दुमका: झारखंड पुलिस ने एक नई पहल शुरू की है. आगामी 10 सितंबर को संथाल परगना प्रमंडल के 15 स्थानों पर पुलिस द्वारा जन शिकायत निवारण शिविर का आयोजन किया जा रहा है. जिसके लिए पुलिस ने लोगों से अपील की है कि आप अपनी समस्या को लेकर यहां आएं और उसका निदान पाएं. यह जानकारी दुमका प्रक्षेत्र के डीआईजी संजीव कुमार ने दी है.
क्या है पूरा मामला
झारखंड सरकार जिस तरीके से लोक कल्याणकारी योजनाओं को लेकर खुद जरूरतमंदों तक पहुंच रही है. उसी तर्ज पर अब झारखंड पुलिस ने भी कमान संभाल रखी है. पुलिस द्वारा हर महीने किसी एक दिन संबंधित इलाके में पहुंचकर लोगों से उनकी शिकायतें सुनने और उन शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करने की पहल शुरू की गई है.
पुलिस ने लोगों को बताया कि जो लोग पुलिस से संबंधित अपनी शिकायत करने पहुंचेंगे, उन्हें पावती पत्र यानि एक्नॉलेजमेंट भी दिया जाएगा. इतना ही नहीं उनकी शिकायत पर क्या कार्रवाई हुई और कहां तक कार्रवाई पहुंची, इसे लेकर अपडेट भी दिया जाएगा. अगर आवेदन कार्रवाई योग्य नहीं है, तो भी जानकारी संबंधित व्यक्ति को उपलब्ध करायी जाएगी.
डीआईजी ने दी जानकारी
संथाल परगना के डीआईजी संजीव कुमार ने बताया कि लोग अपनी शिकायत संबंधित जिला के एसपी ऑफिस में जारी किए गए 'जन शिकायत समाधान' के व्हाट्सएप नंबर पर या फिर जारी किए गए ई-मेल पर भी भेज सकते हैं. कार्यक्रम संथाल परगना के 15 स्थानों पर होगा. जहां वरीय पदाधिकारी भी मौजूद रहेंगे. लोग यहां भी अपनी शिकायत को लेकर आवेदन दे सकते हैं.
डीआईजी ने बताया कि इस कार्यक्रम को लेकर पुलिस टीम द्वारा खूब प्रचार-प्रसार किया जा रहा है ताकि शिकायतों का समाधान हो सके. अब तक जो भी शिकायतें व्हाट्सएप नंबर और ई-मेल के जरिए प्राप्त हुई है, उनपर कार्रवाई की जा रही है, ताकि मंगलवार को शिविर में संबंधित व्यक्ति को उससे अवगत भी कराया जा सके.
पंद्रह स्थानों पर 'जन शिकायत समाधान' कार्यक्रम
डीआईजी संजीव कुमार ने बताया कि पूरे राज्य में 10 सितंबर को यह कार्यक्रम हो रहा है. प्रमंडल के छह जिले दुमका, देवघर, गोड्डा, साहिबगंज, पाकुड़ और जामताड़ा के कुल पंद्रह स्थानों पर पहले 'जन शिकायत समाधान' कार्यक्रम किए जाएंगे. कार्यक्रम का लक्ष्य आम जनता द्वारा प्राप्त शिकायतों को त्वरित गति से निष्पादन करना है.
डीआईजी का कहना है कि कई बार कुछ शिकायत सीधे पुलिस से जुड़ी नहीं होती है, ऐसे में संबंधित उपायुक्तों से भी आग्रह कर सिविल एडमिनिस्ट्रेशन के पदाधिकारियों को भी इन शिविराें में रहने का आग्रह किया गया है. उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के बाद भी जारी व्हाट्सएप नंबर और ई-मेल आईडी पर शिकायतें भेजे जा सकेंगे.
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