जबलपुर। संस्कारधानी जबलपुर में राशन चोरी का मामला सामने आया है. मुख्यमंत्री अन्न दूत योजना के तहत गरीबों का राशन परिवहन करने वाले एक ट्रक से राशन चोरी करते हुए वीडियो वायरल हुआ है. इस वीडियो के आने के बाद जबलपुर कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं. हालांकि उन्होंने इस बात को माना है कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली का राशन गैरकानूनी तरीके से किराना दुकानों पर भेजा जा रहा है. कलेक्टर का कहना है कि ''इसमें जनता को जागरूक होना पड़ेगा और यदि किसी को ऐसी शिकायत मिलती है तो वह सरकार के टोल फ्री नंबर 181 पर शिकायत कर सकता है.''
गरीबों के राशन में चोरी
जबलपुर में एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में दिख रहा है कि गरीबों के लिए राशन ले जा रहे ट्रक को सड़क पर खड़े करके एक बोरी उतारी जा रही है. इस बोरी को एक एक्टिवा सवार चालक अपने वाहन पर रखकर ले जा रहा है. जबलपुर कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना को भी इस वीडियो के बारे में जानकारी मिली है. उन्होंने वीडियो के आधार पर खाद्य विभाग को इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं, हालांकि अभी तक जांच पूरी नहीं हुई है. लेकिन दीपक कुमार सक्सेना का कहना है कि यह मामला गंभीर है और जिसने भी यह कालाबाजारी की है उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी.
इस नंबर पर करें कालाबाजारी की शिकायत
कलेक्टर का कहना है कि ''उस ट्रक की पहचान कर ली गई है जिससे यह राशन उतारा गया.'' उन्होंने बताया कि इस मामले में अक्सर शिकायतें आती हैं कि गरीबों के राशन की कालाबाजारी हो रही है. यदि किसी को इस तरह की जानकारी मिले तो सरकार का 181 हेल्पलाइन नंबर है, कोई भी शख्स इस मामले की शिकायत कर सकता है और राशन के गेहूं या राशन के चावल की कालाबाजारी को रोक सकता है.
Also Read: PM की गरीब कल्याण योजना के राशन में हो रही मिलावट, वीडियो सामने आने पर मंत्री ने दिए जांच के आदेश |
कलेक्टर बोले-कालाबाजारी संभव नहीं
दरअसल, राशन की कालाबाजारी होना संभव नहीं है. क्योंकि सरकार के गोदाम से जो राशन निकलता है वह निश्चित कार्ड धारी का होता है और कार्ड धारी की संख्या के अनुसार ही राशन को दुकानों तक पहुंचाया जाता है. कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना का कहना है कि ''यदि हर हितग्राही राशन लेने के पहले अपना अंगूठा लगाए और अपने मोबाइल पर जो मैसेज आया है उसको चेक करें तो किसी भी हितग्राही का राशन उसे तय मात्रा से काम नहीं दिया जा सकता, ऐसी स्थिति में कालाबाजारी की संभावना खत्म हो जाएगी.''
कलेक्टर ने लोगों को दी जागरूक रहने की सलाह
कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना ने कहा कि ''ज्यादातर लोग राशन लेते वक्त इन बातों का ध्यान नहीं रखते और उन्हें तय मानक से कम राशन मिलता है. यही राशन बाद में बाजार में बेच दिया जाता है. वहीं कुछ ऐसे लोग भी हैं जिन्हें सरकारी राशन की जरूरत नहीं है और वह गलत तरीके से राशन कार्ड में अपना नाम दर्ज करवाएं हुए हैं. इन लोगों का राशन भी कालाबाजारी के जरिए बाजार में बेचा जा रहा है. केवल जबलपुर में लगभग 10 लाख लोगों को सरकारी राशन मिलता है.''