जबलपुर। जबलपुर के हवाई यात्रियों ने एयरलाइन कंपनियों पर किराए को लेकर मनमानी का आरोप लगाया है. लोगों का कहना है कि वो शहर में नया एयरपोर्ट तो बन गया मगर वो खुद को लुटा महसूस कर रहे हैं. इन दिनों जबलपुर से मुंबई के लिए एकमात्र फ्लाइट ऑपरेट हो रही है. इसमें जबलपुर से मुंबई का एयर फेयर ₹25 हजार रुपये तक पहुंच गया है, जबकि पहले यह मात्र ₹10 हजार रुपये था. जबलपुर की सामाजिक संस्था नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच ने यात्रियों के साथ हो रही इस लूट को खत्म करने के लिए केंद्र सरकार की एयर फेयर मॉनिटरिंग कमेटी को दखल देने की अपील की है.
कैसे हो गई दो गुना से ज्यादा महंगी टिकट
भोपाल से यदि आपको मुंबई जाना है तो हवाई यात्रा में मात्र आपको ₹6 हजार ही खर्च करने होंगे लेकिन यदि जबलपुर से आपको मुंबई की यात्रा करनी है तो आपको 25 हजार खर्च करने पड़ेंगे. एयर फेयर में इतना अधिक अंतर जबलपुर के लोगों को परेशान कर रहा है. हफ्ते में मात्र एक विमान जबलपुर से मुंबई के लिए रवाना होता है. ये फ्लाइट स्पाइसजेट एयरलाइंस की है. इसके भी अगले महीने से बंद होने की चर्चा चल रही है. ऐसी स्थिति में जबलपुर से मुंबई के लिए यात्रा करने वाले लोगों के सामने संकट खड़ा हो गया है और लोग विमान की बजाय रेल यात्रा कर रहे हैं.
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एयर फेयर में लूट के खिलाफ हाईकोर्ट जाएगी संस्था
जबलपुर में सामाजिक मुद्दों को हाईकोर्ट में जनहित के माध्यम से उठाने वाली संस्था नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच किस सदस्य भार्गव का कहना है कि केंद्र सरकार की और गैर मॉनिटरिंग कमेटी होती है जो लगातार विमान सेवाओं के किराए को मॉनिटर करती है लेकिन जबलपुर में स्पाइसजेट ने 6000 के किराए को 25000 तक पहुंचा दिया और एयर फेयर मॉनिटरिंग कमेटी ने कोई आपत्ति नहीं की. नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच के सदस्य डॉ. पीजी नाज पांडे और रजत भार्गव का कहना है कि उन्होंने केंद्र सरकार के नागरिक उड्डयन विभाग को इस मामले में पत्र लिखा है और उन्होंने मांग की है कि एयर फेयर मॉनिटरिंग कमेटी यदि इस मामले में कोई फैसला नहीं करती है तो इस मुद्दे को मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में जनहित याचिका के माध्यम से उठाया जाएगा.