जबलपुर। शहर के विजयनगर इलाके में बिना हेलमेट गाड़ी चलाने वाले वाहन चालकों के खिलाफ चालानी कार्रवाई करने के दौरान पुलिस को एक अनोखे विरोध का सामना करना पड़ा. एक महिला चिल्ला-चिल्लाकर रोने लगी. महिला ने हेलमेट नहीं पहना था और वह कह रही थी कि उसके पास जुर्माना देने के पैसे नहीं हैं. जब पुलिस ने महिला से चालान की रकम वसूलने की बात कही तो वह चिल्ला-चिल्लाकर रोने लगी. इससे पुलिस के होश उड़ गए. आखिरकार पुलिस को हाथ जोड़कर महिला को समझाइश देकर रवाना करना पड़ा.
बगैर हेलमेट वाले वाहन चालकों के काटे चालान
हाई कोर्ट के आदेश पर पुलिस दोपहिया वाहनों पर बिना हेलमेट लगाए चलने वाले चालकों के खिलाफ चालान की कार्रवाई कर रही है. इसके लिए दिन में एक बार सभी सड़कों पर पुलिस लोगों को रोककर समझाती है और बिना हेलमेट चलने वाले लोगों के खिलाफ चालानी कार्रवाई करती है. इसी दौरान जबलपुर के विजयनगर थाने के सामने सब इंस्पेक्टर सत्यनारायण कुशवाहा और ऊषा विश्वकर्मा अपने स्टाफ के साथ गाड़ियों को रोककर बिना हेलमेट वालों के खिलाफ चालानी कार्रवाई कर रहे थे. तभी एक महिला को इन लोगों ने रोका. पहले तो महिला ने कहा "सड़क के एक ही तरफ कार्रवाई क्यों हो रही है जबकि सड़क की दूसरी तरफ से भी लोग बिना हेलमेट के गुजर रहे हैं."
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पुलिस ने महिला को समझाइश देकर रवाना किया
पुलिस ने कहा कि हम एक ही तरफ कर पा रहे हैं. इसलिए इस तरफ के लोगों पर ही कार्रवाई होगी. इसके बाद महिला का चालान काटा गया, तब महिला ने जो किया उसके लिए पुलिस तैयार नहीं थी. महिला की उम्र लगभग 40 वर्ष होगी. जैसे ही उसे पैसे मांगे गए उसने तेज आवाज में रोना शुरू कर दिया. पहले तो पुलिस ने उसे समझाया कि यह कानूनी कार्रवाई है और आपके रोने से कुछ नहीं होगा लेकिन वह नहीं मानी और वह रोती रही. थक-हार कर पुलिस ने उससे हाथ जोड़े और कहा कि आगे से हेलमेट लगाकर चलें. 15 मिनट तक चले इस हाई वोल्टेज ड्रामा को आने-जाने वाले राहगीरों ने देखा. इस मामले में सब इंस्पेक्टर सत्यनारायण कुशवाहा का कहना है "जब महिला नहीं मानी तो उसे समझाइश देकर जाने के लिए कहा गया."