फर्रुखाबाद: यूपी के फर्रुखाबाद जिले में सोशल मीडिया पर सपा नेता की सभा वीडियो चर्चा में है. यहां सपा लोकसभा प्रत्याशी की जनसभा हो रही थी. इसमें एक युवक ने जय श्री राम के नारा लगा दिया. यह वहां मौजूद लोगों को नागवार गुजरा. इस युवक को जनसभा स्थल से निजी सुरक्षाकर्मी ने हटा दिया. यह वायरल वीडियो कांपिल क्षेत्र का बताया जा रहा. ईटीवी भारत इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.
वीडियो के संबंध में सपा प्रत्याशी डॉ नवल किशोर शाक्य ने कहा कि वीडियो भ्रामक है. मैंने एक बार नहीं 20 बार जय श्री राम का नारा लगाया है. कई बार जय श्री राम का नारा लगाकर कहा कि मैं एक डॉक्टर हूं और डॉक्टर की कोई जाति धर्म नहीं होता है. भगवान राम, भगवान कृष्ण, भगवान बुद्ध, ईसा मसीह और मोहम्मद पैगंबर समेत सब में विश्वास करता हूँ. जय श्रीराम का नारा लगाने वाला युवक नशे में था.
इस वीडियो को लेकर भाजपा सांसद मुकेश राजपूत कहा सपा प्रत्याशी की सभा में एक युवक के जय श्री राम का नारा लगाने पर आपत्ति जताने का मामला संज्ञान में आया है. इसकी जांच करायी जाएगी. यह सपा की राम विरोधी सोच को दर्शा रहा है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो को लेकर भाजपा सांसद मुकेश राजपूत ने कहा कि समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी डॉ. नवल किशोर शाक्य की सभा में एक युवक के जय श्री राम का नारा लगाने पर सपा प्रत्याशी ने आपत्ति जतायी.
उन्होंने कहा कि प्रभु श्री राम सबके हैं. सपा प्रत्याशी को प्रभु श्री राम से डरना नहीं चाहिए. यह सपा की राम विरोधी सोच को दर्शा रहा है. सपा हमेशा से प्रभु श्री राम और उनके मंदिर निर्माण का विरोध करती आई है. भारतीय जनता पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में अयोध्या में भव्य निर्माण करने का वादा किया था. यह वादा 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के साथ पूरा हो गया. सपा ने हमेशा से हिंदू समाज के प्रतीक प्रभु श्री राम का विरोध किया है.
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी हमेशा तुष्टिकरण की राजनीति करती है. देश की जनता को सब कुछ दिखाई दे रहा है. आगामी चुनाव में जनता उनको जवाब देगी. भारतीय जनता पार्टी धर्म की बात नहीं करती है, लेकिन हमारी भगवान राम में आस्था है. अगर किसी को भगवान राम में आस्था नहीं है, तो हम उससे जबरदस्ती नहीं कहते कि भगवान राम का नाम लो. हमारी भगवान राम में आस्था और हम भगवान राम को मानते हैं. कोई बजरंग बली को मानता है. कोई अल्लाह को मानता है. लोग धर्म के आधार पर अपने-अपने आस्था के केंद्र को मानते हैं.