकारों और सम्मान का उल्लंघन है. यदि गठबंधन की सरकार बनती है, तो ये कर्मी अपनी योग्यता के अनुसार आगे आ सकेंगे.

चुनावी मुद्दे और वादे: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए इस गठबंधन ने कुछ महत्वपूर्ण वादे भी किए हैं. अगर ये दल सरकार बनाते हैं, तो दिल्ली के नागरिकों को 500 यूनिट बिजली फ्री करने का आश्वासन दिया गया है. इसके साथ ही, गरीब बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में मुफ्त शिक्षा उपलब्ध कराने की योजना भी है. इन मुद्दों को लेकर गठबंधन के सदस्य जनता के बीच जाएंगे और उनकी आवश्यकताओं को समझेंगे.

जनता पार्टी के अध्यक्ष नवनीत चतुर्वेदी ने बताया कि उनकी पार्टी का लक्ष्य लोकतांत्रिक संस्थाओं की रक्षा करना और नागरिकों के कल्याण को प्राथमिकता देना है. उन्होंने कहा कि इस गठबंधन के माध्यम से दिल्ली के लोगों के लिए एक बेहतर भविष्य की दिशा में कदम बढ़ाए जाएंगे.

जनहित दल के अध्यक्ष अंशुमन जोशी ने घोषणा की कि इस गठबंधन में शामिल होने वाले पूर्व विधायक धर्मेंद्र कोहली और अशोक चौहान जैसे नेताओं ने जनहित दल को नई ताकत दी है. ये नेता वंचित वर्गों की आवाज उठाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.

दिल्ली जनता पार्टी का दृष्टिकोण

दिल्ली जनता पार्टी, जिसके नेता संजय जोशी हैं, ने नागरिकों के कल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रकट की है. उन्होंने पारदर्शिता, जवाबदेही और समावेशी विकास पर जोर दिया. तीनों दलों ने एकजुट होकर चुनावी लड़ाई में उतरने का निर्णय लिया है, जिसका मुख्य उद्देश्य लोकतंत्र को मजबूत करना, सामाजिक न्याय सुनिश्चित करना और दिल्ली के विकास को गति देना है.
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