पटना : बिहार में 2016 पूर्ण शराबबंदी है. हालांकि इसको लेकर लगातार सवाल भी उठते रहे हैं. राजनेता अपनी तरह से राजनीतिक रोटियां भी सेंकते नजर आते हैं. इसी बीत राजनीतिक रणनीतिकार व जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर ने बड़ा ऐलान किया है.
'इधर सरकार बनी, उधर शराबबंदी खत्म' : पटना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि प्रदेश में इधर हमारी सरकार बनी, उधर शराबबंदी को खत्म कर दिया जाएगा. आगामी विधानसभा चुनाव के लिए हमारी तैयारी चल रही है और अच्छी संख्या में लोग जुड़ रहे हैं.
''जिस दिन जन सुराज की सरकार बनेगी, 1 घंटे के अंदर प्रदेश से शराबबंदी खत्म कर दी जाएगी. जीतन मांझी जी और दूसरे दल के नेता क्या कह रहे हैं इससे हमको कोई मतलब नहीं है.''- प्रशांत किशोर, संयोजन, जन सुराज
'गांव-गांव घूम कर रखा जा रहा विचार' : पीके ने आगे कहा कि जो साथी जन सुराज के विचार को गांव-गांव घर-घर तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं, उस विचार मंच के साथ बैठक किए हैं. जन स्वराज अपने मुद्दे को लेकर प्रदेश में आगे बढ़ रहा है. पिछले दो वर्ष से प्रदेश के गांव-गांव घूम कर अपने विचार को पहुंचाने का काम कर रहा है.
पहले भी शराबबंदी पर उठा चुके हैं प्रश्नचिह्न : बता दें कि पिछले 8 अगस्त को भी प्रशांत किशोर ने कहा था कि बिहार में सलाना 20 हजार करोड़ रुपए की हानि हो रही है. राज्य में खुलेआम अवैध रूप से शराब की बिक्री होती है. इसका पैसा भ्रष्ट अधिकारी और माफियाओं की जेब में जाता है. उनकी सरकार बनते ही एक घंटे में शराबबंदी को खत्म कर दिया जाएगा.
जीनत राम मांझी का आरोप : प्रशांत किशोर के अलावा केन्द्रीय मंत्री जीतन राम मांझी गाहे-बगाहे शराबबंदी को कठघड़े में खड़े करते हैं. उनका कहना है कि बड़े लोग आराम से बिहार में शराब पीते हैं. जबकि गरीबों को इसकी आड़ में परेशान किया जाता है.
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