मथुराः मथुरा से नोएडा जाते समय सड़क हादसे में जगतगुरु कृपालु महाराज की बड़ी बेटी डॉ. विशाखा त्रिपाठी की मौत हो गई. जबकि दो बेटियां गंभीर रूप से घायल हुई हैं. इस हादसे में अन्य लोग भी घायल हुए हैं. घायलों को नोएडा के कैलाश हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. डॉ. विशाखा का शव रविवार की देर शाम को वृंदावन पहुंचेगा.
बता दें कि जगद्गुरु कृपालु महाराज की बड़ी बेटी डॉक्टर विशाखा त्रिपाठी (75) अपनी छोटी बहन श्यामा (69) और कृष्णा त्रिपाठी (67) के साथ वृंदावन से नोएडा जा रही थी. तभी तेज रफ्तार कैंटर ने यमुना एक्सप्रेस पर कार को टक्कर मार दी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को एंबुलेंस की मदद से अस्पताल में भर्ती कराया. जहां इलाज के दौरान विशाखा त्रिपाठी की मौत हो गई. कृष्णा त्रिपाठी और डॉक्टर श्यामा त्रिपाठी गंभीर रूप से घायल है.जिनका इलाज नोएडा के कैलाश हॉस्पिटल में चल रहा है.
सिंगापुर के लिए फ्लाइट पकड़ने जा रही थीं
सूत्रों के बताया कि तीनों बहनों को निजी कार्य से सिंगापुर जाना था. इसलिए रविवार की सुबह कार से तीनों बेटियां दो अन्य महिला और एक चालक के साथ दिल्ली जा रही थीं. इसी दौरान तेज रफ्तार कैंटर ने कार में टक्कर मार दी. कैंटर ने इस दौरान एक और कार में टक्कर मारी थी.
शाम को वृंदावन पहुंचेगा शव
बता दें कि डॉक्टर विशाखा त्रिपाठी वृंदावन के प्रेम मंदिर और प्रतापगढ़ के मानगडी मंदिर की अध्यक्ष है. सड़क हादसे की सूचना मिलने के बाद वृंदावन प्रेम मंदिर से पदाधिकारी नोएडा के लिए रवाना हुए हैं. बताया जा रहा है कि डॉक्टर विशाखा त्रिपाठी का शव रविवार की देर शाम को वृंदावन पहुंचेगा और यमुना नदी के किनारे अंतिम संस्कार किया जाएगा.
जगतगुरु कृपालु महाराज के निधन के बाद काम काज संभालती थीं विशाखा
बता दें कि जगद्गुरु कृपालु महाराज के निधन के बाद सबसे बड़ी बेटी डॉक्टर विशाखा त्रिपाठी वृंदावन के प्रेम मंदिर और प्रतापगढ़ के मनगढ़ मंदिर की अध्यक्ष थी. मथुरा, बरसाना के कीर्ति महल मंदिर बनवाया था और अध्यक्ष भी थी. कृपालु महाराज के बाद विशाखा त्रिपाठी सभी प्रकार के धार्मिक अनुष्ठान कार्यक्रम में भाग लेती थी और काम भी संभालती थी. विशाखा के निधन की सूचना मिलने के बाद वृंदावन में शोक की लहर है.
इसे भी पढ़ें-गूगल मैप ने दिखाया गलत रास्ता, निर्माणाधीन पुल से नीचे गिरी कार, 3 की मौत