जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में लगातार बारिश से नदी-नाले भरे हुए हैं. भारी बारिश के चलते रानी अवंतिबाई लोधी सागर परियोजना बरगी बांध के सात गेट सोमवार खोले जाएंगे. जिससे लंबे समय से इंतजार कर रहे लोगों को राहत मिलेगी. 21 में से 7 गेटों को औसतन 1.07 मीटर ऊंचाई तक खोला जायेगा और इनसे 35 हजार 552 क्यूसेक ( घनफुट प्रति सेकंड ) पानी की निकासी की जायेगी. जिसको लेकर प्रशासन ने नर्मदा तट के निचले इलाकों में रहने वाले रहवासियों को सतर्क रहने और तटों से दूरी बनाए रखने का अलर्ट जारी किया है. जबलपुर, नरसिंहपुर और होशंगाबाद जिले के सभी घाटों के दोनों ओर लोगों से दूर रहने की अपील की गई है.
सोमवार को बरगी बांध के खोले जाएंगे 7 गेट
कार्यकारी यंत्री एके सूरी ने जानकारी देते हुए बताया की 'बरगी बांध का जल ग्रहण क्षेत्र 14,556 वर्ग किलोमीटर में फैला है. पिछले 48 घंटों में इस क्षेत्र में 2 इंच बारिश दर्ज की गई है. जिससे बांध के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है. रविवार तक बरगी बांध का जलस्तर 418.15 मीटर पहुंच चुका है. जैसे ही यह 419 मीटर तक पहुंचेगा, गेट खोले जाएंगे. बांध की पूर्ण भराव क्षमता 422.76 मीटर है. बांध में 2 हजार 144 घन मीटर प्रति सेकण्ड जल की आवक हो रही है. इसे देखते हुये इसके जल स्तर को नियंत्रित करने सोमवार 29 जुलाई को दोपहर 1 बजे सात गेट 1.07 मीटर औसत ऊंचाई तक खोले जायेंगे.
इनसे 1 हजार 007 घन मीटर (35 हजार 562 घन फुट) प्रति सेकण्ड जल की निकासी की जायेगी. उन्होंने बताया कि बांध में वर्षा जल की आवक को देखते हुये जल निकासी की मात्रा को घटाया या बढ़ाया भी जा सकता है. जिसमे नर्मदा के जलस्तर में 8 से 10 फुट की बढ़ोतरी होगी.'
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लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के निर्देश
जिला प्रशासन ने जानकारी देते हुए बताया कि बांध के गेट खोलने के बाद निचले इलाकों में जलस्तर बढ़ सकता है. जिससे संभावित बाढ़ का खतरा भी बढ़ सकता है. प्रशासन ने सभी सुरक्षा उपाय किए हैं और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही, आपातकालीन सेवाओं को भी तैयार रखा गया है ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके. अतः प्रशासन ने जनता से अनुरोध किया है कि वे स्थिति की गंभीरता को समझें और अपने एवं अपने परिवार की सुरक्षा के लिए प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें.
पिछले दो दिनों में हुई बारिश के कारण कैचमेंट क्षेत्रों में पानी का बहाव बढ़ गया है. जिससे बांध के जलस्तर में भी बढ़ोतरी हुई है. उन्होंने बताया कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से निचले इलाकों के रहवासियों को पहले ही सतर्क कर दिया गया है और उनसे नर्मदा तट से दूरी बनाए रखने की अपील की गई है.