जबलपुर. देश में CAA यानी नागरिकता संशोधन कानून का नोटिफिकेशन जारी होते ही जबलपुर पुलिस अलर्ट मोड पर आ गई. सीएए लागू होने के बाद कलेक्टर और जबलपुर पुलिस अधीक्षक की उपस्थिति में शांति व सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने हेतु कंट्रोल रूम एक बैठक आयोजित की गई. इसके बाद पुलिस कंट्रोल रूम से फ्लैग मार्च (Jabalpur police flag march) निकाला गया, जो शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए संवेदनशील क्षेत्रों में मार्च करते हुए रद्दी चौकी तक पहुंचा, जहां पुलिस ने फ्लैग मार्च से कानून व्यवस्था बनाए रखने का संदेश दिया.
कानून व्यवस्था बिगाड़ने की भूल न हो
पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने फ्लैग मार्च निकालने की वजह आगामी त्योहार और कानून व्यवस्था को बनाया रखना बताया लेकिन जबलपुर संवेदनशील क्षेत्रों में आता है. ऐसे में CAA लागू होने के बाद फ्लैग मार्च निकालकर भी कानून व्यवस्था को लेकर कड़ा संदेश दिया गया कि कहीं भी कानून व्यवस्था बिगाड़ने का प्रयास किया गया, तो अंजाम क्या होगा.
जबलपुर में हो चुकी हैं हिंसक घटनाएं
इसके पहले जब देश में सीएए को लेकर चर्चाएं शुरू हुई थीं, तो मध्य प्रदेश में जबलपुर ही एकमात्र ऐसा शहर था जहां हिंसक आंदोलन हुए थे. यहां के एक मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में जमकर पत्थरबाजी और हिंसक घटनाएं हुई थीं और पुलिस को आंसू गैस के गोले तक छोड़ने पड़े थे. शहर की सुरक्षा को देखते हुए करीब दो हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी ओर कंपनियों को यहां तैनात किया गया था. ऐसी स्थिति दोबारा ना बने इसलिए पुलिस ने फ्लैग मार्च निकालकर कानून व्यवस्था बनाए रखने का संदेश दिया है.
जबलपुर एसपी ने कही ये बात-
' कानून व्यवस्था में गड़बड़ी पैदा करने वाले लोगों पर सख्त नजर रखी जा रही है. इसके साथ-साथ सोशल मीडिया पर भी लगातार निगरानी बनी हुई है.'