जबलपुर. गर्मी अपने चरम पर है और ऐसी स्थिति में जबलपुर के आईसीयू वार्ड के एसी बंद पड़े हुए हैं. आईसीयू में ज्यादातर गंभीर मरीज ही इलाज करवाने आते हैं लेकिन इन गंभीर मरीजों की कोई मदद नहीं कर सकता. दरअसल, जबलपुर जिला अस्पताल के प्रबंधन का कहना है कि नए एसी आचार संहिता खत्म होने के बाद ही खरीदे जा सकेंगे. तब तक जबलपुर जिला अस्पताल का आईसीयू बिना एसी के ही चलेगा.
घरों से पंखे लाने मजबूर मरीजों के परिजन
आईसीयू वार्ड में भर्ती खुर्शीद खान का अपेंडिक्स का इलाज चल रहा है. वे आईसीयू में बीते 7 दिनों से भर्ती हैं. उन्होंने परेशान होकर खुद का एक पंखा लगवा रखा है. खुर्शीद का कहना है कि जिस दिन से वे यहां आए हैं उसी दिन से एसी बंद है. आईसीयू में कोई खिड़की भी नहीं है. इसलिए अंदर घुटन होती है और बहुत अधिक गर्मी रहती है. यही इलाज करवा रहे एक दूसरे मरीज ने बताया कि गर्मी इतनी अधिक हो जाती है की कपड़े पसीना से गीले हो जाते हैं.
Read more - 'मावा मटकी' 20 सालों से मुंह में घोल रही मिठास, गौर सालीवाडा के मीठे को दूर-दूर से चखने आते हैं लोग |
सिविल सर्जन का ये है कहना
जबलपुर जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन डॉ. मनीष मिश्रा कहते हैं, '' यह बात सही है कि जबलपुर के सरकारी अस्पताल के आईसीयू का एसी खराब है. लेकिन चुनाव की आचार संहिता की वजह से नया एसी नहीं खरीदा जा सकता. इसलिए नए एसी नहीं खरीदे जा रहे हैं. ऐसी स्थिति में मरीजों को अपने घरों से पंखे लाने पड़ रहे हैं. हमने दूसरी जगहों से दो एसी निकलवाए हैं, जो यहां लगाए जा रहें जल्द ही मरीजों को राहत मिलेगी.'' वहीं मरीजों के परिजनों का कहना है कि एसी खरीदे न जा सकते हों तो क्या सुधरवाए भी नहीं जा सकते? हालांकि, वजह भले जो भी हो फिलहाल चुनाव पूरा होने तक जबलपुर के सरकारी अस्पताल के मरीजों को अपनी बीमारी के साथ-साथ ये असहनीय गर्मी भी सहनी पड़ेगी.