मंडी: हिमाचल प्रदेश की सरदार पटेल यूनिवर्सिटी को लेकर पूर्व सीएम और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने एक बार फिर से सुक्खू सरकार निशाना साधा है. जयराम ठाकुर का आरोप है कि सुक्खू सरकार इस यूनिवर्सिटी के दायरे को लगातार कम कर तबाह करने पर तुली हुई है. सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू से अपने उस निर्णय पर पुनर्विचार करना चाहिए, जिसमें सरकार ने सुंदरनगर स्थित सरदार पटेल यूनिवर्सिटी के भवन को एमएलएसएम कॉलेज को दे दिया है.
जयराम ठाकुर ने कहा, "मंडी में जब केंद्र सरकार के प्रयासों से क्लस्टर यूनिवर्सिटी की स्थापना हुई थी तो उस वक्त मंडी, सुंदरनगर, बासा और पधर में भवन निर्माण के लिए केंद्र से पैसा आया था. बाद में मंडी में भाजपा सरकार ने सरदार पटेल यूनिवर्सिटी खोली और यह भवन उसके अधीन लाए गए, ताकि यूनिवर्सिटी का सही ढंग से संचालन किया जा सके. लेकिन मौजूदा सरकार सरदार पटेल यूनिवर्सिटी का गला घोंटने पर तुली हुई है. सुंदरनगर में करोड़ों की लागत से बने भवन को एमएलएसएम कॉलेज को दे दिया गया है, जोकि एक नीजि कॉलेज है".
जयराम ठाकुर ने बताया कि छात्र संगठनों और अन्य संस्थाओं के लोगों ने उनसे मुलाकात करके इस बात पर विरोध जताया है, इसलिए प्रदेश सरकार को भी अपने इस निर्णय पर पुनर्विचार करना चाहिए. यदि प्रदेश सरकार एमएलएसएम कॉलेज को मदद करना चाहती है तो उसके लिए कोई और रास्ता निकाल सकती है और उसके तहत मदद की जा सकती है. लेकिन यूनिवर्सिटी के लिए बने भवन को कॉलेज को देना तर्कसंगत नहीं है. मंडी जिला के साथ सुक्खू सरकार ने जो भेदभाव किया है, उसे मंडी की जनता कभी भूला नहीं सकती और उचित समय आने पर इसका करारा जबाब यहां की जनता कांग्रेस को देगी.
बता दें कि सुंदरनगर स्थित एमएलएसएम कॉलेज एक निजी कॉलेज है, लेकिन यह प्रदेश सरकार की देखरेख में ही चलता है. इस कॉलेज को प्रदेश सरकार की तरफ से विद्यार्थियों की सुविधा के लिए 90 प्रतिशत अनुदान दिया जाता है. लेकिन इस अनुदान में भवन निर्माण जैसी गतिविधियां शामिल नहीं है. यही कारण है कि भाजपा अब इस बात को लेकर विरोध जता रही है कि सरकार ने गलत ढंग से यूनिवर्सिटी के भवन को कॉलेज को दे दिया है.
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