जबलपुर: मध्य प्रदेश के जबलपुर में गणेश प्रतिमाएं बनाने वाले अनोखे कलाकार जयेश गुप्ता ने इस बार भगवान रामलला की मूर्तियों से गणेश जी बनाए हैं. इसके पहले भी वह बर्तन, वाद्य यंत्र, कांच के समान, हार्डवेयर जैसी न जाने कितनी चीजों से गणेश प्रतिमाएं बना चुके हैं. जयेश गुप्ता का कहना है कि यह उनका काम नहीं है बल्कि गणेश पूजा के दौरान उनके अंदर ऐसा भाव आता है, जिससे इन कलाकृतियों को वह बना पाते हैं.
रामलला की मूर्तियों से बनाई गणेश प्रतिमा
जबलपुर के गड़ा फाटक में रहने वाले जयेस गुप्ता पेशे से फोटोग्राफर हैं, लेकिन वह गणेश जी के बड़े भक्त हैं. हर साल शिव मंदिर गणेश उत्सव समिति के लिए भगवान गणेश की प्रतिमाएं बनाते हैं और हर साल की प्रतिमा एक अनोखी कलाकृति होती है. इस साल जयेश गुप्ता ने भगवान रामलला की छोटी-छोटी मूर्तियों से गणेश प्रतिमा बनाई है. जयेश ने अयोध्या से रामलला की छोटी-छोटी मूर्तियां मंगवाकर ये प्रतिमा बनाई है. उन मूर्तियों को इस तरह से एक दूसरे से लगाया गया है कि यह प्रतिमा भगवान गणेश की आकृति के रूप में दिख रही है. वहीं काले कलर की इस प्रतिमा को देखकर अयोध्या में विराजित भगवान रामलला की छवि भी नजर आ रही है.
पहले भी बना चुके हैं कई अनोखी मूर्तियां
जयेश गुप्ता का कहना है कि इस साल अयोध्या में भगवान राम विराजित हुए हैं, इसलिए उन्होंने तय कर लिया था कि इस साल उनके गणेश प्रतिमा में भगवान राम की छवि नजर आएगी. जयेश गुप्ता ने इसके पहले बर्तनों से भी गणेश प्रतिमा बनाई थी, जिसमें चम्मच, थाली, कटोरा और गिलास का प्रयोग किया गया था. ऐसी ही एक प्रतिमा इन्होंने हार्डवेयर से बनाई थी, जिसमें पाना, नट, बोल्ट और स्क्रूड्राइवर का प्रयोग किया गया था. इसी तरह की एक प्रतिमा वाद्य यंत्रों से बनाई गई थी, जिसमें ढोलक, डमरू, पाइप और बंसी का प्रयोग किया गया था. इसी तरह की मूर्ति इन्होंने बिजली के लैंप से बनाई थी, जिनमें छोटे-बड़े लैंप को एक दूसरे से जोड़कर भगवान गणेश की मूर्ति बनाई गई थी.
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अनोखी कलाकृतियों का म्यूजियम बनाने की कोशिश
कलाकार जयेश गुप्ता का कहना है कि उनके ऊपर भगवान गणेश की असीम कृपा है, इसलिए गणेश चतुर्थी के पहले उनके मन में ख्याल आता है और वह बनाना शुरू कर देते हैं और न जाने कब मूर्ति पूरी हो जाती है. इन मूर्तियों को रखने के लिए जयेश गुप्ता ने एक घर भी बनाया है. जहां पुरानी मूर्तियों को वह एकत्रित कर रहे हैं. उनका कहना है कि यदि संभव हुआ तो वह इस घर को भगवान गणेश की अनोखी कलाकृतियों के म्यूजियम के रूप में बना देंगे.