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जामिया के प्रोफेसर नावेद को जापान की यूनिवर्सिटी ने दी प्रतिष्ठित फेलोशिप, जानिए किस क्षेत्र में करेंगे शोध - PROF NAVED IQBAL JAPAN FELLOWSHIP - PROF NAVED IQBAL JAPAN FELLOWSHIP

PROF NAVED IQBAL JAPAN FELLOWSHIP: जापान सोसाइटी फॉर द प्रमोशन ऑफ साइंस (JSPS) ने प्रो. नवेद इकबाल को प्रतिष्ठित "जापान में अनुसंधान के लिए आमंत्रण फेलोशिप-2024" से सम्मानित किया. प्रो. इकबाल जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली में मनोविज्ञान विभाग में संकाय हैं. इस प्रतिष्ठित फेलोशिप के तहत, वह जापान में 'कल्याण और धर्म' पर शोध करेंगे.

जामिया के प्रोफेसर नावेद
जामिया के प्रोफेसर नावेद (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Aug 6, 2024, 12:32 PM IST

नई दिल्ली: जापान सोसाइटी फॉर द प्रमोशन ऑफ साइंस (जेएसपीएस) ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया के मनोविज्ञान विभाग के प्रो. नावेद इकबाल को प्रतिष्ठित इन्विटेशन फेलोशिप फॉर रिसर्च इन जापान -2024 प्रदान किया है. इस प्रतिष्ठित फेलोशिप के अंतर्गत प्रो. इकबाल जापान में 'कल्याण और धर्म' पर ध्यान केंद्रित करते हुए ओसाका मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी जापान के प्रो. हिरोशी यामा के साथ मिलकर शोध करेंगे. इसके अतिरिक्त ओसाका मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी ने उन्हें 'विजिटिंग प्रोफेसर' का पद देने की भी पेशकश की है.

जामिया के जनसंपर्क अधिकारी अजीम अहमद ने बताया कि अपने शोध प्रयासों से अलग प्रो. इकबाल ओसाका मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी, क्योटो यूनिवर्सिटी और वासेदा यूनिवर्सिटी, टोक्यो सहित प्रतिष्ठित संस्थानों में व्याख्यान द्वारा अपनी अंतर्दृष्टि और विशेषज्ञता साझा करेंगे, जिससे अकादमिक चर्चा में महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा. प्रो. इकबाल अपने क्षेत्र के एक प्रतिष्ठित व्यक्ति हैं, जिनके पास शोध के क्षेत्र में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा अनुभव है.

प्रोफेसर नावेद इकबाल की अभी तक की उपलब्धियां
प्रोफेसर नावेद इकबाल की अभी तक की उपलब्धियां (ETV Bharat)

यह भी पढ़ें- डीयू ने स्नातक दाखिले से संबंधित विशेष जानकारियां की साझा, जानिए कौन-कौन से चरण हैं महत्वपूर्ण

इसके अलावा प्रो. इकबाल ने लीसेस्टर विश्वविद्यालय (यूके) में ग्लोबल चैलेंजेज रिसर्च फंड (जीसीआरएफ) विजिटिंग फेलोशिप- 2019, इंटरनेशनल फाउंडेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स द्वारा डायरेक्टर्स ऑफ एसोसिएटेड स्टडीज (डीईए) कार्यक्रम-2021 सहित विभिन्न अंतरराष्ट्रीय शोध अनुदान और अन्य फेलोशिप हासिल की हैं. वे फ्रांस के मानव विज्ञान सदन के अध्यक्ष और इंडोनेशिया के एयरलांगा विश्वविद्यालय में 2024 के विजिटिंग फेलो हैं. प्रो. इकबाल का विस्तृत शैक्षणिक योगदान है. उन्होंने तीन पुस्तकों, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं में 90 से अधिक शोध पत्रों और पुस्तकों में 10 अध्यायों में योगदान दिया है.

यह भी पढ़ें- डीयू ने अकादमिक कैलेंडर में किया बदलाव, अब 29 अगस्त से होंगी स्नातक पहले वर्ष की कक्षाएं, जानिए और क्या हुए बदलाव

नई दिल्ली: जापान सोसाइटी फॉर द प्रमोशन ऑफ साइंस (जेएसपीएस) ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया के मनोविज्ञान विभाग के प्रो. नावेद इकबाल को प्रतिष्ठित इन्विटेशन फेलोशिप फॉर रिसर्च इन जापान -2024 प्रदान किया है. इस प्रतिष्ठित फेलोशिप के अंतर्गत प्रो. इकबाल जापान में 'कल्याण और धर्म' पर ध्यान केंद्रित करते हुए ओसाका मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी जापान के प्रो. हिरोशी यामा के साथ मिलकर शोध करेंगे. इसके अतिरिक्त ओसाका मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी ने उन्हें 'विजिटिंग प्रोफेसर' का पद देने की भी पेशकश की है.

जामिया के जनसंपर्क अधिकारी अजीम अहमद ने बताया कि अपने शोध प्रयासों से अलग प्रो. इकबाल ओसाका मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी, क्योटो यूनिवर्सिटी और वासेदा यूनिवर्सिटी, टोक्यो सहित प्रतिष्ठित संस्थानों में व्याख्यान द्वारा अपनी अंतर्दृष्टि और विशेषज्ञता साझा करेंगे, जिससे अकादमिक चर्चा में महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा. प्रो. इकबाल अपने क्षेत्र के एक प्रतिष्ठित व्यक्ति हैं, जिनके पास शोध के क्षेत्र में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा अनुभव है.

प्रोफेसर नावेद इकबाल की अभी तक की उपलब्धियां
प्रोफेसर नावेद इकबाल की अभी तक की उपलब्धियां (ETV Bharat)

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इसके अलावा प्रो. इकबाल ने लीसेस्टर विश्वविद्यालय (यूके) में ग्लोबल चैलेंजेज रिसर्च फंड (जीसीआरएफ) विजिटिंग फेलोशिप- 2019, इंटरनेशनल फाउंडेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स द्वारा डायरेक्टर्स ऑफ एसोसिएटेड स्टडीज (डीईए) कार्यक्रम-2021 सहित विभिन्न अंतरराष्ट्रीय शोध अनुदान और अन्य फेलोशिप हासिल की हैं. वे फ्रांस के मानव विज्ञान सदन के अध्यक्ष और इंडोनेशिया के एयरलांगा विश्वविद्यालय में 2024 के विजिटिंग फेलो हैं. प्रो. इकबाल का विस्तृत शैक्षणिक योगदान है. उन्होंने तीन पुस्तकों, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं में 90 से अधिक शोध पत्रों और पुस्तकों में 10 अध्यायों में योगदान दिया है.

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