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जयपुर पुलिस कमिश्नरेट ने पेश की रिपोर्ट: साइबर अपराध और सड़क हादसे बढ़े, चोरी व लूट के मामले घटे - CRIME STATISTICS OF JAIPUR

जयपुर पुलिस कमिश्नरेट ने वर्ष 2024 में हुए अपराधों के आंकड़े जारी किए. इसके अनुसार शहर में साइबर अपराध और सड़क हादसे बढ़े हैं.

crime statistics of Jaipur
जयपुर शहर के अपराधों के आंकड़े (ETV Bharat Jaipur)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 11, 2025, 8:28 PM IST

जयपुर: जयपुर पुलिस कमिश्नरेट ने शहर में वर्ष 2024 में हुए अपराधों के आंकड़े जारी किए. पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने दावा किया कि गत वर्ष अपराध तुलनात्मक रूप से कम हुए हैं. हालांकि साइबर अपराध, वाहन चोरी और सड़क हादसों की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है. बीते साल राजधानी में कई बड़ी आपराधिक वारदातें सुर्खियां बनी तो, नाहरगढ़ पहाड़ी से लापता युवक को ढूंढना पुलिस के लिए अब भी पहेली बना हुआ है.

जयपुर के पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने शनिवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बीते साल महिला और एससी- एसटी वर्ग के साथ होने वाले अपराधों पर लगाम कसने से अपराधों में कमी आई. यही नहीं फायरिंग, हत्या, अपहरण, दुष्कर्म, लूट और चोरी की वारदातों में भी साल 2023 की तुलना में कमी दर्ज की गई. हालांकि पुलिस गश्त के बाद भी नकबजनी, वाहन चोरी और साइबर अपराध पुलिस के लिए चुनौती बने रहे.पुलिस की मानें तो कानून व्यवस्था के लिहाज से भी साल 2024 ठीक रहा है. प्रदेश में चुनिंदा घटनाओं को छोड़कर शांति व्यवस्था कायम रही, लेकिन पुलिस के दावों के बावजूद बीते साल कई सांप्रदायिक तनाव और हिंसा की कई घटनाएं सामने आई.

पढें: भरतपुर संभाग में अपराध पर लगाम, राजस्थान बना साइबर अपराध रोकने वाला अग्रणी राज्य... दुष्कर्म के मामले अब भी चिंताजनक

अपराधों में कमी आई: पुलिस कमिश्नर ने कहा कि जयपुर में प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम, डीजी- आईजी कॉन्फ्रेंस, राइजिंग राजस्थान और लोकसभा चुनावों सहित अन्य बड़े आयोजनों में बेहतर प्रबंधन किया. बीते एक साल में जयपुर कमिश्नरेट की ओर से अपराधियों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की गई है. लूट, मारपीट, चोरी, डकैती जैसी घटनाओं पर लगाम लगाई है. एक साल में चोरी, नकबजनी, लूट के मामलों में कमी आई है. हालांकि एक्सीडेंट के आंकड़े बढ़े है. पिछले 5 सालों में दर्ज हुई FIR की तुलना में साल 2024 में एफआईआर कम दर्ज हुई हुई है. आईपीसी और बीएनएस के तहत अपराध में 8% की कमी आई है. साल 2023 की तुलना में लूट की वारदात में 48% की कमी आई है. चोरी के मामले में भी 48 प्रतिशत कमी आई है. नकबजनी के मामलों में 28 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है.

वाहन चोरी की घटनाएं बढ़ी: पुलिस कमिश्नर की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार शहर में वाहन चोरी की घटनाओं में सबसे ज्यादा 46 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है. वाहन चोरी के मामलों में 26% चालान पेश किया गया. चैन स्नेचिंग करने वाली घटनाओं में 14% की साल 2023 की तुलना में कमी आई है. साल 2023 की तुलना में चैन लूट करने वाली घटनाओं में 47% चालान पेश किया गया. पर्स और मोबाइल की घटनाओं में साल 2023 की तुलना में 7% तक की कमी आई है.

यह भी पढें: आधी आबादी की सुरक्षा 'अधूरी', राजधानी में सर्वाधिक केस, अलवर अव्वल तो सीएम का गृह जिला दूसरे नंबर पर

महिला अत्याचार के मामलों पर कार्रवाई: उन्होंने बताया कि महिला अत्याचार के मामलों में 9581 कार्रवाई की गई. करीब 1068 आरोपियों को निर्भया स्क्वाड टीम ने गिरफ्तार किया. अवैध हथियार के जरिए साल 2023 में 29 घटनाएं हुई. लेकिन साल 2024 में सिर्फ 12 घटनाएं हुई. ऐसे में फायरिंग की घटनाओं में 59% की कमी आई है.

60 प्रतिशत बढ़ी सड़क दुर्घटनाएं: जयपुर कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसेफ ने कहा एक्सीडेंट की घटनाओं में 60% तक बढ़ती हुई है. मृतकों की संख्याओं में भी साल 2023 की तुलना में 2024 में बढ़ोतरी हुई है. 3127 सड़क दुर्घटनाएं साल 2024 में हुई. साल 2023 में 2914 सड़क दुर्घटना हुई.

साइबर क्राइम बढ़ा: जयपुर में साइबर क्राइम की घटनाएं बढ़ी है. टेक्नोलॉजी से जुड़ी समस्याओं को दूर कर साइबर क्राइम पर लगाम कसी जाएगी. उन्होंने कहा कि साल 2025 में एक्सीडेंट की घटनाओं में कमी के प्रयास किए जाएंगे. वहीं, साइबर क्राइम को दूर करने की भी भरपूर कोशिश की जाएगी. बीते साल जयपुर पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बने साइबर अपराध, अवैध हथियार और मादक पदार्थों की रोकथाम के लिए इस साल जयपुर पुलिस विशेष फोकस करेगी. वहीं, शहर में बिगड़ी यातायात व्यवस्था को सुधारना और सड़क हादसों को रोकना भी प्राथमिकताओं में शामिल किया है.

जयपुर: जयपुर पुलिस कमिश्नरेट ने शहर में वर्ष 2024 में हुए अपराधों के आंकड़े जारी किए. पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने दावा किया कि गत वर्ष अपराध तुलनात्मक रूप से कम हुए हैं. हालांकि साइबर अपराध, वाहन चोरी और सड़क हादसों की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है. बीते साल राजधानी में कई बड़ी आपराधिक वारदातें सुर्खियां बनी तो, नाहरगढ़ पहाड़ी से लापता युवक को ढूंढना पुलिस के लिए अब भी पहेली बना हुआ है.

जयपुर के पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने शनिवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बीते साल महिला और एससी- एसटी वर्ग के साथ होने वाले अपराधों पर लगाम कसने से अपराधों में कमी आई. यही नहीं फायरिंग, हत्या, अपहरण, दुष्कर्म, लूट और चोरी की वारदातों में भी साल 2023 की तुलना में कमी दर्ज की गई. हालांकि पुलिस गश्त के बाद भी नकबजनी, वाहन चोरी और साइबर अपराध पुलिस के लिए चुनौती बने रहे.पुलिस की मानें तो कानून व्यवस्था के लिहाज से भी साल 2024 ठीक रहा है. प्रदेश में चुनिंदा घटनाओं को छोड़कर शांति व्यवस्था कायम रही, लेकिन पुलिस के दावों के बावजूद बीते साल कई सांप्रदायिक तनाव और हिंसा की कई घटनाएं सामने आई.

पढें: भरतपुर संभाग में अपराध पर लगाम, राजस्थान बना साइबर अपराध रोकने वाला अग्रणी राज्य... दुष्कर्म के मामले अब भी चिंताजनक

अपराधों में कमी आई: पुलिस कमिश्नर ने कहा कि जयपुर में प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम, डीजी- आईजी कॉन्फ्रेंस, राइजिंग राजस्थान और लोकसभा चुनावों सहित अन्य बड़े आयोजनों में बेहतर प्रबंधन किया. बीते एक साल में जयपुर कमिश्नरेट की ओर से अपराधियों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की गई है. लूट, मारपीट, चोरी, डकैती जैसी घटनाओं पर लगाम लगाई है. एक साल में चोरी, नकबजनी, लूट के मामलों में कमी आई है. हालांकि एक्सीडेंट के आंकड़े बढ़े है. पिछले 5 सालों में दर्ज हुई FIR की तुलना में साल 2024 में एफआईआर कम दर्ज हुई हुई है. आईपीसी और बीएनएस के तहत अपराध में 8% की कमी आई है. साल 2023 की तुलना में लूट की वारदात में 48% की कमी आई है. चोरी के मामले में भी 48 प्रतिशत कमी आई है. नकबजनी के मामलों में 28 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है.

वाहन चोरी की घटनाएं बढ़ी: पुलिस कमिश्नर की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार शहर में वाहन चोरी की घटनाओं में सबसे ज्यादा 46 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है. वाहन चोरी के मामलों में 26% चालान पेश किया गया. चैन स्नेचिंग करने वाली घटनाओं में 14% की साल 2023 की तुलना में कमी आई है. साल 2023 की तुलना में चैन लूट करने वाली घटनाओं में 47% चालान पेश किया गया. पर्स और मोबाइल की घटनाओं में साल 2023 की तुलना में 7% तक की कमी आई है.

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महिला अत्याचार के मामलों पर कार्रवाई: उन्होंने बताया कि महिला अत्याचार के मामलों में 9581 कार्रवाई की गई. करीब 1068 आरोपियों को निर्भया स्क्वाड टीम ने गिरफ्तार किया. अवैध हथियार के जरिए साल 2023 में 29 घटनाएं हुई. लेकिन साल 2024 में सिर्फ 12 घटनाएं हुई. ऐसे में फायरिंग की घटनाओं में 59% की कमी आई है.

60 प्रतिशत बढ़ी सड़क दुर्घटनाएं: जयपुर कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसेफ ने कहा एक्सीडेंट की घटनाओं में 60% तक बढ़ती हुई है. मृतकों की संख्याओं में भी साल 2023 की तुलना में 2024 में बढ़ोतरी हुई है. 3127 सड़क दुर्घटनाएं साल 2024 में हुई. साल 2023 में 2914 सड़क दुर्घटना हुई.

साइबर क्राइम बढ़ा: जयपुर में साइबर क्राइम की घटनाएं बढ़ी है. टेक्नोलॉजी से जुड़ी समस्याओं को दूर कर साइबर क्राइम पर लगाम कसी जाएगी. उन्होंने कहा कि साल 2025 में एक्सीडेंट की घटनाओं में कमी के प्रयास किए जाएंगे. वहीं, साइबर क्राइम को दूर करने की भी भरपूर कोशिश की जाएगी. बीते साल जयपुर पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बने साइबर अपराध, अवैध हथियार और मादक पदार्थों की रोकथाम के लिए इस साल जयपुर पुलिस विशेष फोकस करेगी. वहीं, शहर में बिगड़ी यातायात व्यवस्था को सुधारना और सड़क हादसों को रोकना भी प्राथमिकताओं में शामिल किया है.

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