जबलपुर। छपरा से जालना जा रही साप्ताहिक रेलगाड़ी के यात्रियों ने शनिवार को जबलपुर रेलवे स्टेशन पर जमकर हंगामा किया. एसी खराब होने से परेशान यात्रियों ने करीब 1 घंटे तक ट्रेन को जबलपुर रेलवे स्टेशन से जाने नहीं दिया. वहीं एसी सुधारने वाले इंजीनियरों का कहना था कि चलती रेलगाड़ी में इसे नहीं सुधार जा सकता. इस दौरान रेल प्रशासन और यात्रियों के बीच तीखी बहसबाजी हुई. उसके बाद भी एसी सही नहीं हो पाया और लंबे प्रतिरोध के बाद गर्मी में ही लोगों को यात्रा करनी पड़ी.
जबलपुर पहुंचते ही यात्रियों ने जमकर किया हंगामा
बिहार के छपरा से चलने वाली जालना-छपरा स्पेशल ट्रेन (07651) हर सप्ताह महाराष्ट्र के जालना शहर के लिए जाती है. यह ट्रेन सुबह 4 बजे बनारस पहुंचती है. बनारस से जिन यात्रियों ने अपनी यात्रा शुरू की. उन्होंने जबलपुर पहुंचकर जमकर हंगामा किया और ट्रेन को 1 घंटे तक आगे नहीं जाने दिया. यात्रियों का कहना था कि जब रेलगाड़ी सुबह बनारस पहुंची थी, तभी ऐसा लग रहा था कि इसका एसी काम नहीं कर रहा है. बनारस के बाद लगभग हर स्टेशन पर यात्रियों ने शिकायत की कि उनका एसी काम नहीं कर रहा है और गाड़ी के अंदर बहुत अधिक सफोकेशन है. लोगों का कहना था कि गाड़ी आग का गोला बन गई है. एसी के डिब्बे में कहीं से भी हवा आने-जाने की गुंजाइश नहीं रहती है और इस पर जब धूप पड़ रही है तो अंदर बैठना मुश्किल हो रहा है.
रेलवे स्टाफ ने की यात्रियों को समझाने की कोशिश
जबलपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर यात्रियों ने ट्रेन को खड़ी कर जमकर हंगामा माचाया. यात्रियों का कहना था कि जब तक एसी को पूरी तरह ठीक नहीं किया जाता, तब तक ट्रेन को आगे नहीं बढ़ने देंगे. यात्रियों ने लगातार चैन पुलिंगकर ट्रेन को रोककर रखा. मौके पर पहुंचे रेलवे स्टाफ ने यात्रियों को समझाने की कोशिश की. लेकिन यात्री मानने को तैयार नहीं थे. इसके बाद एसी सुधारने वाले इंजीनियर को बुलाया गया. उसका कहना था कि इसका एसी काम नहीं कर रहा है और इसको बीच सफर में नहीं सुधार जा सकता है.
रेलवे प्रशासन यात्रियों से बोला- यात्रा कैंसिल कर दो
हंगामा बढ़ते देख जबलपुर रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से कहा कि वह अपनी यात्रा कैंसिल कर सकते हैं. उन्हें उनका पैसा वापस कर दिया जाएगा. लेकिन यात्री इस पर भी तैयार नहीं थे. उनका कहना था कि उन्हें जाना जरूरी है आप एसी ठीक करवाइए. घंटों चले हंगामा के बाद लोगों ने गर्मी में ही यात्रा करने का फैसला किया और बिना ऐसी सुधरे ही गाड़ी को आगे बढ़ा दिया गया. इस मामले में जब जबलपुर रेलवे स्टेशन के स्टेशन मास्टर ने मीडिया से बात करने से मना कर दिया.