जबलपुर: नगर निगम की स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एक बारात के रंग में भंग डाल दिया. बारात में रंगीली प्लास्टिक की पन्नियां उड़ाने वाली पोपर्स मशीन पर जुर्माना लगाया है. नगर निगम के अधिकारियों का कहना कि इसका कचरा आसानी से साफ नहीं होता. इसलिए लोगों को हिदायत दी जाती है कि वह अपनी शादी आयोजन में और दूसरे आयोजन में इस तरह की प्लास्टिक पन्नियां को ना उड़ाएं.
क्या है पॉपर्स मशीन
आजकल आपने देखा होगा की शादियों में, रैलियों में और किसी भी रंगारंग कार्यक्रम में चमकीली प्लास्टिक पॉलिथिन के छोटे-छोटे टुकड़ों को एक मशीन के जारी उड़ाया जाता है, इसी मशीन को पॉपर्स मशीन कहते हैं. लोग खुशियां मनाने के लिए इस मशीन से पॉपर्स उड़ाते हैं. बाजार में पॉपर्स क्रैकर्स भी आते हैं, जो अक्सर बर्थडे के दौरान इस्तेमाल किए जाते हैं. दरअसल पहले लोग ऐसे मौके पर फूलों का इस्तेमाल किया करते थे लेकिन फूल महंगे होने के बाद लोगों ने उसका यह नया विकल्प निकाला है.
बारात पर 10 हजार का स्पॉट फाइन
जबलपुर में पॉपर्स का इस्तेमाल करना लोगों को महंगा पड़ रहा है. मंगलवार की रात जबलपुर के नादरा पुल के पास से एक बारात गुजर रही थी इस बारात में डीजे के साथ पॉपर्स मशीन भी लगी हुई थी और इससे लगातार चमकीली रंगीन पन्नियां आसमान में उड़ाईं जा रहीं थीं. इसके बाद बारात जैसे-जैसे आगे बढ़ रही थी इसका कचरा सड़क पर फैल रहा था. इस दौरान नगर निगम के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी और स्वच्छता निरीक्षक की नजर इस कचरे पर पड़ी तो अधिकारियों ने तुरंत बारात को रोका और बारात पर ₹10000 का स्पॉट फाइन किया.
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'कचरा फैलाया तो होगा फाइन'
मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी संदीप जायसवाल का कहना है कि "पॉपर्स मशीन से उड़ने वाले टुकड़े बहुत छोटे होते हैं. इन्हें सफाई कर्मी हाथ से नहीं उठा पाते और यह कचरा बहुत दिनों तक सड़क पर बिखरा हुआ पड़ा रहता है. इसके कचरे से शहर प्रदूषित हो रहा है. इसलिए लोगों को इस बात की हिदायत दी जा रही है कि वह इस तरह के कचरे को ना फैलाएं. वरना उनके खिलाफ भी इसी तरह कड़ी कार्रवाई की जाएगी."