ETV Bharat / state

फर्जी पुलिस अफसर बनकर ठगी करने वाली ईरानी गैंग का पर्दाफाश, 4 बदमाश गिरफ्तार - IRANI GANG EXPOSED - IRANI GANG EXPOSED

राजस्थान समेत कई राज्यों में फर्जी पुलिस और सीबाआई अधिकारी बनकर ठगी करने वाली ईरानी गैंग के चार बदमाश पुलिस के हत्थे चढ़ गए. गिरफ्तार आरोपियों ने 5 महीने में जौहरी बाजार में चार वारदातों को अंजाम दिया है.

IRANI GANG EXPOSED
ईरानी गैंग के चार बदमाश गिरफ्तार (फोटो : ईटीवी भारत)
author img

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : May 25, 2024, 7:39 AM IST

Updated : May 25, 2024, 8:39 AM IST

ईरानी गैंग के चार बदमाश गिरफ्तार (वीडियो : ईटीवी भारत)

जयपुर. राजधानी की माणक चौक थाना पुलिस ने फर्जी पुलिस बनकर ठगी करने वाली ईरानी गैंग का पर्दाफाश करने में सफलता हासिल की है. पुलिस ने तीन इनामी बदमाशों समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. सभी आरोपी सीबीआई और पुलिस अफसर बनकर लूट की वारदातों को अंजाम देते थे. गिरफ्तार आरोपियों ने 5 महीने में जौहरी बाजार में चार वारदातों को अंजाम दिया है. प्रत्येक वारदात में वाहन लेकर आने वाला टैक्सी चालक भी गिरफ्तार किया गया है. गैंग के पास मुंबई पुलिस का फर्जी एसीपी का आई कार्ड बरामद हुआ है. गैंग कई राज्यों में वांछित चल रही है.

डीसीपी नॉर्थ राशि डोगरा ने बताया कि पुलिस ने ईरानी बस्ती भोपाल मध्य प्रदेश निवासी आरोपी शेख मुख्तार उमर उर्फ मुख्तार हसन, मोहम्मद अली उर्फ साबिर हसन, जुल्फिकार उर्फ जावेद और टैक्सी ड्राइवर आगरा उत्तर प्रदेश निवासी जितेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया है. 9 मार्च 2024 को परिवादी संचित ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि 8 मार्च की शाम को 7 बजे दुकान बंद करके घर के लिए निकला था. बैग में डायमंड के दो पीस और नगद रुपए रखे थे. थोड़ा आगे जाकर चार लोग मिले जिन्होंने रुकवा कर कहा कि हम पुलिस वाले हैं. एक ने अपना आई कार्ड दिखाया और बैग चेक करने के लिए बोला. आरोपियों ने नजर बचाकर बैग से दो डायमंड पीस और नगद रुपए चोरी कर लिए. पुलिस ने पीड़ित की रिपोर्ट पर मामला दर्ज करके जांच पड़ताल शुरू की. वारदातों पर अंकुश लगाने के लिए एडिशनल डीसीपी नॉर्थ रानू शर्मा और एसीपी माणक चौक हेमंत जाखड़ के निर्देशन में मानक चौक थाना अधिकारी गुरभूपेंद्र सिंह के नेतृत्व में स्पेशल टीम का गठन किया गया.

सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमाशों को चिन्हित किया : पुलिस की स्पेशल टीम ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले. इस तरह की वारदात मध्य प्रदेश व महाराष्ट्र में रहने वाले ईरानी गैंग की ओर से अलग-अलग जगह पर करना सामने आया. इसके बाद पुलिस की स्पेशल टीम ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमाशों को चिन्हित किया. गैंग के तीन सदस्यों पर 25-25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया. 16 मई को पार्सल का काम करने वाले लड़के द्वारका प्रसाद शर्मा को सीबीआई अधिकारी बनकर गैंग के सदस्यों ने बैग चेक करने के बहाने पार्सल का पैकेट लूट लिया था. इस वारदात पर भी सीसीटीवी कैमरे के फुटेज चेक किए गए.

इसे भी पढ़ें- 'आपको लड़की चाहिए क्या ?' युवक ने किया मैसेज और बुलाकर लूट ली नगदी और जेवर... अब 2 गिरफ्तार - Robbed in the name of a girl

इनामी आरोपी गिरफ्तार : सीसीटीवी फुटेज और मुखबिर की सहायता के आधार पर आरोपियों का पता लगाया गया. इसके बाद पुलिस की टीम ने लखनऊ पहुंचकर घेराबंदी करके 25-25 हजार के इनामी आरोपियों को दबोच लिया. आरोपी शेख मुख्तार उमर, मोहम्मद अली उर्फ साबिर हसन, जुल्फिकार उर्फ जावेद ईरानी को दस्तयाब करके गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपियों के कब्जे से एक कार को भी जब्त किया गया है, जो की वारदात के उपयोग में ली गई थी. वहीं टैक्सी चालक जितेंद्र कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.

पुलिस या सीबीआई अधिकारी बनकर करते थे वारदात : गैंग के सदस्य अलग-अलग शहरों में सर्राफा बाजार के आसपास गलियों में लोगों के साथ वारदातों को अंजाम देते थे. पुलिस या सीबीआई अधिकारी बताकर सामान चेक करने के बहाने कीमती सामान को लेकर फरार हो जाते थे. राजधानी जयपुर में करीब आधा दर्जन वारदातों को अंजाम दिया है. जयपुर में तेलीपाड़ा, गोपाल जी का रास्ता समेत अन्य जगहों पर सोने-चांदी समेत अन्य कीमती सामान लूट या ठगी की वारदातों को अंजाम दिया है. फिलहाल आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.

ईरानी गैंग के चार बदमाश गिरफ्तार (वीडियो : ईटीवी भारत)

जयपुर. राजधानी की माणक चौक थाना पुलिस ने फर्जी पुलिस बनकर ठगी करने वाली ईरानी गैंग का पर्दाफाश करने में सफलता हासिल की है. पुलिस ने तीन इनामी बदमाशों समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. सभी आरोपी सीबीआई और पुलिस अफसर बनकर लूट की वारदातों को अंजाम देते थे. गिरफ्तार आरोपियों ने 5 महीने में जौहरी बाजार में चार वारदातों को अंजाम दिया है. प्रत्येक वारदात में वाहन लेकर आने वाला टैक्सी चालक भी गिरफ्तार किया गया है. गैंग के पास मुंबई पुलिस का फर्जी एसीपी का आई कार्ड बरामद हुआ है. गैंग कई राज्यों में वांछित चल रही है.

डीसीपी नॉर्थ राशि डोगरा ने बताया कि पुलिस ने ईरानी बस्ती भोपाल मध्य प्रदेश निवासी आरोपी शेख मुख्तार उमर उर्फ मुख्तार हसन, मोहम्मद अली उर्फ साबिर हसन, जुल्फिकार उर्फ जावेद और टैक्सी ड्राइवर आगरा उत्तर प्रदेश निवासी जितेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया है. 9 मार्च 2024 को परिवादी संचित ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि 8 मार्च की शाम को 7 बजे दुकान बंद करके घर के लिए निकला था. बैग में डायमंड के दो पीस और नगद रुपए रखे थे. थोड़ा आगे जाकर चार लोग मिले जिन्होंने रुकवा कर कहा कि हम पुलिस वाले हैं. एक ने अपना आई कार्ड दिखाया और बैग चेक करने के लिए बोला. आरोपियों ने नजर बचाकर बैग से दो डायमंड पीस और नगद रुपए चोरी कर लिए. पुलिस ने पीड़ित की रिपोर्ट पर मामला दर्ज करके जांच पड़ताल शुरू की. वारदातों पर अंकुश लगाने के लिए एडिशनल डीसीपी नॉर्थ रानू शर्मा और एसीपी माणक चौक हेमंत जाखड़ के निर्देशन में मानक चौक थाना अधिकारी गुरभूपेंद्र सिंह के नेतृत्व में स्पेशल टीम का गठन किया गया.

सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमाशों को चिन्हित किया : पुलिस की स्पेशल टीम ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले. इस तरह की वारदात मध्य प्रदेश व महाराष्ट्र में रहने वाले ईरानी गैंग की ओर से अलग-अलग जगह पर करना सामने आया. इसके बाद पुलिस की स्पेशल टीम ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमाशों को चिन्हित किया. गैंग के तीन सदस्यों पर 25-25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया. 16 मई को पार्सल का काम करने वाले लड़के द्वारका प्रसाद शर्मा को सीबीआई अधिकारी बनकर गैंग के सदस्यों ने बैग चेक करने के बहाने पार्सल का पैकेट लूट लिया था. इस वारदात पर भी सीसीटीवी कैमरे के फुटेज चेक किए गए.

इसे भी पढ़ें- 'आपको लड़की चाहिए क्या ?' युवक ने किया मैसेज और बुलाकर लूट ली नगदी और जेवर... अब 2 गिरफ्तार - Robbed in the name of a girl

इनामी आरोपी गिरफ्तार : सीसीटीवी फुटेज और मुखबिर की सहायता के आधार पर आरोपियों का पता लगाया गया. इसके बाद पुलिस की टीम ने लखनऊ पहुंचकर घेराबंदी करके 25-25 हजार के इनामी आरोपियों को दबोच लिया. आरोपी शेख मुख्तार उमर, मोहम्मद अली उर्फ साबिर हसन, जुल्फिकार उर्फ जावेद ईरानी को दस्तयाब करके गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपियों के कब्जे से एक कार को भी जब्त किया गया है, जो की वारदात के उपयोग में ली गई थी. वहीं टैक्सी चालक जितेंद्र कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.

पुलिस या सीबीआई अधिकारी बनकर करते थे वारदात : गैंग के सदस्य अलग-अलग शहरों में सर्राफा बाजार के आसपास गलियों में लोगों के साथ वारदातों को अंजाम देते थे. पुलिस या सीबीआई अधिकारी बताकर सामान चेक करने के बहाने कीमती सामान को लेकर फरार हो जाते थे. राजधानी जयपुर में करीब आधा दर्जन वारदातों को अंजाम दिया है. जयपुर में तेलीपाड़ा, गोपाल जी का रास्ता समेत अन्य जगहों पर सोने-चांदी समेत अन्य कीमती सामान लूट या ठगी की वारदातों को अंजाम दिया है. फिलहाल आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.

Last Updated : May 25, 2024, 8:39 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.